ब्लैक फंगस के मरीजों के आपरेशन में आ रही यह परेशानी, मेरठ मेडिकल कालेज में दर्जनों मरीज गंभीर, नहीं संभल रही आक्सीजन
ब्लैक फंगस के मरीजों के फेफड़ों की ताकत कम होने से डाक्टर आपरेशन का रिस्क नहीं ले पा रहे हैं। मेडिकल कालेज में भर्ती मरीजों में कोविड संक्रमण से ज्यादा नुकसान पहुंचा है। एनेस्थीसिया देने से फेफड़ों पर लोड बढ़ने से मरीज वेंटिलेटर पर जा सकता है।
मेरठ, जेएनएन। ब्लैक फंगस के मरीजों के फेफड़ों की ताकत कम होने से डाक्टर आपरेशन का रिस्क नहीं ले पा रहे हैं। मेडिकल कालेज में भर्ती मरीजों में कोविड संक्रमण से ज्यादा नुकसान पहुंचा है। एनेस्थीसिया देने से फेफड़ों पर लोड बढ़ने से मरीज वेंटिलेटर पर जा सकता है। दर्जनों मरीजों का आपेशन इसलिए भी टालना पड़ा है।
म्यूकरमाइकोसिस वार्ड के प्रभारी डा. वीपी सिंह ने बताया कि सभी मरीजों में शुगर है। साथ ही लंबे समय तक कोविड पाजिटिव रहने के से वायरस ने फेफड़ों को काफी नुकसान पहुंचाया है। सूजन बनी रहने से शरीर में पर्याप्त आक्सीजन मेंटेन नहीं हो रही है। कई मरीजों के आपरेशन का प्लान बनाया गया, लेकिन उनकी आक्सीजन सेचुरेशन पर्याप्त नहीं मिल रही। रविवार को मेडिकल कालेज में सात नए मरीज भर्ती हुए हैं। डाक्टरों ने बताया कि नाक और आंख में सूजन के दौरान आपरेशन से म्यूकर निकाला जा सकता है, लेकिन पल्मोनरी फाइब्रोसिस के मरीजों को एनेस्थीसिया देते ही फेफड़ा नाकाम होने का खतरा है। कई मरीजों की धड़कन बिगड़ गई। मेडिकल कालेज में अब तक 12, जबकि आनंद अस्पताल में 19 मरीजों का आपरेशन किया जा चुका है। ईएनटी सर्जन डा. पुनीत भार्गव ने बताया कि ब्लैक फंगस उन मरीजों में ज्यादा है, जिन्हें गंभीर कोविड था। उनके फेफड़ों की स्थित सामान्य न होने से एनेस्थीसिया देने में काफी सावधानी की जरूरत है।
200 पार हुई ब्लैक फंगस के मरीजों की संख्या
जिले में ब्लैक फंगस के मरीजों की संख्या रविवार को दो सौ पार कर गई। 12 नए मरीज भर्ती हुए, जिसमें सात मेडिकल में पहुंचे हैं। हालांकि डाक्टरों ने माना है कि ब्लैक फंगस भी थमने लगा है। मेडिकल कालेज के कोविड वार्ड प्रभारी डा. धीरज ने बताया कि कुल 72 कोरोना मरीज हैं, जबकि म्यूकर वार्ड में 86 मरीजों का इलाज किया जा रहा है। इसमें 40 मरीज कोविड पाजिटिव हैं। 11 मरीज आइसीयू में गंभीर हैं, जिन्हें एंफोटेरिसिन-बी समेत सभी जरूरी दवाएं दी जा रही हैं। ब्लैक फंगस के दो मरीजों को डिस्चार्ज भी किया गया है। प्राचार्य डा. ज्ञानेंद्र सिंह ने बताया कि रविवार को एंफोटेरिसिन की 100 वायल मिली है। सीएमओ डा. अखिलेश मोहन ने कहा कि मेडिकल में अब तक 123, आनंद अस्पताल में 28, न्यूटिमा में 10, लोकप्रिय में नौ व जसवंत राय में आठ मरीज मिल चुके हैं। 200 मरीजों में से अब तक 59 ठीक होकर घर जा चुके हैं, जबकि 20 की जान चली गई।