रेल ओवर ब्रिज का काम शुरू, 90 दिन का टारगेट
मेरठ दिल्ली एक्सप्रेस-वे के निर्माण की दिशा में रविवार को परतापुर पर रेल ओवर ब्रिज (आरओबी) के लिए भी काम शुरू हो गया। एनएचएआइ ने पहले से ही घोषित कर रखा है कि इस प्रोजेक्ट में आरओबी निर्माण के साथ वह रिकॉर्ड भी बनाएगा।
मेरठ । मेरठ दिल्ली एक्सप्रेस-वे के निर्माण की दिशा में रविवार को परतापुर पर रेल ओवर ब्रिज (आरओबी) के लिए भी काम शुरू हो गया। एनएचएआइ ने पहले से ही घोषित कर रखा है कि इस प्रोजेक्ट में आरओबी निर्माण के साथ वह रिकॉर्ड भी बनाएगा। इस आरओबी को 90 दिनों में बनाने का लक्ष्य रखा गया है। पिछली बार एनएचएआइ ने ईस्टर्न पेरीफेरल एक्सप्रेस-वे पर सबसे कम 100 दिनों में आरओबी तैयार किया था।
रविवार को एनएचएआइ के कांट्रेक्टर्स ने मिट्टी की जांच के साथ ही पाइलिंग का काम भी शुरू कर दिया है। यहां जल्द ही पिलर खड़ा किया जाएगा। पिलर तैयार होते ही परतापुर चौकी से आरओबी की ओर फ्लाईओवर का हिस्सा बढ़ाया जाएगा। इसी फ्लाईओवर के जरिए मेरठ शहर से दिल्ली जाने वाले यात्री आरओबी पर चढ़ेंगे और आगे निकल जाएंगे। इस कामकाज को देख रहे इंजीनियर ने बताया कि इस आरओबी निर्माण में जो भी अड़चने थीं, उसे दूर कर लिया गया है। आने वाले दिनों में निर्माण कार्य में और तेजी लाई जाएगी।
बता दें कि दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेस-वे के 32 किमी लंबे ग्रीनफील्ड (डासना से मेरठ) एक्सप्रेस-वे के हिस्से में दो आरओबी तैयार होने हैं। इसमें से एक परतापुर और दूसरा डासना में बनना है।
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इंटरचेंज की दूसरी ओर के पिलर अभी नहीं
आरओबी का निर्माण तो शुरू हो गया, लेकिन परतापुर चौकी से आगे पेट्रोल पंप के पास जो इंटरचेंज बन रहा है। उसके एक हिस्से में चार सेट पिलर तो खड़े हो गए हैं, लेकिन सड़क के दूसरी ओर के कनेक्टिंग पिलर का बेस भी अभी शुरू नहीं हो सका है। इसकी वजह भूमि अधिग्रहण में अड़चन बतायी जा रही है। एनएचएआइ का कहना है कि जल्द ही इस मामले को सुलझाकर निर्माण कार्य शुरू कर दिया जाएगा।