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    मेरठ छोड़कर जा रहे हैं मुस्कान के घरवाले? घर पर फिर लगाए मकान बिकाऊ के पोस्टर

    Updated: Fri, 05 Dec 2025 03:17 PM (IST)

    मेरठ में मुस्कान के माता-पिता आर्थिक तंगी और सामाजिक बहिष्कार से परेशान होकर शहर छोड़ने की तैयारी में हैं। बेटी के कुकर्मों के कारण उन्हें रिश्तेदारों ...और पढ़ें

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    जागरण संवाददाता, मेरठ। बेटी मुस्कान की करतूत से शर्मसार ने पूरे परिवार को बर्बादी के कगार पर लाकर खड़ा कर दिया है। मुस्कान व साहिल भले ही जेल की सलाखों के पीछे अपने कर्मों की सजा भुगत रहे हो लेकिन मां-बाप के सामने अब पेट भरने के भी लाले पड़ गए है। करीबियों, रिश्तेदारों व दोस्तों ने मुस्कान के मां-बाप से दूरी बना ली है। दुकान पर भी कोई आने को तैयार नहीं है। बेटी ट्यूशन पढ़ाती थी।

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    घटना के बाद उसके पास भी अब लोगों ने अपने बच्चों को पढ़ने भेजना बंद कर दिया है। ऐसे में आर्थिक समस्या से जूझ रहे मुस्कान के माता पिता ने स्वजन संग मेरठ से विदाई का मन बना लिया है। गुरुवार को उन्होंने एक बार फिर मकान बिकाऊ है का पोस्टर दरवाजे पर चस्पा कर दिया है।

    वह चाहते हैं, कोई इस मकान को खरीद लें और वह इस शहर को अलविदा कहकर ऐसी जगह जाकर बस जाएं, जहां बेटी की बदनामी के छींटे उनके दामन पर न पड़े। कोई उन्हें मुस्कान के मां-बाप के नाम से न जाने। मुस्कान के घर पर लगे ऐसे पोस्टर सोशल मीडिया पर प्रसारित हो रहे हैँ।

    मुस्कान ने अपने पति सौरभ की तीन मार्च को प्रेमी साहिल के साथ मिलकर हत्या कर दी थी। सौरभ का शव कई हिस्सों में काटकर नीले ड्रम में भरकर सीमेंट में जमा दिया था। हत्या के बाद दोनों हिमाचल घूमने चले गए थे। 17 मार्च को मुस्कान वापस लौटी। उसने 18 मार्च को मां को हत्या की जानकारी दी।

    पुलिस ने सौरभ का शव बरामद कर दोनों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था। मुस्कान के पिता की घर में ही सर्राफ की दुकान है। सौरभ की हत्या से पहले उनका कारोबार ठीक-ठाक चल रहा था। घटना के बाद सभी ने उनसे दूरी बना ली। मुस्कान के स्वजन बताते हैं, जिन पर उनकी उधारी थी, वह भी देने में आनाकानी कर रहे हैं।

    बेटी के पास ट्यूशन पढ़ने आना बच्चों ने बंद कर दिया है। इससे पूरा परिवार आर्थिक तंगी से जूझ रहा है। कुछ दिन पहले भी उन्होंने मकान बिकाऊ के पोस्टर लगाए थे। आसपास के लोगों व पुलिस ने जानकारी होने पर समझाया तो उन्होंने पोस्टर हटा दिए। गुरुवार को उन्होंने फिर घर पर मकान बिकाऊ के पोस्टर चस्प कर दिए। मुस्कान के माता-पिता का कहना है, बदनामी व जिल्लत अब बर्दाश्त नहीं हो रही है।

    कारोबार ठप है। आय के सारे साधन बंद हो गए है। अब फांके की स्थिति है। कैसे गुजर बसर हो। मदद मांगने पर हर कोई दूरी बना रहा है। जीने के लिए रुपया चाहिए। यहां आय का कोई साधन नहीं है। ऐसे में अब मेरठ में रहना मुश्किल है। इसी कारण उन्होंने मकान बिकाऊ का पोस्टर लगाया है। वह सब कुछ बेचकर यहां से कही दूर जाकर बसना चाहते हैं, जहां उन्हें कोई पहचानता न हो, मुस्कान की बदनामी व पहचान भी उनसे दूर हो।

    मुस्कान के माता-पिता के लगाए पोस्टर पूरे दिन चर्चाओं में रहे और इंटरनेट मीडिया पर छाए रहे। इस बारे में ब्रह्मपुरी पुलिस ने कोई जानकारी से इंकार किया। स्वजन ने भी ज्यादा कुछ कहने से इंकार कर दिया। दूसरी ओर, सौरभ के भाई राहुल ने कहा कि जिस घर पर मुस्कान के मां बाप ने पोस्टर लगाए है। इस मकान को बनाने में सौरभ ने रुपये लगाए है।

    मुस्कान के पिता ने मकान बिकाऊ के पोस्टर लगाए है। उनकी सौरभ हत्याकांड में कोई भूमिका नहीं है। संपत्ति बेचने व रखने का उनका अपना अधिकार व सोच है। पुलिस इस मामले में कोई हस्तक्षेप नहीं कर सकती है। -आयुष विक्रम सिंह, एसपी सिटी