Mock Drill in UP: घबराएं नहीं! मेरठ में एक साथ बजेंगे 6 सायरन, पीले-लाल और हरे सिग्नल का ये होगा मतलब
मेरठ में भारत-पाकिस्तान तनाव के बीच आज मॉक ड्रिल होगी। जानिए सायरन बजने पर क्या करें। नागरिक सुरक्षा कोर ने हवाई हमले से बचाव के लिए दिशानिर्देश जारी किए। ऊंची-नीची आवाज़ का मतलब खतरे का रंग क्या संकेत देते हैं? जानें पूरी जानकारी और रहें सुरक्षित। मॉक ड्रिल में भाग लेकर खुद को तैयार करें।

जागरण संवाददाता, मेरठ। भारत पाकिस्तान के बीच चल रहे तनाव को लेकर पूरे देश में कल मॉकड्रिल होगी। जिसकी तैयारी मंगलवार को जिला प्रशासन के अधिकारियों ने पूरे दिन तैयारी की। इसी क्रम में नागरिक सुरक्षा कोर की टा उन हाल में मीटिंग हुई, जिसमे एडीएम सिटी बृजेश सिंह ने गृह मंत्रालय की गाइडलाइन बताई।
नागरिक सुरक्षा कोर के उप नियंत्रक रविन्द्र प्रताप ने बताया कि यदि शहर में सायरन ऊंची नीची आवाज में बजता हैं तो समझ जाइए कि पाकिस्तान हवाई हमला कर सकता है और मेरठ को नुकसान पहुंचा सकता हैं यदि सायरन एक सुर में बजता हैं तो समझ जाइए खतरा था लेकिन टल गया हैं।
शहर में एक साथ बजेंगे छह सायरन
वर्तमान में नागरिक सुरक्षा कोर के पास छह सायरन हैं, जो रेलवे रोड स्थित कोल्ड स्टोर, आईटीआई साकेत, सोहराब गेट बस अड्डा, शारदा रोड पुलिस चौकी, नगर कोतवाली, सोहराब गेट चौकी में लगे हैं। इन सभी सायरन पर नागरिक सुरक्षा कोर के वार्डन तैनात होंगे। खतरा होने पर ही सायरन बजेगा। बेवजह नहीं बजेगा।
हवाई हमले का पीला संदेश आने पर क्या होगा
सबसे पहले हवाई हमले का जिला प्रशासन और नागरिक सुरक्षा कोर के कंट्रोल रुम में एक पीला संदेश आएगा। जिसके आते ही नागरिक सुरक्षा कोर और जिला प्रशासन के अधिकारी अपनी तैयारी शुरू कर देंगे। अधिकारी जनता को बचाने के लिए खुद की तैयारी करेंगे।
संदेश के बाद अग्निशमन विभाग, सीएमओ, सीएफओ, डीएसओ, सीडीओ आदि अधिकारियों को खुद की तैयारी करनी होगी; जैसे ऐसे स्थान चिन्हित करने होंगे। जमीन के नीचे बने होंगे। खाई खोदी जाएगी, ताकि पब्लिक को वहां रख सके।
हवाई हमले का लाल संदेश मिलने पर यह होगा
यदि मेरठ जिला प्रशासन को हमले का लाल संदेश मिलता हैं तो समझ ले कि मेरठ पर पांच मिनट के अंदर हमला होने वाला हैं। तब यहां पर खतरे वाला सायरन बजेगा। इस दौरान जिला प्रशासन और नागरिक सुरक्षा कोर, पुलिस आदि इं सभी का काम जनता को सेल्टर में ले जाना होगा। जैसे जमीन पर लेटना होगा। खोदी गई जमीन में भेजना होगा।
हवाई हमले का हरा सिग्नल मिलने पर यह होगा
यदि हवाई हमले का हरा सिग्नल जिला प्रशासन को मिलता हैं तो एक सुर में सायरन बजेगा यानी अब खतरा टल गया हैं। लोगो को सेल्टर से बाहर निकाला जाएगा। रेस्क्यू अभियान चलाया जाएगा। डाक्टरों की टीम निकली जाएगी। जिनके घर टूट गए। उन्हें सुरक्षित स्थान पर रखा जाएगा।
हवाई हमले का व्हाइट सिग्नल मिलने पर यह समझे
यदि जिला प्रशासन के पास हवाई हमले का व्हाइट सिग्नल आता हैं तो समझ लेना कि युद्ध रूक गया हैं। जिला प्रशासन जनता को अलग अलग तरीकों से बताएगा कि युद्ध रूक गया है और अब कोई खतरा नहीं हैं।
ऐसे होगी आज मकड्रील
जिलाधिकारी ने बताया कि बुधवार को शहर के विभिन्न कालेज, सार्वजनिक स्थान रेलवे स्टेशन, बस स्टैंड, विकास भवन आदि स्थानों पर माकड्रिल की जाएगी। जिसमे नागरिक सुरक्षा कोर के सदस्य और पुलिस आम जनता को बताएगी कि उन्हें कैसे हमले से बचना हैं। जमीन पर कैसे लेटना हैं। ऐसे सुरक्षित स्थान पर चले जाना हैं जहां खाई हो। यह सब बताया जाएगा।
मोकड्रिल के दौरान होगा ब्लैक आउट
मॉकड्रिल का अभी समय तय नहीं हैं। दिन में स्कूलों मै मॉकड्रिल होगी। लेकिन शाम के सात बजे के बाद ब्लैक आउट होगा। सायरन ऊंची नीची आवाज में बजाय जाएगा। ताकि सभी लोग अपनी अपनी लाइट बंद कर सके। इस दौरान बिजली भी चली जाएगी।
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