Meerut News: आक्रोश के बाद आखिरकार झुका नगर निगम, भगवान महावीर के नाम पर ही रहेगी रेलवे रोड
Railway road name change मेरठ में जैन समाज के आक्रोश के बाद झुका निगम रद होगी रेलवे रोड को दयानंद गुप्ता के नाम की घोषण। जैन समाज के भारी आक्रोश के बाद महापौर ने बोर्ड बैठक के निर्णय को वापस लेने के लिए बुलाई बैठक।
मेरठ, जागरण संवाददाता। Railway Road Name मेरठ में रेलवे रोड का नाम भगवान महावीर मार्ग ही रहेगा। नगर निगम ने इसका नाम बदलकर सेठ दयानंद मार्ग किया था लेकिन जैन समाज के भारी आक्रोश के बाद इस घोषणा को रद किया जाएगा। यह प्रस्ताव बोर्ड बैठक में स्वीकृत हुआ था इसलिए नगर निगम की कार्यकारिणी की सहमति से ही इस निर्णय को पलटा जा सकता है।
भूलवश कर दिया था नाम
महापौर सुनीता वर्मा ने 25 नवंबर को कार्यकारिणी की बैठक बुलाई है। इसमें यह बात रखी जाएगी कि रेलवे रोड का नाम भूलवश सेठ दयानंद गुप्ता के नाम कर दिया गया था जबकि इस सड़क का नाम पहले से ही भगवान महावीर मार्ग है। महापौर ने नगर आयुक्त को लिखे पत्र में बताया है कि सेठ दयानंद शहर के प्रतिष्ठित समाजसेवी व उद्यमी हैं। उनकी धर्म निरपेक्ष छवि रही है। उनकी सामाजिक प्रतिष्ठा उल्लेखनीय है। इसलिए शहर की किसी अन्य सड़क का नाम उन्हें समर्पित किया जाएगा।
इस फैसले पर जैन समाज ने जताया विरोध
रेलवे रोड का नाम बदलने पर जैन समाज लगातार विरोध दर्ज करा रहा था। जैन समाज के लगभग सभी संगठनों व प्रमुख हस्तियों ने इसका विरोध किया था। हालांकि जैन समाज ने सेठ दयानंद गुप्ता के नाम का विरोध नहीं किया था। जैन समाज का यह विरोध था कि जिस सड़क का नाम पहले से ही महावीर महावीर मार्ग है तो फिर उसका नाम कैसे बदला जा सकता है।
तीर्थंकर महावीर मार्ग का नाम बदलने पर जताया विरोध
रेलवे रोड का नाम तीर्थंकर महावीर मार्ग से बदल कर दयानंद गुप्ता मार्ग करने के विरोध में जैन समाज के व्यापारियों ने नगर आयुक्त को ज्ञापन दिया। तीर्थंकर महावीर मार्ग व्यापार मंडल के महामंत्री प्रदीप कुमार जैन के नेतृत्व में व्यापारियों का प्रतिनिधि मंडल नगर आयुक्त अमित पाल शर्मा से मिला। व्यापारियों ने कहा 40 साल पुराने मार्ग का नाम बदलने से लोगों में रोष है। सेठ दयानंद गुप्ता का जैन समाज सम्मान करता है लेकिन जैन तीर्थंकर के नाम पर रखे गए मार्ग का नाम नहीं बदला जाना चाहिए। शहर के किसी अन्य मार्ग का नाम दयानंद जी के नाम से कर दिया जाय। अक्षय जैन,विजय जैन एडवोकेट,सतेंद्र जैन, योगेश, अनिल कुमार, संजीव मदान, बृज भूषण, साहिल मौजूद रहे।
बोर्ड बैठक की कार्यवाही से हटाया जाए नाम बदलने का प्रस्ताव
नगर निगम के पार्षद राकेश जैन ने महापौर को पत्र देकर नाम बदलने का विरोध जताया। प्रस्ताव को वापस लेने व उसे नगर निगम की बोर्ड बैठक की कार्यवाही से इस प्रस्ताव को हटाने की मांग की। कहा कि 1975 से ही इस सड़क का नाम महावीर के नाम पर था। जैन समाज सेठ दयानंद गुप्ता का सम्मान करता है, उनके नाम पर किसी सड़क के नामकरण से ऐतराज नहीं है। विरोध सिर्फ इस बात का है कि जो सड़क पहले से ही महावीर के नाम पर है उसे अब दूसरा नाम क्यों दिया गया है। यह गलत है।