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    अरिहंत प्रकाशन के 6 ठिकानों पर छापामारी, सभी के मोबाइल कब्जे में; एक-एक रुपये का हिसाब ले रही टीम

    Updated: Sat, 21 Dec 2024 03:31 PM (IST)

    आयकर विभाग ने अरिहंत प्रकाशन और चार्टर्ड एकाउंटेंट संजय रस्तोगी के मेरठ नोएडा दिल्ली समेत छह ठिकानों पर छापेमारी की। कार्रवाई में बैंकों के लाकर से नकदी व आभूषण जब्त किए गए। प्रकाशन के स्वामी योगेश चंद जैन और उनके बेटों के साथ-साथ सीए संजय रस्तोगी से पूछताछ जारी है। टीम संपत्तियों और निवेश की जानकारी जुटा रही है। रस्तोगी ने सीए लाइसेंस सरेंडर कर कारोबार संभाला है।

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    मेरठ साकेत अरिहंत प्रकाशन की कोठी में आयकर का छापा

    जागरण संवाददाता, मेरठ। देश के शीर्ष प्रकाशकों में शामिल अरिहंत प्रकाशन और चार्टर्ड एकाउंटेंट संजय रस्तोगी के मेरठ, नोएडा, दिल्ली, हिमाचल प्रदेश और जम्मू-कश्मीर स्थित 14 ठिकानों में से दूसरे दिन छह ठिकानों की कार्रवाई पूरी हुई। जनपद में अरिहंत प्रकाशन और सीए संजय रस्तोगी के चार स्थानों पर छापामारी जारी है। चार ठिकानों पर नोएडा, दिल्ली और जम्मू कश्मीर और उत्तराखंड में कार्रवाई चल रही है।

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    बैंकों के सभी लाकर चेक कर रकम और आभूषण को सीज कर दिया। आर्किटेक्ट एवं विक्टोरिया पार्क अग्निकांड के आरोपित असित गुप्ता के घर पर आभूषण जांच के लिए सुनार को भी बुलाया गया था। बताया जाता है कि आर्किटेक्ट ने ही अरिहंत प्रकाशन की तरफ से बनाई जा रही तीन कोठियों का नक्शा तैयार कराया है। इन तीनों कोठी में विदेशी लुक दिखाई देगा। उसके अलावा वित्त खुफिया इकाई की टीम भी आयकर के साथ काम कर रही है।

    योगेश चंद जैन के तीन बेटे...

    अरिहंत प्रकाशन के स्वामी योगेश चंद जैन निवासी साकेत डी-147 में रहते हैं। उनके तीन बेटे दीपेश जैन, रितेश जैन और परवेश जैन ही अरिहंत प्रकाशन का काम देखते हैं। उनकी पेपर मिल भी हैं। गुरुवार की सुबह आयकर की टीम ने एक साथ योगेश चंद जैन के दिल्ली, नोएडा और साकेत स्थित आवास पर छापामारी की। टीपीनगर स्थित आफिस और परतापुर बाइपास स्थित प्रिटिंग प्रेस पर छापामारी की गई।

    टीम ने प्रकाशन को जमीन की खरीद फरोख्त कराने वाले डीलर मनोज सिंघल के सुपरटेक स्थित आवास और टीपीनगर स्थित आफिस में भी पड़ताल चल रही है। आर्किटेक्ट एवं विक्टोरिया अग्निकांड के आरोपित असित गुप्ता निवासी कचहरी रोड और एकाउंटेंट संजय गुलाहटी के घर पर छापामारी की कार्रवाई पूरी हो चुकी है। अरिहंत प्रकाशन के घर और आफिस और सीए संजय रस्तोगी एवं उनके दामाद रवि के घर पर छापामारी अभी जारी है।

    सभी के मोबाइल कब्जे में

    शुक्रवार को भी परिवार के किसी भी सदस्य को बाहर नहीं जाने दिया गया। सभी के मोबाइल कब्जे में ले लिए गए। साथ ही उनके लैपटाप भी देखे जा रहे है। बैंकों के खाते और लाकर से भी आभूषण और नकदी कब्जे में ली गई। वहीं सीए एवं उद्यमी संजय रस्तोगी निवासी छावनी क्षेत्र में डोगरा मंदिर के समीप अभी भी कार्रवाई चल रही है। उनके भाई मुकुल रस्तोगी के डिफेंस कालोनी बी ब्लाक स्थित आवास की छापामारी पूरी हो चुकी है।

    रस्तोगी परिवार की जम्मू कश्मीर के कटुवा में नाइसर पेपर, हिमाचल प्रदेश में एचआर पेपर मिल व सरधना मे सरधना पेपर मिल मे आयकर की कार्रवाई पूरी हाे चुकी है। संजय रस्तोगी को सरधना पेपर मिल में रखकर दूसरे दिन भी पूछताछ की गई। दामाद रवि के वेस्टर्न कचहरी रोड स्थित आवास पर भी आयकर की कार्रवाई जारी है। बताया जाता है कि लगातार कार्रवाई अभी जारी रहेगी। उनके परिवार के लोगों को भी घर से बाहर नहीं जाने दिया गया है। परिवार के सभी सदस्यों से जानकारी भी जुटाई जा रही है।

    अरिहंत ग्रुप की कोठी में लगाई रकम के बारे में भी पूछताछ

    अरिहंत ग्रुप की तरफ से तीन हजार गज जमीन में बनाई जा रही तीनों भाईयों की कोठी में लगाई जा रही रकम के बारे में पूछताछ की जा रही है।  कोठी के बारे में आर्किटेक्ट असित गुप्ता से भी जानकारी ली गई है।  दोनों पक्षों से अलग अलग कोठी में लगाई जाने वाली रकम के बारे में जानकारी की जा रही है।

    हाल में अरिहंत ग्रुप के द्वारा खरीदी गई अन्य संपत्तियों के बारे में भी जानकारी जुटाई जा रही है। बीस साल में अरिहंत ग्रुप यहां तक कैसे पहुंचा है। उसके बाद भी आयकर की टीम पूछताछ कर रही है। इसी तरह से सीए संजय रस्तोगी के बारे में विस्तार से जानकारी की जा रही है। बताया जाता है कि संजय रस्तोगी ने सीए का लाइसेंस सरेंडर कर दिया। अब वह कारोबार को देख रहे है।