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National Ranking of NHAI: मेरठ-मुजफ्फरनगर एनएच-58 को देश में मिला 132वां स्थान, श्रेणी भी वेरी गुड,जानें-इसकी खासियत

National Ranking of NHAI यह वेस्‍ट यूपी के लिए गर्व की बात है कि एनएच-58 यानी मेरठ-मुजफ्फरनगर राष्ट्रीय राजमार्ग को एनएचएआइ की राष्ट्रीय रैंकिंग में 132वां स्थान मिला है। इस प्रकार यदि अंकों को देखा जाए तो यह हाईवे बहुत अच्‍छा माना गया है।

By Prem Dutt BhattEdited By: Published: Tue, 05 Oct 2021 08:54 AM (IST)Updated: Tue, 05 Oct 2021 08:54 AM (IST)
78.31 किमी है इस मार्ग की लंबाई-भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण ने जारी की रैंकिंग।

प्रदीप द्विवेदी, मेरठ। एनएच-58 यानी मेरठ-मुजफ्फरनगर राष्ट्रीय राजमार्ग को एनएचएआइ की राष्ट्रीय रैंकिंग में 132वां स्थान मिला है। वहीं अंकों के आधार पर इसे वेरी गुड श्रेणी में रखा गया है। यानी यह राष्ट्रीय राजमार्ग यात्रा के लिए मुफीद है और बेहतर भी है। इस पर यात्रा करने वाले क्या अनुभव करते हैं, यह अलग बात है। फिलहाल अंक बताते हैं कि यह मार्ग बहुत अच्छा है।

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किस वर्ग में कितने अंक मिले

वर्ग पूर्णांक प्राप्त अंक

हाईवे इफिशिएंसी 45 30.96

हाईवे सेफ्टी 35 19.02

यूजर सर्विसेज 20 15.06

अंक के आधार पर ऐसे तय हुआ वर्ग

अंक वर्ग

100 से 80 तक एक्सीलेंट

60 से 80 तक वेरी गुड

40 से 60 तक गुड

40 तक पूअर

ऐसे हुई रैंक और श्रेणी की गणना

देश के चार व छह लेन वाले राष्ट्रीय राजमार्ग को इस प्रतियोगिता में शामिल किया गया। कुल 219 राजमार्ग शामिल हुए। इसमें यह आधार बनाया गया कि वाहनों की गति सीमा पर कितना नियंत्रण रखा जा रहा है। उसके उपाय क्या क्या हैं। टोल प्लाजा पर वाहनों को ज्यादा देरी तक तो नहीं रुकना पड़ता। गति अवरोधक ज्यादा न हों। गड्ढे पडऩा व ऊपरी परत उजडऩा और उनकी मरम्मत में तेजी। सभी लेन की पूरी लंबाई में समान चौड़ाई। सड़क की सतह का उथली न होना। जल निकासी की उचित व्यवस्था। ओवरब्रिज मानक के अनुरूप बेहतर बना होना। यात्रियों के लिए सुगम होना। दुर्घटनाएं कम होना। एंबुलेंस की सेवा तुरंत उपलब्ध होना।

यह है मानक 

किसी भी दुर्घटना की स्थिति में फौरन मार्ग को खाली करना ताकि जाम न लगे और दूसरी दुर्घटना न हो। अवैध कट न होना। फुटपाथ व फुटओवरब्रिज और उन पर रेलिंग की स्थिति। क्रैश बैरियर की गुणवत्ता व उनके उचित स्थान पर स्थापना। हाईवे किनारे अतिक्रमण व अवैध बस स्टाप न होना। डिवाइडर यानी मध्य में पौधारोपण होना। हाईवे पर धूल व रेत न होना। नियमित रूप से सफाई। टोल प्लाजा पर सार्वजनिक शौचालय व पेयजल उपलब्ध होना। हाईवे किनारे मोटर वर्कशाप उपलब्ध होना। स्पीड ब्रेकर व स्पीड बैरियर की जरूरत न पडऩा। अवैध होर्डिंग न होना। वाहन चालकों की संतुष्टि हो और वाहनों का अधिक शोर शराबा न हो।

बुलंदशहर हाईवे प्रतियोगिता में शामिल नहीं

जब यह प्रतियोगिता शुरू हुई थी तब बुलंदशहर हाईवे का उद्घाटन नहीं हुआ था। इसलिए यह राजमार्ग प्रतियोगिता में शामिल नहीं हुआ।

पांच बेहतर हाईवे

हाईवे रैंक अंक श्रेणी

छह लेन अहमदाबाद-वडोदरा एनएच-48 प्रथम 91.81 एक्सीलेंट

मंगलौर-गोवा कर्नाटक-कुंडापुर एनएच 66 द्वितीय 91.11 एक्सीलेंट

चार लेन अहमदाबाद-वडोदरा एक्सप्रेसवे एनई-संख्या एक तृतीय 90.78 एक्सीलेंट

बिलासपुर सिमगा-सरगांव एनएच 130 चतुर्थ 89.54 एक्सीलेंट

सोलापुर-एडासी एनएच 211 पांचवीं 89.29 एक्सीलेंट

पांच फिसड्डी हाईवे

पूर्णिया- डालखोला एनएच 31 215 41.83 गुड

विशाखापट्टनम-चंपावती एनएच 16 216 41.48 गुड

विशाखापट्टनम-अनकपल्ली एनएच-16 217 41.23 गुड

दिल्ली हरियाणा बार्डर से रोहतक एनएच 10 218 41.03 गुड

इंदौर-देवास एनएच-3 219 36.96 पूअर


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