Bulandshahr News: प्रवासी भारतीय भी मना रहे आजादी का अमृत महोत्सव, स्वतंत्रता दिवस पर विधायक संजय शर्मा लातविया में फहराएंगे तिरंगा
आजादी के अमृत महोत्सव पर विदेश में रह रहे भारतीय मूल के लोग भी उत्साहित हैं। उन्होंने इस अवसर पर कार्यक्रमों का आयोजन किया है। लातविया में होने वाले ऐसे ही एक कार्यक्रम में उत्तर प्रदेश के बुलंदशहर जिले की अनूपशहर विधानसभा सीट से विधायक संजय शर्मा मुख्य अतिथि होंगे।
बुलंदशहर, जागरण संवाददाता। आजादी के अमृत महोत्सव की विदेशों तक में धूम है। यूरोप के देश लातविया में भारतीय मूल के लोग स्वतंत्रता दिवस समारोह का आयोजन कर रहे हैं। वहां होने वाले कार्यक्रम के लिए अनूपशहर विधानसभा सीट से भाजपा विधायक संजय शर्मा को कार्यक्रम का मुख्य अतिथि बनाया है।
तुरीबा यूनिवर्सिटी में होगा आयोजन
आजादी के 75 वर्ष पूर्ण होने पर देशवासी आजादी का अमृत महोत्सव मना रहे हैं। हर घर तिरंगा का अभियान जोरों पर चल रहा है। विदेशों में रहने वाले भारतीय भी भारत की आजादी जश्न वहीं पर मनाएंगे। 15 अगस्त को लातविया की तुरीबा यूनिवर्सिटी में स्वतंत्रता दिवस समारोह बड़े स्तर पर मनाया जाएगा। इसमें अनूपशहर से भाजपा विधायक संजय शर्मा बतौर मुख्य अतिथि शामिल होंगे। ध्वजारोहण भी विधायक के द्वारा किया जाएगा।
'प्रधानमंत्री के नेतृत्व में बढ़ा भारत का सम्मान'
विधायक ने बताया कि उन्होंने इस बारे में जब विधानसभा अध्यक्ष सतीश महाना और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को अवगत कराया तो उन्होंने भी प्रसन्नता जाहिर की। विधायक ने बताया कि लातविया देश की राजधानी रीगा में स्थित तुरीबा यूनिवर्सिटी में आयोजित स्वतंत्रता दिवस समारोह में वह भाग लेने जा रहे हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी नेतृत्व में भारत का और हर भारतीय का सम्मान पूरी दुनिया में बढ़ा है। आज दुनिया भर में रह रहे भारतीय स्वयं को गौरवांवित महसूस कर रहे हैं। जब भारत में हर घर पर 15 अगस्त को तिरंगा फहराया जाएगा, तब विदेशी धरती पर भारतीयों के मध्य तिरंगा फहराना जनपद के लिये सौभाग्य का विषय है।
लातविया गणराज्य एक नजर में
उत्तर पूर्वी यूरोप में स्थित छोटा-सा देश है लातविया। यह उन तीन बाल्टिक देशों के शामिल है, जिनका द्वितीय विश्व युद्ध के बाद तत्कालीन सोवियत संघ में विलय कर लिया गया था। यह 1991 में सोवियत संघ से स्वंत्रत हुआ था। इसकी राजधानी रीगा है। यहां की आबादी आठ लाख 26 हजार है। यहां 60 प्रतिशत लोग लातवियाई मूल के और 30 प्रतिशत लोग रूसी मूल के हैं।