Sotiganj Market: मेरठ का सोतीगंज बंद होने के बाद कहां शिफ्ट हो गए बड़े कबाड़ी? लो खुल गया राज
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देशों के बाद मेरठ पुलिस सोतीगंज में सक्रिय है। 122 कबाड़ियों की दुकानों के सत्यापन में पाया गया कि 30 दिल्ली चले गए हैं। पहले यहाँ चोरी के वाहनों का कारोबार होता था लेकिन पुलिस कार्रवाई के बाद स्थिति बदल गई है। अब सोतीगंज में कोचिंग सेंटर और किराना की दुकानें खुल गई हैं।

जागरण संवाददाता, मेरठ। चोरी के वाहनों की खरीद, बिक्री और कटान के लिए बदनाम सोतीगंज में वाहनों का कमेला बंद होने का मामला मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने एक बार फिर उठाया तो पुलिस फिर से सक्रिय हो गई।
शुक्रवार को सोतीगंज बाजार में पुलिस ने 122 कबाड़ियों की दुकानों को सत्यापन किया। इसमें सामने आया कि करीब 30 कबाड़ी दिल्ली में शिफ्ट हो गए, जो वहां फेरी लगाने का काम कर रहे हैं, जबकि नौ कबाड़ी ऐसे हैं, जो मायापुरी दिल्ली में ही पुराने वाहनों के उपकरणों का काम कर रहे हैं।
यहां कुछ दुकानों में कोचिंग सेंटर खुल गए, किसी में किराना की दुकानें खुल चुकी हैं। पुलिस ने दावा किया है कि फिलहाल सोतीगंज में वाहनों का कटान नहीं हो रहा है।
सोतीगंज बाजार में करीब 60 साल पहले कोयला, रद्दी और पशुओं का चारा बिकता था। स्थानीय दुकानदार ताहिर प्रधान बताते हैं कि सबसे पहले चार दुकानें खुली थीं। उसके बाद 1982 से घरों के अंदर तक दुकानें और गोदाम खुलते चले गए।
वैसे, बीते बरस तक यहां कबाड़ की खरीद-बिक्री के लिए 48 दुकानें पंजीकृत थीं। इससे उलट इन दिनों सोतीगंज में करीब 800 दुकानें और 80 गोदाम थे। इनके अलावा चोरी के वाहनों को यहां लाने वाले 300 से ज्यादा कथित कांट्रेक्टर सक्रिय हैं।
इनका काम उप्र, उत्तराखंड, दिल्ली, हरियाणा, पंजाब, मध्यप्रदेश के साथ नेपाल आदि से चोरी की गाड़ियों के लिए संपर्क कर उन्हें यहां मंगवाना था। तत्कालीन एसएसपी प्रभाकर चौधरी ने 11 दिसंबर 2021 की रात ऐसी सभी दुकानों और कमेलों को बंद करा दिया था। उसके बाद से सोतीगंज का स्वरूप ही बदल गया है।
पिछले दिनों जनपद में आए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा था कि अब मेरठ सोतीगंज के कमेला बाजार से नहीं, बल्कि विकास के लिए जाना जाएगा। इसी के तहत शुक्रवार को सदर बाजार पुलिस की टीम ने सोतीगंज में 122 दुकानों का सत्यापन किया है।
जांच में सामने आया कि सोतीगंज के कबाड़ी राशिद पुत्र समीउद्दीन, हाफिज सिराज पुत्र नसरू, रिजवान पुत्र मुश्ताक, आबिद पुत्र इश्त्याक, राशिद पुत्र नईम, शहजाद पुत्र रईस, इलियास पुत्र सलीम, जैद पुत्र मतीन और साजिद पुत्र नईम दिल्ली के मायापुरी में वाहनों के पुराने उपकरणों का काम कर रहे हैं। सीओ नवीना शुक्ला ने बताया कि सोतीगंज में वाहनों का कटान और चोरी के उपकरणों की बिक्री नहीं हो रही है। पुलिस की टीमों ने 122 दुकानों का सत्यापन किया है।
सोतीगंज में हुई थी यह कार्रवाई :
- 2500 मुकदमे सोतीगंज के कबाड़ियों और वाहन चोरों पर दर्ज।
- 37 कबाड़ी गैंग्सटर के तीन मुकदमों में आरोपित।
- 5 कबाड़ियों की एक अरब से ज्यादा की संपत्ति जब्त।
- 400 वाहनों के इंजन बरामद किए गए थे।
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