कन्या गुरुकुल नारंगपुर में नौ कुंडीय महायज्ञ शुरू
शारदीय नवरात्र के अवसर पर नारंगपुर स्थित कन्या गुरुकुल में शनिवार को देश मे शांति के लिए महायज्ञ शुरू हुआ। ...और पढ़ें

मेरठ, जेएनएन। शारदीय नवरात्र के अवसर पर नारंगपुर स्थित कन्या गुरुकुल में शनिवार को देश में शांति के लिये नौ कुंडीय महायज्ञ का शुभारंभ किया गया। गुरुकुल की छात्राएं नौ दिन तक वेदमंत्रों के साथ हवन करेंगी।
गुरुकुल की प्राचार्य रश्मि आर्य ने बताया कि शारदीय नवरात्र में गुरुकुल की कन्याओं द्वारा आकर्षक पंडालों का निर्माण कर नौ यज्ञ कुंडों की स्थापना की गयी है। जिसमे नौ दिनों तक यज्ञ का आयोजन होगा। यज्ञ में गुरुकुल की कन्याएं ही वेदमंत्रों के उच्चारण के साथ आहुतियां प्रदान करेंगी।
उन्होंने नवरात्र का महत्व बताते हुए कहा सनातन धर्म में नारी को शक्ति का प्रतीक माना गया है। समय-समय पर देश की अनेक अदम्य साहसी नारियों ने अपना सर्वस्व बलिदान करके देश व समाज की रक्षा की है। शक्ति का प्रतीक हमारी माताओं व वीरांगनाओं ने अलग अलग रूपों मे अवतरित होकर समाज में फैली असामाजिकता, कुरीतियां, भ्रष्टाचारियों, देशद्रोहियों व देश की एकता को खंडित करने वालों का नाश करने का भार स्वयं उठाया है। वास्तव में नारी का सम्मान ही शक्ति की आराधना है। हमें बच्चो को अदम्य साहसी वीरांगनाओं की गाथा सुनाकर उन्हे संस्कारित करना व उनके हृदय में देश प्रेम भरना होगा।
प्रथम दिन वर्षा आर्या व दिव्या आर्या ने यज्ञ संपन्न कराया। अनुज गिरी व मंदाकिनी आर्या आसिफाबाद यज्ञ के यजमान रहे। रिचा, नीलाक्षी ,अनन्या, मनीषा तनु आदि का यज्ञ मंडप बनाने में सहयोग रहा।
श्रद्धालुओं ने मां शैलपुत्री की पूजा: नवरात्र के पहले दिन शनिवार को श्रद्धालुओं ने मां दुर्गा के प्रथम स्वरूप शक्ति स्वरूपा मां शैलपुत्री की पूजा-अर्चना की।
पांडव चौक स्थित सिद्धपीठ हनुमान मंदिर के पुजारी पंडित ओम प्रकाश भट्ट ने बताया कि पर्वतराज हिमालय के घर पर पुत्री के रूप में उत्पन्न होने के कारण इनका नाम शैलपुत्री पड़ा। सुभाष बाजार स्थित दुर्गा मंदिर, प्रीत नगर स्थित मंदिर, फलावदा रोड स्थित सरस्वती शिव मंदिर, सिद्धपीठ हनुमान मंदिर, झारखंडी शिव मंदिर, गुड़मंडी स्थित मंदिर में श्रद्धालुओं ने पूजा- अर्चना कर परिवार में सुख समृद्धि की कामना की।

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