नाराज पति ने पत्नी को मारी गोली, फिर दो बेटियों को मौत के घाट उतारा, तीन हत्याओं की एक वजह… ‘बुर्का’!
Shamli News : शामली में एक व्यक्ति ने अपनी पत्नी और दो बेटियों की हत्या कर दी और शवों को घर में दफना दिया। आरोपित ने पत्नी के बिना बुर्का पहने मायके ...और पढ़ें

(प्रतीकात्मक फोटो)
जागरण संवाददाता, शामली। झूठी शान के लिए एक व्यक्ति ने पत्नी के सिर में गोली मारकर हत्या कर दी। वारदात करते हुए बड़ी बेटी ने पिता को देख लिया, जिस पर आरोपित ने उसे भी गोली मार दी। आवाज सुनकर छोटी बेटी पहुंची तो उसकी गला दबाकर हत्या कर दी। इसके बाद आरोपित ने तीनों के शवों को अपने ही घर में ही पहले से खोदे गए सेफ्टी टैंक में दबा दिया।
आरोपित के माता-पिता ने बहू और पोतियों के बारे में पूछा तो वह इधर-उधर की बातें करता रहा, जिस पर उनको शक हो गया। उन्होंने पुलिस को शिकायत कर दी। पूछताछ में आरोपित ने राजफाश कर दिया। पुलिस ने आरोपित के घर से तीनों शवों को बरामद कर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया।
कांधला थानाक्षेत्र के गांव गढ़ी दौलत निवासी फारूक का निकाह 18 साल पहले मुजफ्फरनगर के थाना मंसूरपुर के गांव नरा निवासी ताहिरा से हुआ था। उनके पांच बच्चे हैं, जिनमें तीन बेटियां 14 वर्षीय आफरीन, 11 वर्षीय आसमीन, आठ वर्षीय सहरीन और दो बेटे सात वर्षीय अरशद, पांच वर्षीय बिलाल हैं। फारूक खाना बनाने का काम करता है।
एसपी एनपी सिंह ने बताया कि घर की आर्थिक स्थिति ठीक नहीं है। करीब एक माह पहले दंपती में विवाद हो गया था, जिस पर ताहिरा बच्चों को छोड़कर अकेले मायके चली गई थी। तब उसने बुर्का नहीं पहना था। इसका भी फारूक ने विरोध किया था।
करीब 15 दिन बाद वह पत्नी को अपने घर ले आया था। आने के बाद भी दोनों में विवाद हुआ था। पत्नी ने अपनी मर्जी से जिंदगी जीने की बात की थी, जिसके बाद आरोपित ने उसकी हत्या की योजना बना ली थी। इसके तहत उसने घर में सेफ्टी टैंक का निर्माण शुरू करा दिया था। पांच दिसंबर को उसने कहीं से तमंचा खरीद लिया था।
नौ दिसंबर की रात करीब 12 बजे उसने पत्नी से चाय बनाने के लिए कहा। जैसे ही वह चाय बनाने के लिए गई, तभी पीछे से उसके सिर में गोली मार दी। उसकी मौके पर ही मौत हो गई। बड़ी बेटी अचानक से बाहर आ गई। इस पर फारूक ने उसके भी सिर में गोली मार दी।
आवाज सुनकर छोटी बेटी आई तो उसकी गली दबाकर हत्या कर दी। इसके बाद तीनों के शवों को सेफ्टी टैंक में दबा दिया। सुबह अपने तीनों बच्चों से कहा कि मां और दोनों बहनें रिश्तेदारी में गई हैं।
13 दिसंबर को उसके पिता दाऊद और मां असगरी ने पूछा तो कहा कि शामली के लिलौन गांव में किराये पर कमरा लिया है, जहां तीनों रह रही हैं। मंगलवार को उन्हें शक हुआ तो फारूक से कहा कि वह उनके पास लेकर चले।
सभी लोग लिलौन पहुंचे तो वहां कोई नहीं मिला। इसके बाद दाऊद ने शाम को पुलिस को सूचना दे दी। पुलिस ने आरोपित से पूछताछ की तो उसने हत्या की बात कुबूल कर ली। रात में पुलिस ने घर में बने सेफ्टी टैंक की खोदाई कर तीनों के शवों को बाहर निकाल लिया।
एसपी नरेंद्र प्रताप सिंह का कहना है कि पत्नी और दो बेटियों की हत्या के मामले में आरोपित को गिरफ्तार कर लिया है। शव भी उसके घर से बरामद हो गए हैं। विवाद के बाद महिला बिना बुर्का पहने अपने मायके चली गई थी, जिससे आरोपित नाराज था। इसके चलते ही उसने हत्या की योजना बनाई थी। आरोपित से तमंचा भी बरामद कर लिया है। शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है।
महिला के घर वालों ने आरोपित से की हाथापाई
घटना की जानकारी पर एसपी भी पहुंच गए थे। उन्होंने घर में बने एक कमरे में आरोपित से पूछताछ की थी। इसके बाद पुलिस आरोपित को लेकर थाने जा रही थी। मौके पर महिला के मायके वाले भी मौजूद थे। उन्होंने पुलिस के सामने ही आरोपित से हाथापाई शुरू कर दी थी। बमुश्किल पुलिस ने स्वजन से आरोपित को छुड़ाया और उसे लेकर थाने पहुंचे।

कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।