शामली में एनजीटी ने मांगी अपर दोआब चीनी मिल की प्रदूषण रिपोर्ट, यह है पूरा मामला
प्रदूषण का सबब बने अपर दोआब चीनी मिल शामली को लेकर एनजीटी ने सख्त रुख अपनाया है। राज्य प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड और डीएम को जांच समिति बनाने के निर्देश। चार सप्ताह में बैठक कर तीन माह में प्रस्तुत करनी होगी रिपोर्ट।

शामली, जागरण संवाददाता। प्रदूषण का सबब बने अपर दोआब चीनी मिल शामली को लेकर एनजीटी ने सख्त रुख अपनाया है। राज्य प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड और जिलाधिकारी शामली को प्रदूषण जांच के लिए संयुक्त समिति बनाने और तीन माह में तथ्यों के साथ कार्रवाई की रिपोर्ट प्रस्तुत करने के आदेश दिए गए हैं।
शामली के अधिवक्ता मनीष जैन ने एनजीटी में शिकायत की थी कि अपर दोआब चीनी मिल की चिमनी से उडऩे वाली छाई (कालिख) से वायु प्रदूषण बढ़ रहा है। चीनी मिल से गंधयुक्त पानी भी निकलता है। इससे जन स्वास्थ्य पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ रहा है। एनजीटी के न्यायिक सदस्य बृजेश सेठी और विशेषज्ञ सदस्य डा. अफरोज अहमद के आदेश के मुताबिक, राज्य प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड और जिला अधिकारी शामली संयुक्त समिति बनाकर तथ्यात्मक स्थिति का पता लगाएं। समन्वय और अनुपालन के लिए राज्य प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड नोडल एजेंसी होगा। समिति चार सप्ताह में बैठक कर मौका मुआयना करेगी। कार्रवाई की रिपोर्ट तीन माह में ई-मेल से देनी होगी।
शिकायतकर्ता मनीष जैन ने बताया कि हमने प्रदूषण रोकने के लिए विज्ञान आधारित कदम उठाने और जन स्वास्थ्य का नुक्सान रोकने का एनजीटी से अनुरोध किया है।
गंभीर नहीं है मिल प्रबंधन
शुगर मिल के आसपास के मकानों में मिल की छाई पहुंच रही है। इससे लोगों को नेत्र और श्वांस संबंधी दिक्कतें पैदा हो रही हैैं। लोगों के मुताबिक, मिल प्रबंधन हर बार आधारहीन तर्क देकर पल्ला झाड़ लेता है। प्रशासनिक अधिकारी आश्वासन तो देते हैं, लेकिन कार्रवाई नहीं करते।
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