Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck

    मेरठ के शिव शक्ति विहार से जुड़े हैं नक्सलियों के तार, गिरफ्तार सुशील के स्वजनों की तलाश में पुलिस Meerut News

    By Taruna TayalEdited By:
    Updated: Fri, 24 Apr 2020 09:11 PM (IST)

    सामान सप्लाई करने में सुशील की भूमिका की पड़ताल शुरू कर दी है। इस संबंध में तलाश करने गई पुलिस को कई घंटों की तलाश के बाद भी सुशील के स्वजन नहीं मिले।

    मेरठ के शिव शक्ति विहार से जुड़े हैं नक्सलियों के तार, गिरफ्तार सुशील के स्वजनों की तलाश में पुलिस Meerut News

    मेरठ, जेएनएन। छत्तीसगढ़ के कांकेर में नक्सलियों के शहरी नेटवर्क से मेरठ के शिव शक्ति विहार का सुशील शर्मा भी जुड़ा हुआ हैं, जो कुछ साल पहले काम के सिलसिले में छत्तीसगढ़ गया था। वहां पर वह सड़क निर्माण के ठेकेदार के अंडर में काम करता था। वहीं से ही वह नक्सलियों के शहरी नेटवर्क से जुड़ गया। कांकेर पुलिस ने सुशील शर्मा को पकड़ लिया है। उसके स्वजनों की हिस्ट्री जानने के लिए मेरठ पुलिस से संपर्क किया है। पुलिस टीम ने भी भावनपुर थाने के शिव शक्ति विहार में उसके स्वजनों की तलाश की, लेकिन कुछ पता नहीं चला।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    कुछ इस तरह से कनेक्‍शन का चला पता  

    भावनपुर पुलिस के मुताबिक, सुशील शर्मा पुत्र रंजीत शर्मा निवासी शिव शक्ति विहार का कोई आपराधिक इतिहास थाने में नहीं है। उसके स्वजनों की तलाश में शुक्रवार को एसआइ विनोद के नेतृत्व में पुलिस की एक टीम ने शिव शक्ति विहार गई थी, लेकिन उनका कोई पता नहीं चला। हालांकि कालोनी के कुछ लोगों का कहना था कि एक लड़का कुछ दिन पहले छत्तीसगढ़ में सड़क निर्माण में नौकरी करने गया था।

    एसओ संजय कुमार का कहना है कि सुशील काफी समय पहले मेरठ छोड़ चुका है। उसका नेटवर्क नक्सलियों से कैसे जुड़ा है। इस संबंध में वहां की पुलिस से संपर्क किया जा रहा है। यह भी देखा जा रहा है कि सुशील के स्वजनों का कोई सदस्य तो नक्सलियों से नहीं जुड़ा है। बता दें कि सुशील शर्मा समेत पांच लोगों को कांकेर पुलिस की टीम ने नक्सलियों को वर्दी, कपड़ा, जूता, मेनपैक सेट और रुपये सप्लाई करते हुए रंगे हाथ गिरफ्तार किया है, जो बोलेरो में सवार होकर जा रहे थे।

    इनका कहना है...

    एसपी सिटी अखिलेश नारायण सिंह ने कहा कि शिव शक्ति विहार के युवक के छत्तीसगढ़ में पकड़े जाने की जानकारी मिली थी। मेडिकल और भावनपुर पुलिस के माध्यम से उसके स्वजनों की तलाश कराई जा रही है। अभी तक स्वजनों का पता नहीं चला है। पुलिस रिकॉर्ड में उक्त परिवार का नाम अंकित नहीं है। कालोनी के लोगों ने जानकारी दी है कि कुछ साल पहले सुशील यहां से छत्तीसगढ़ जाकर सड़क निर्माण का काम करने लगा था।