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    किराया महंगा... फिर भी नमो भारत का रुख कर रहे दिल्ली-मेरठ के लिए यात्री, क्या है वजह!

    By Om Bajpai Edited By: Praveen Vashishtha
    Updated: Mon, 08 Dec 2025 01:00 PM (IST)

    दिल्ली-मेरठ के यात्रियों के लिए नमो भारत ट्रेन अधिक किराया होने के बावजूद पसंदीदा विकल्प बन गई है। आरामदायक सीटें, वातानुकूलन और वाई-फाई जैसी सुविधाओं ...और पढ़ें

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    नमो भारत ट्रेन में यात्रियों की भीड़। जागरण

    जागरण संवाददाता, मेरठ। ठंड में ट्रेनें विलंबित होने से दैनिक यात्रियों की मुश्किलें बढ़ गई हैं। वह समय पर घर पहुंचने के लिए नई दिल्ली और मेरठ के बीच संचालित हाईस्पीड ट्रेन नमो भारत का रुख कर रहे हैं, जबकि इसका किराया पैसेंजर की तुलना में छह गुना है। शाम के समय पीक आवर में नमो भारत ट्रेन में सीट नहीं मिल रही।

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    शटल की तुलना में छह गुना किराया है नमो भारत का
    नमो भारत ट्रेन मेरठ साउथ से आनंद विहार होकर न्यू अशोक नगर तक संचालित है। वर्तमान में 55 से 60 हजार यात्री प्रतिदिन सफर कर रहे हैं। रेवाड़ी से चलकर मेरठ कैंट आने वाली शटल ट्रेन रविवार को एक घंटा और शनिवार को ट्रेन सवा घंटा विलंब से मेरठ (रात 10:15 बजे) पहुंची। ट्रेन पिछले 15 दिन से एक से डेढ़ घंटा विलंब से संचालित हो रही है। रविवार को उत्कल एक्सप्रेस डेढ़ और शालीमार एक्सप्रेस सवा घंटा विलंबित रही। दैनिक यात्रियों का कहना है कि समय से घर पहुंचने के लिए वह रैपिड ट्रेन का सहारा ले रहे हैं, लेकिन साढ़े छह गुना किराया खर्च करने के बाद नमो भारत में सीट नहीं मिल रही।

    मिनटों में फुल हो जाती है नमो भारत
    आनंद विहार से मेरठ साउथ का किराया 130 रुपये है। वहीं नई दिल्ली से मेरठ कैंट का शटल किराया मात्र 20 रुपये है। अगर जनशताब्दी से आते हैं तो 85 और एक्सप्रेस ट्रेन में 45 रुपये देने होते हैं। अधिकांश यात्रियों ने मासिक पास बनवा रखे हैं, जिसका शुल्क 355 रुपये है। दैनिक यात्री तरुण मेहता ने बताया कि ठंड में समय से घर पहुंचने की जल्दी रहती है। काफी यात्री आसपास के कस्बों में जाते हैं। ऐसे में शटल लेट होने से मवाना, सरधना, पल्लवपुरम और जागृति विहार जाने वालों को सबसे ज्यादा दिक्कतों का सामना करना पड़ता है।

    दैनिक यात्री कपिल गोयल ने बताया, रात 11 से 12 बजे तक घर पहुंचते हैं। इसके बाद सुबह पांच बजे उठकर फिर से आफिस जाने की तैयारी करनी पड़ती है। इसलिए शाम के समय मेरठ आने के लिए नमो भारत का सहारा ले रहे हैं। लेकिन शाम को पांच से सात बजे के बीच ट्रेनों में जबरदस्त भीड़ चल रही है। कंकरखेड़ा निवासी तरुण मेहता ने बताया कि वह तीन दिन से लगातार नमो भारत से आ रहे हैं, एक भी दिन सीट नहीं मिली।

    आशु यादव ने बताया, नमो भारत में केवल छह कोच लगकर आ रहे हैं, आम यात्रियों के लिए केवल चार कोच हैं। आनंद विहार में मिनटों में यह ट्रेन फुल हो जाती है। हर पंद्रह मिनट में नमो मेरठ के लिए चलती है। यात्रियों की मांग है पीक आवर्स ट्रेन को हर पांच मिनट में चलाया जाए और कोचों की संख्या भी बढ़ाई जाए।