मेरठ में शादी के सीजन में इस बार नहीं गूंजी आर्केस्ट्रा और इवेंट बैंड की धुन, यह रहा कारण
मेरठ में वैवाहिक कार्यक्रमों में मेहमानों की बाध्यता के चलते इसे संबंधित विभिन्न लोगों को काम में वह तेजी नहीं रही जो सीजन पर दिखाई देती थी। हालांकि तय नियमों के बाद भी बैंड कैटरर्स व व्यवसायियों के पास काम रहा। कलाकारों में मायूसी रही।

मेरठ, जेएनएन। मेरठ में कोरोना संक्रमण के चलते वैवाहिक कार्यक्रमों में मेहमानों की बाध्यता के चलते इसे संबंधित विभिन्न लोगों को काम में वह तेजी नहीं रही जो सीजन पर दिखाई देती थी। हालांकि तय नियमों के बाद भी बैंड, कैटरर्स व व्यवसायियों के पास काम रहा। लेकिन करीब 15 दिन तक चलने वाले इस अवसर में भी आर्केस्ट्रा व इवेंट बैंड के कलाकारों के हाथ खाली रहे। उन्हें यह मार लाकडाउन से झेलनी पड़ रही है।
लाकडाउन के दौरान गर्मियों के मुहूर्तों में पडऩे वाले ज्यादातर वैवाहिक कार्यक्रम स्थगित हो गए और कुछ बिना धूमधाम के शांति पूर्ण ढंग से ही चुनिंदा लोगों की मौजूदगी में निपटा दिए गए। ऐसे में उन्हें उनकी बुकिंग प्रभावित रहे। नवंबर व दिसंबर में पडऩे वाले मुहूर्त में भी मेहमानों की बाध्यता के चलते उन्हें बुकिंग नहीं मिली। इससे वह मायूस होकर किसी तरह जीवकोपार्जन कर रहे हैं।
उत्तर प्रदेश बैंड बरात श्रृंगार वेलफेयर एसोसिएशन के प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र कुमार धानक ने बताया कि शहर में करीब 60-70 आर्केस्ट्रा व 35 के लगभग इवेंट बैंड हैं। इसमें आर्केस्ट्रा में सिंगर, संगीत यंत्र वाद्यक समेत अन्य काफी लोगों का स्टाफ होता है। जिनकी बुकिंग 25 हजार से लेकर 80 हजार व इससे अधिक में होती है। इसी तरह इवेंट बैंड में डांसर, म्यूजिशियन, एंकर आदि कलाकार रहते हैं। इनकी बुकिंग भी 25 हजार से लेकर एक लाख व इसके अधिक तक होती है। नवंबर और दिसंबर की सहालग में इन्हें न के बराबर बुकिंग मिली।

कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।