Outer ring road in Meerut: बस थोड़ा और इंतजार, आउटर रिंग रोड हो जाएगी तैयार, जानिए पूरी प्लानिंग
मेरठ शहर में जाम सबसे विकराल समस्या है। जिसका समाधान वर्षों से खोजा जा रहा है। इस समस्या का बड़ा कारण लंबी दूरी का ट्रैफिक भी है जिसे रास्ता न होने के कारण मजबूरी में शहर के भीतर से गुजरना पड़ता है। कुछ समय बाद रोड तैयार हो जाएगी।

मेरठ, जेएनएन। Outer ring road in Meerut मेरठ विकास प्राधिकरण द्वारा मेरठ महायोजना 2021 में वर्ष 1998 में प्रस्तावित किया गया शहर का आउटर रिंग रोड तो न जाने धरातल पर कब तक उतर पाएगा लेकिन उससे पहले ही एनएचएआइ ने शहर से निकलने वाले लगभग सभी मुख्य मार्गों को आपस में जोड़ दिया है। एनएच 119 मवाना रोड और रुड़की रोड को आपस में जोडऩा बाकि था। अब एनएचएआइ ने इसके निर्माण की भी घोषणा करके जमीन अधिग्रहण की अधिसूचना जारी कर दी है। इससे जहां शहर को लंबी दूरी वाले ट्रैफिक से निजात मिलेगी वहीं बाहर से आने वालों के लिए अब मेरठ के किसी भी कोने में पहुंचना आसान हो जाएगा।
आपस में जुड़ रहे हैं सभी मुख्य मार्ग
मेरठ शहर में जाम सबसे विकराल समस्या है। जिसका समाधान वर्षों से खोजा जा रहा है। इस समस्या का बड़ा कारण लंबी दूरी का ट्रैफिक भी है जिसे रास्ता न होने के कारण मजबूरी में शहर के भीतर से गुजरना पड़ता है। पिछले कुछ वर्षों में मेरठ शहर से निकलने वाले अधिकांश मुख्य मार्ग राष्ट्रीय राजमार्ग का दर्जा प्राप्त कर चुके हैं। इन सभी मार्गों को आपस में जोड़कर शहर के बाहर बाहर रिंग रोड बनाने की योजना बनाई गई। जो कि अब साकार भी होती नजर आ रही है। दिल्ली रोड को दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेस-वे के पांचवे चरण के माध्यम से हापुड़ रोड से जोड़ा जा रहा है। इसकी टेंडर प्रक्रिया चल रही है। इसी प्रकार हापुड़ रोड (एनएच 235) को गढ़ मुक्तेश्वर मार्ग (एनएच 709 ए) से तथा गढ़ मुक्तेश्वर मार्ग (एनएच 709 ए) को मवाना मार्ग (एनएच 119) से जोडऩे के लिए एनएच 709 ए के दो लिंक का निर्माण बस शुरू होने वाला है। शहर का आउटर ङ्क्षरग रोड पूरा करने के लिए केवल मवाना रोड (एनएच 119) तथा रुड़की रोड (एनएच 58) को आपस में जोडऩा बाकी था। रुड़की रोड के सहारे दिल्ली बाईपास होते हुए वापस परतापुर तक पहंचा जा सकता है।
पास हुआ प्रोजेक्ट, शुरू हुई भूमि अधिग्रहण प्रक्रिया
गढ़ मुक्तेशवर मार्ग को मवाना रोड पर सलारपुर जलालपुर गांव की सीमा में जोड़ा जाना है। इसी के सामने से इस नए लिंक को शुरू करके रुड़की रोड पर दौराला गांव की सीमा में लाकर जोडऩे का एलाइनमेंट तैयार किया गया है। लगभग 13.4 किमी का यह लिंक मार्ग फोरलेन होगा। जिसके लिए 12 गांवों की 133.32 हेक्टेयर (13.33 लाख मीटर) जमीन का अधिग्रहण किया जाएगा। एनएचएआइ की मेरठ यूनिट को इस लिंक मार्ग के निर्माण का जिम्मा सौंपा गया है।
शहर के बाहर ही रहेगा लंबी दूरी का ट्रैफिक
आउटर रिंग रोड का निर्माण पूरा होने के बाद किसी भी हाइवे से आने वाला लंबी दूरी का ट्रैफिक शहर के बाहर से ही कहीं भी जा सकेगा। भारी वाहनों को शहर में बिना कारण घुसने की जरूरत नहीं होगी। इसी तरह शहर में किसी भी कोने पर जाने के लिए घंटों जाम को झेलने से निजात मिलेगी।
अब हटाना पड़ेगा टोल प्लाजा
रुड़की रोड (एनएच 58) पर एनएचएआइ का सिवाया गांव में टोल प्लाजा है। नया लिंक मार्ग टोल प्लाजा से आगे जाकर रुड़की रोड पर मिलेगा। इस स्थिति में एनएचएआइ को टोल टैक्स का भारी नुकसान होगा। वाहन बिना टोल दिए ही सीधे मुजफ्फरनगर की ओर निकल जाएंगे। इन हालात को देखते हुए एनएचएआइ के अफसर अब रुड़की रोड के सिवाया टोल प्लाजा को दौराला से आगे शिफ्ट करने पर विचार कर रहे हैं।
जल्द से जल्द होगा भूमि अधिग्रहण और निर्माण
यह लिंक मार्ग शहर के लिए वरदान साबित होगा। इसके लिए भूमि अधिग्रहण की अधिसूचना जारी की जा चुकी है। जल्द भूमि अधिग्रहण की प्रक्रिया को पूरा करके इसका निर्माण शुरू कराया जाएगा।
- सुल्तान अशरफ सिद्दीकी, एडीएम भूमि अध्याप्ति
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लिंक मार्ग से संबंधित तथ्य
कुल लंबाई 13.4 किमी
कुल गांव 12
कुल जमीन 133.32 हेक्टेयर
इन गांवों से गुजरेगा
1. बहचौला
2. सालारपुर जलालपुर
3.सिखेड़ा
4. भराला
5. दौराला
6. धंजू
7. इकलौता
8. खनौदा
9. मैथना इंद्र सिंह
10. मामूरपुर उर्फ देदवा
11. नंगला मुख्त्यारपुर
12. पनवाड़ी
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