अब स्नातक में लागू होगा ग्रेडिंग सिस्टम
चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय और कालेजों में स्नातक पाठ्यक्रमों में ग्रेडिंग सिस्टम लागू किया जाएगा। नई शिक्षा नीति के तहत संचालित बीए बीएससी बीकाम के ...और पढ़ें

मेरठ, जेएनएन। चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय और कालेजों में स्नातक पाठ्यक्रमों में ग्रेडिंग सिस्टम लागू किया जाएगा। नई शिक्षा नीति के तहत संचालित बीए, बीएससी, बीकाम के प्रथम तीन वर्ष में यह व्यवस्था रहेगी। इसमें छात्र-छात्राओं की मार्कशीट पर अंक और श्रेणी की जगह ग्रेड प्वाइंट दिए जाएंगे। ग्रेडिंग प्वाइंट लागू करने को लेकर अपर मुख्य सचिव मोनिका एस. गर्ग ने शासनादेश जारी कर दिया है। इस आदेश के बाद यूनिवर्सिटी ग्राट कमीशन यानी यूजीसी के दिशा-निर्देश के आधार पर बदलाव किए जाएंगे। 10 ग्रेड प्वाइंट में दिखेंगे अंक
लेटर ग्रेड- विवरण- अंक की सीमा- ग्रेड प्वाइंट
ओ सर्वश्रेष्ठ 91-100 10
ए प्लस शानदार 81-90 9
ए बहुत अच्छा 71-80 8
बी प्लस अच्छा 61-70 7
बी औसत से उपर 51-60 6
सी औसत 41-50 5
पी पास 33- 40 4
एफ फेल 0-32 0
एबी अनुपस्थित अनुपस्थित 0
क्यू क्वालीफाईड - -
एनक्यू नाट क्वालीफाईड - - 33 प्रतिशत पर उत्तीर्ण होंगे
मुख्य और माइनर विषयों का हर कोर्स और पेपर में 33 प्रतिशत अंक पाने पर अभ्यर्थी उत्तीर्ण माने जाएंगे। को करीकुलर कोर्स और तीसरे वर्ष के माइनर प्रोजेक्ट में 40 प्रतिशत अंक पाने पर उत्तीर्ण होंगे। चार कौशल विकास कोर्स में भी 40 प्रतिशत अंक पाने पर उत्तीर्ण माने जाएंगे। आतरिक परीक्षा के अंक सुधार नहीं
आतरिक परीक्षा में बैक पेपर और सुधार के लिए परीक्षा नहीं होगी। केवल सेमेस्टर को बैक पेपर परीक्षा के रूप में देने की सुविधा दी जाएगी। कोई भी छात्र एक साथ दो पूरे सेमेस्टर की परीक्षा नहीं दे सकेगा। वोकेशनल कोर्स में आंतरिक परीक्षा के अंक अपलोड करने पर रोक
मेरठ : चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय से संबद्ध कालेजों को एनईपी (नई शिक्षा नीति) के तहत वोकेशनल और स्किल आधारित कोर्स की आंतरिक परीक्षा के अंक विश्वविद्यालय के पोर्टल पर अपलोड करने पर रोक लगा दी गई है। इस कोर्स को लेकर नया शासनादेश आया है। जिसे देखते हुए बीए, बीएससी, बीकाम प्रथम सेमेस्टर के आंतरिक परीक्षा, प्रयोगात्मक परीक्षा और सैद्धांतिक परीक्षा अब नई व्यवस्था के तहत होगी। विश्वविद्यालय जल्द ही दिशा निर्देश जारी करेगा। 100 अंक पर वोकेशनल में मूल्यांकन
स्नातक में चार कौशल विकास कोर्स क्रेडिट कोर्स हैं, इसमें 40 प्रतिशत अंक पर अभ्यर्थी उत्तीर्ण होंगे। कौशल विकास के प्रश्नपत्रों का मूल्यांकन 100 अंक में से होगा। इसमें प्रशिक्षण और प्रैक्टिकल आधारित कार्य का मूल्यांकन 60 अंकों में से होगा। प्रशिक्षण व सैद्धांतिक में अलग- अलग कोई न्यूनतम उत्तीर्णाक नहीं होंगे। एक से नौ साल का मौका
एनईपी में स्नातक में एक साल पढ़कर छोड़ने वाले छात्रों को सर्टिफिकेट और तीन साल की पढ़ाई करने पर डिग्री मिलेगी। इसमें एक साल के सर्टिफिकेट करने वाले अभ्यर्थियों को बाद में कोर्स पूरा करने को अधिकतम तीन साल मिलेगा। तीन साल लगातार पढ़ाई करने वाले छात्र को अधिकतम नौ साल मिलेंगे। सीजीपीए से निकाल सकेंगे डिविजन
स्नातक में ग्रेडिंग सिस्टम लागू करने के बाद सीजीपीए (कम्युलेटिव ग्रेड प्वाइंट एवरेज) के आधार पर अभ्यर्थियों के डिविजन यानी श्रेणी दिए जाएंगे। 6.5 से 10 तक प्रथम श्रेणी होंगे। 5.0 से 6.50 तक द्वितीय श्रेणी और 4.0 से 5.0 से कम सीजीपीए पर तृतीय श्रेणी माना जाएगा।

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