जेल में बंद मुस्कान वकील बन खुद लड़ना चाहती है मुकदमा, क्या है नियम? परिवार तोड़ चुका है नाता… कोई मिलने नहीं आता
मेरठ के सौरभ राजपूत हत्याकांड में आरोपी मुस्कान रस्तोगी ने एलएलबी करके खुद अपना मुकदमा लड़ने की इच्छा जताई है। जेल अधीक्षक से की गई अपील में उसने कहा कि 70 दिनों से उससे कोई मिलने नहीं आया है। आठवीं पास मुस्कान को एलएलबी करने के लिए पहले 12वीं पास करनी होगी क्योंकि जेल में रहते हुए रेगुलर एलएलबी कोर्स करना संभव नहीं है।

जागरण संवाददाता, मेरठ। देशभर को हिलाकर रख देने वाले सौरभ राजपूत हत्याकांड एक बार फिर सुर्खियों में आ गया। हत्यारोपित मुस्कान रस्तोगी ने वरिष्ठ जेल अधीक्षक के सामने अपील की। बोली, एलएलबी कर खुद अपना मुकदमा लड़ना चाहती है।
दरअसल, 70 दिनों से जेल में बंद मुस्कान से कोई मुलाकात करने तक नहीं आया। अहम बात यह है कि मुस्कान आठवीं पास है, बीसीआई में यह रेगुलर कोर्स है। जेल के बंदी एलएलबी नहीं कर सकते है। मुस्कान को एलएलबी करने के लिए पहले कक्षा 12 तक पढ़ाई करनी होगी। उसके बाद ही एलएलबी में एडमिशन मिल सकेगा।
निरस्त हो चुकी है जमानत
मुस्कान गर्भवती है। 70 दिनों से जेल में बंद मुस्कान से परिवार या रिश्तेदार का कोई सदस्य मिलने नहीं आया, जबकि साहिल से उसकी नानी और भाई मिल चुका है। दोनों को सरकारी अधिवक्ता मुहैया कराया गया।
निचली अदालत में दोनों की जमानत अर्जी निरस्त हो चुकी है। हाईकोर्ट में जमानत के लिए दोनों को अधिवक्ता की जरूरत है। ऐसे में मुस्कान के परिवार ने उससे संपर्क करना बंद कर दिया है।
मुस्कान ने वरिष्ठ जेल अधीक्षक वीरेश राज शर्मा से कहा कि वह एलएलबी करने के बाद खुद अपना मुकदमा कोर्ट में लड़ना चाहती है, जबकि मुस्कान आठवीं पास है। ऐसे में एलएलबी करना संभव नहीं है।
बार काउंसिल ऑफ इंडिया के नियमों के मुताबिक, अगर मुस्कान पांच वर्षीय एलएलबी कोर्स भी करती है तो उसे पहले 12वीं करनी होगी। इसके बाद उसे जमानत मिलती है तो ही वह पांच वर्षीय एलएलबी कर पाएगी, क्योंकि एलएलबी रेगुलर कोर्स है। इसको जेल में रहकर नहीं किया जा सकता है।
बंदियों को कोर्ट से पेपर देने की अनुमति मिल जाती है। जेल से प्राइवेट या दूरस्थ शिक्षा वाले कोर्स किए जा सकते हैं। अभी तक मुस्कान 8वीं ही पास है। इसके लिए उसको पहले 12वीं तक पढ़ाई करनी पड़ेगी। तब कोर्ट से जमानत मिलती है तो ही एलएलबी की पढ़ाई कर सकती है। जेल में रहकर एलएलबी की पढ़ाई नहीं हो सकती है।
-अनिल बख्शी, वरिष्ठ अधिवक्ता
पति को मारकर हिमाचल में प्रेमी के साथ घूमी
ब्रह्मपुरी में रहने वाले सौरभ राजपूत का उसका पत्नी मुस्कान रस्तोगी ने प्रेमी साहिल शुक्ला के साथ मिलकर तीन मार्च की रात को कत्ल कर दिया था। उसके शव के चार टुकड़े करके सीमेंट डालकर नीले रंग के ड्रम में बंद कर दिया था।
घटना के बाद दोनों ही हिमाचल घूमने चले गए थे। वहां पर मुस्कान ने साहिल के नाम का मांग में सिंदूर भर शादी कर ली थी। वहां से 17 मार्च को लौटने के बाद 18 मार्च को पुलिस ने घटना का पर्दाफाश कर मुस्कान और साहिल को जेल भेज दिया था।
इस हत्याकांड में पुलिस कोर्ट में आरोप पत्र भी दाखिल कर चुकी है। मुस्कान और साहिल की जमानत अर्जी भी निचली अदालत से निरस्त हो चुकी है। दोनों अब जेल में बंद हैं।
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