Ban on PFI: पीएफआइ पर प्रतिबंध के बाद मुजफ्फरनगर में सदस्यों की निगरानी तेज, खुफिया विभाग जुटा रहा जानकारी
Muzaffarnagar Crime News टेरर फंडिंग के मामले में पापुलर फ्रंट आफ इंडिया (पीएफआइ) को प्रतिबंधित कर दिया गया है। इसके बाद पुलिस ने जिले में पीएफआइ और एसडीपीआइ के सदस्यों की निगरानी तेज कर दी है। ... .

मुजफ्फरनगर, जागरण संवाददाता। टेरर फंडिंग के मामले में पापुलर फ्रंट आफ इंडिया (पीएफआइ) को प्रतिबंधित कर दिया गया है। इसके बाद पुलिस ने जिले में पीएफआइ और एसडीपीआइ के सदस्यों की निगरानी तेज कर दी है। स्थानीय खुफिया विभाग भी ऐसे लोगों की जानकारी जुटा रहा है, जो पीएफआइ के सदस्य हैं।एनआइए और एटीएस ने दबोचा था कासमी
एनआइए और एटीएस ने फुगाना थानाक्षेत्र के जोगियाखेड़ा गांव निवासी इस्लाम कासमी को दबोचा था। पूछताछ के बाद इस्लाम कासमी को मेरठ पुलिस ने जेल भेज दिया गया था। इस्लाम कासमी से पूछताछ के बाद सोमवार देर रात एटीएस और एसटीएफ ने रतनपुरी थानाक्षेत्र के गांव भनवाड़ा, शहर कोतवाली क्षेत्र के गांव शेरपुर, खालापार और छपार में दबिश देकर छह लोगों को दबोचा था। इन सभी से घंटों एटीएस और एसटीएफ ने पूछताछ की थी। पूछताछ के बाद सभी को संबंधित थाना पुलिस को सौंप दिया था। पुलिस ने सभी का शांतिभंग की धारा में चालान कर दिया था और मुचलकों पाबंद भी किया था।
पुलिस बना रही डोजियर
उधर, बुधवार को केंद्र सरकार ने पीएफआइ और उसकी सहयोगी शाखाओं पर प्रतिबंध लगा दिया। इसके बाद जनपद में पीएफआइ और एसडीपीआइ के सदस्यों की निगरानी तेज कर दी गई है। पुलिस उक्त लोगों का डोजियर बनाने में जुटी है। स्थानीय खुफिया विभाग भी ऐसे लोगों की जानकारी जुटा रहा है, जो पीएफआइ के सदस्य हैं। वर्ष 2019 में नागरिकता संशोधन कानून के विरोध में शहर में हुई हिंसा में भी पीएफआइ के सदस्यों की भूमिका सामने आई थी। इस मामले में पुलिस ने पीएफआइ के आधा दर्जन सदस्यों को जेल भेजा था।
इनसे हुई थी पूछताछ
मंगलवार देर रात एटीएस और एसटीएफ ने एसडीपीआइ के जिलाध्यक्ष दारोगा की कोठी खालापार निवासी शकील, पीएफआइ सदस्य अबूजर निवासी रहमतनगर खालापार, चांद मोहम्मद निवासी शेरपुर, शाहजेब निवासी दक्षिणी खालापार, सुलेमान निवासी कासमपुर पठेडी छपार, जुल्फकार निवासी भनवाड़ा थाना रतनपुरी को हिरासत में लेकर पूछताछ की थी।
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