Meerut Crime: दस लाख की सुपारी लेकर पिता ने ही मारी थीं बेटी पिंकी को तीन गोलियां, यह वजह सामने आई
Meerut Crime मेरठ में पिंकी हत्याकांड से पुलिस ने पर्दा उठा दिया है। बाबा बिरसा सिंह डेरे की जमीन पर काबिज होने के लिए राजेंद्र ने देवेंद्र को दी थी सुपारी। देवेंद्र ने सोतेली बेटी की हत्या कर डेरे की जमीन पर काबिज कालूराम को किया नामजद।

मेरठ, जागरण संवाददाता। Meerut Crime News मेरठ के किठौर के तेजपुरी गांव में पिंकी हत्याकांड का पर्दाफाश बड़ा ही चौंकाने वाला है। पिता ने दस लाख की सुपारी लेकर मंदबुद्धि बेटी की तीन गोली मारकर हत्या कर दी। शिव सदन कृषि फार्म के मैनेजर कालूराम को फंसाने के लिए गांव के ही राजेंद्र सिंह ने पिंकी के पिता देवेंद्र को दस लाख की सुपारी दी थी। ताकि पिंकी हत्याकांड में कालू जेल चला जाएंगे।
देवेंद्र को गिरफ्तार किया
उसके बाद शिव सदन कृषि फार्म की 12 एकड़ जमीन पर राजेंद्र सिंह काबिज हो जाएगा। यानि वहां पर राजेंद्र ही फसल की बुआई कर सकेंगा। पुलिस ने राजेंद्र सिंह और देवेंद्र को गिरफ्तार कर हत्या में प्रयोग हुआ तमंचा बरामद कर लिया।तेजपुरी गांव के खादर स्थित शिव सदन कृषि फार्म में देवेंद्र पुत्र रामस्वरूप काम करता है। देवेंद्र मूलरूप से संभल के मंडोली का रहने वाला है।
साक्ष्य भी पुलिस को मिले
देवेंद्र ने बताया कि एक सप्ताह पहले बेटी पिंकी के साथ फार्म में गगन भैया से वेतन लेने गए थे। वहां पर शिव सदन कृषि फार्म के मैनेजर कालू पुत्र दर्शन सिंह ने साथियों के साथ मिलकर पिंकी को गोली मार दी। उपचार के बाद गुरुवार को पिंकी की मौत हो गई। एसपी देहात केशव कुमार ने बताया कि पिंकी हत्याकांड के समय नामजद आरोपित कालू नौ किमी दूरी पर था। उसके साक्ष्य भी पुलिस को मिले है। उसके बाद पुलिस ने मामले की गहनता से जांच की। देवेंद्र की कहानी पूरी तरह से फर्जी मिलने के बाद पुलिस ने उसे हिरासत में लेकर पूछताछ की। एसपी देहात ने बताया कि पूछताछ में देवेंद्र टूट गया। उसने पिंकी की हत्या करना कबूल कर लिया।
राजेंद्र सिंह ने दी थी पिंकी हत्याकांड की सुपारी
एसपी देहात केशव कुमार ने बताया कि देवेंद्र ने पूछताछ में बताया कि राजेंद्र सिंह ने पिंकी की हत्या करने के लिए दस लाख की सुपारी दी थी। दरअसल, राजेंद्र सिंह का उद्देश्य कृषि फार्म के मैनेजर कालू को जेल भेजना था। ताकि शिव सदन कृषि फार्म की भूमि पर काबिज हो सकें। उसने देवेंद्र के साथ बैठकर प्लानिंग कि, जिसमें तय हुआ कि देवेंद्र अपनी बेटी की हत्या कर कालू को नामजद कराएगा। कालू के जेल जाने के बाद कृषि फार्म में मैनेजर राजेंद्र बनेगा। उसके बाद देवेंद्र को भी कृषि फार्म में अहम स्थान पर रखा जाएगा। पुलिस ने राजेंद्र को भी हत्या में आरोपित बनाया है। उसके अलावा भी अन्य लोगों की जानकारी जुटाई जा रही है। माना जा रहा है कि राजेंद्र और देवेंद्र के आलावा अन्य आरोपित भी है।
सोतेली थी, इसलिए मार डाला
चौदह साल पहले देवेंद्र की शादी पुष्पा से हुई थी। पुष्पा की यह दूसरी शादी थी, जिसकी पहले पति से एक बेटी भी थी। हाल में पिंकी की उम्र 15 साल हो गई थी। पिंकी मंदबुद्धि थी। तभी देवेंद्र ने पत्नी पुष्पा को बिना बताए ही राजेंद्र सिंह के साथ मिलकर पिंकी की हत्या का प्लान बनाया। देवेंद्र भी चाहता था कि मंदबुद्धि पिंकी से छूटकारा मिल जाएगा। उसने पिंकी की हत्या करने के लिए राजेंद्र सिंह से दस लाख में सौदा तय कर दिया। उसके बाद पिंकी को अपने साथ कृषि फार्म पर ले गया, जहां पर पिंकी को तीन गोली मार दी।
मरा समझकर भाग गया था
पिंकी को मरा समझकर ही देवेंद्र वहां से भागा था। पुलिस के मौके पर पहुंचने के बाद पिंकी को बदहवास हालत में अस्पताल पहुंचाया था। पुलिस ने देवेंद्र और राजेंद्र को हिरासत में लेकर पूछताछ शुरू कर दी। जरायम की दुनिया बन गई खादर की जमीन 2017 में किठौर के चांदपुर में पंजाबी मनजीत सिंह और ललियाना के पूर्व प्रधान शहनवाज का 12 एकड़ जमीन को लेकर विवाद था। मनजीत चांदपुर गांव में डेरे पर रहते थे। विवादित जमीन पर कब्जे के इरादे से शहनवाज अपने आठ साथियों के साथ मनजीत के परिवार पर हमले के इरादे से जा रहे थे। चांदपुर के जंगल से पुलिस ने सभी को गिरफ्तार कर जेल भेजा था। 30 मई को इसी जमीन पर कब्जे को लेकर चीकू बड़ला को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था।
जमीन पर सालों से कब्जा
बता दें कि किठौर के खादर बाबा बिरसा सिंह का शिवसदन कृषि फार्म है, जिस पर सदन के सेवादार कृषि करते हैं। फार्म की काफी भूमि सेवादारों के नाम है। बिरसा सिंह के देहांत के बाद कुछ सेवादार अपने नाम की कृषि भूमि बेचकर यहां से चले गए, लेकिन वर्तमान में कार्यरत सेवादार उक्त भूमियों पर वर्षों से कब्जा जमाए हुए हैं। बताया गया कि सत्र 2013-14 में परीक्षितगढ़ के पूर्व ब्लाक प्रमुख केपी खुंटी ने सेवादार सुक्खा पुत्र बिशंबर सिंह से मंडी के पास स्थित लगभग 12 एकड़ भूमि खरीदी थी। इसी भूमि को लेकर कई बार विवाद हो चुका है।
पहले मारने को तमंचा दिया, फिर उपचार को दी रकम
मेरठ : पिंकी की हत्या में राजेंद्र सिंह की अहम भूमिका सामने आई है। राजेंद्र ने ही पिंकी के पिता देवेंद्र को हत्या करने के लिए तमंचा और कारतूस मुहैया कराए थे। साथ ही राजेंद्र ने अपने घर के अंदर देवेंद्र को दिखाकर दस लाख की रकम सुरक्षित रख दी थी। देवेंद्र को बताया था कि हत्या का मामला शांत होने के बाद अपनी रकम घर से उठा लेना। इतना ही नहीं पिंकी के उपचार के लिए अस्पताल में खर्च हुई रकम भी राजेंद्र ही दे रहा था। पुलिस ने देवेंद्र की निशानदेही पर हत्या में प्रयोग किया तमंचा बरामद किया है। राजेंद्र से पूछा जा रहा है कि तमंचा कहां से लाया था।

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