बोर्ड पर कोतवाली..कागजों में थाना, असमंजस में फरियादी
मेरठ जनपद में बड़े पुलिस स्टेशन को कोतवाली के नाम से जाना जाता है। वही अन्य को थाने के नाम से जाना जाता है। काफी वर्षो से खरखौदा पुलिस स्टेशन पर भी थाने के बोर्ड लगे थे।
मेरठ, जेएनएन। मेरठ जनपद में बड़े पुलिस स्टेशन को कोतवाली के नाम से जाना जाता है। वही, अन्य को थाने के नाम से जाना जाता है। काफी वर्षो से खरखौदा पुलिस स्टेशन पर भी थाने के बोर्ड लगे थे। और कागजों में भी लोग थाने के नाम से ही जानते थे। लेकिन कुछ दिन पूर्व इंस्पेक्टर संजय शर्मा ने पुलिस स्टेशन के बाहर और अंदर लगे थाने के बोर्ड हटवाकर कोतवाली के लगवा दिये है। लेकिन कागजों पर और अन्य स्थानों पर आज भी थाना ही लिखा है। जिस बात को लेकर थाने पहुंचने वाले फरियादी असमंजस में है। इंस्पेक्टर संजय शर्मा का कहना है कि जहां दारोगा की तैनाती रहती है। वह थाना होता है। और जहां इंस्पेक्टर की तैनाती होती है। वह कोतवाली होती है। लेकिन सवाल खड़ा होता है कि फिर कागजों और अन्य स्थानों पर अभी भी थाना ही अंकित है। प्रत्येक स्थान पर कोतवाली अंकित क्यों नहीं की गई।
घर में घुसकर महिला से मारपीट, लूटपाट का आरोप : मवाना के मोहल्ला मुन्नालाल निवासी महिला ने पुत्रवधुके भाई व उसके अन्य स्वजन समेत छह लोगों पर घर में घुसकर मारपीट करने और घर में रखे डेढ़ लाख रुपये व कुंडल लूटने का आरोप लगाते हुए तहरीर दी है।
उक्त मोहल्ला निवासी शहीला पत्नी स्व.हबीब ने दी तहरीर में कहा है कि मंगलवार रात लगभग नौ बजे वह घर पर अकेली थी तथा पुत्र मजदूरी करने गया हुआ था। उसी दौरान मेरठ से पुत्रवधु व उसके तीन भाई समेत छह लोग घर में घुस आ आए और मारपीट की और कानों से सोने के कुंडल व घर में सरकार की योजना तहत मकान बनाने के लिए मिले घर में रखे डेढ़ लाख रुपये भी सेफ से लूट ले जाने का भी आरोप लगाया है। इंस्पेक्टर विष्णु कौशिक का कहना है कि जांच कर रिपोर्ट दर्ज की जाएगी।
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