Meerut: नानू पुल के पास संदिग्ध हालात में मिली लापता सिपाही की कार, मुरादाबाद पुलिस लाइन में है तैनाती
Meerut News संदिग्ध हालात में बागपत के छपरौली निवासी लापता सिपाही की गुरुवार रात संदिग्ध हालात में कार मिली है। इस पर पुलिस ने क्रेन की सहायता से कार को एक होटल के पास खड़ा करवा दिया। बागपत से मुरादाबाद के लिए चला लेकिन वहां नहीं पहुंचा...
मेरठ, जागरण संवाददाता: थाना क्षेत्र के नानू पुल के पास संदिग्ध हालात में बागपत के छपरौली निवासी लापता सिपाही की गुरुवार रात संदिग्ध हालात में कार मिली है। इस पर पुलिस ने क्रेन की सहायता से कार को एक होटल के पास खड़ा करवा दिया। अगले दिन गुरुवार को सिपाही के स्वजन और छपरौली पुलिस मौके पर पहुंची और जांच में जुट गई। वहीं, स्वजन ने भोला की झाल तक तलाश की। लेकिन, सुराग नहीं लगा।
बागपत के छपरौली थाना के छपरौली निवासी राजपाल ने बताया कि उनका बेटा अरविंद कुमार 2015 बैच के यूपी पुलिस में सिपाही के पद पर तैनात है। वर्तमान में उसकी तैनाती मुरादाबाद में पुलिस लाइन में थी।
उन्होंने बताया कि बीते सोमवार को वह घर से मुरादाबाद के लिए चला था। लेकिन, बुधवार सुबह मुरादाबाद से फोन आया कि अरविंद वहां नहीं पहुंचा है। इसके बाद स्वजन ने छपरौली थाने में तहरीर दी थी और तलाश शुरू कर दी थी। लेकिन, देर रात सिपाही की कार सरधना थाना क्षेत्र के नानू पुल के पास एक ढाबे के नजदीक संदिग्ध हालात में मिली।
स्वजन ने बताया कि कार के अरविंद का बैग, पर्स व मोबाइल था और चारों तरफ से बंद थी। इस पर पुलिस ने कार को क्रेन की सहायता से एक होटल के पास खड़ा करवा दिया। वहीं, छपरौली पुलिस भी मौके पर पहुंची और जांच कर पूछताछ शुरू कर दी।
ससुराल में अपनी पत्नी मनीषा को छोड़कर आया था घर
राजपाल ने बताया कि अरविंद की शादी 2010 में जिला बागपत के ही टीकरी निवासी मनीषा से शादी हुई थी। मनीषा अपने बेटे शौर्य के साथ ही मुरादाबाद में किराए पर कमरा लेकर अरविंद के साथ रह रही थी। करीब दस दिन पहले अपनी पत्नी मनीषा को उसके मायके में छोड़कर छपरौली आया था।
स्वयं बेटे की तलाश में जुटे स्वजन
राजपाल सहित अन्य ने बताया कि वह रात जानकारी पर गुरुवार सुबह पहुंच गए थे। लेकिन, पुलिस ने सहायता नहीं की। ऐसे में वह अरविंद को स्वयं ही भोले की झाल तक तलाशने चले गए।
पुलिस की कार्यशैली पर उठा सवाल
नानू पुल पर तैनात पुलिसकर्मियों ने बताया कि सोमवार से ही कार ढाबे के पास खड़ी थी। लेकिन, कार में पुलिस की टोपी रखी मिलने पर स्टाफ की कार समझकर किसी ने ज्यादा ध्यान नहीं दिया। हालांकि, सरधना थाने के प्रभारी निरीक्षक रमाकांत पचौरी ने बताया कि मामला बागपत के छपरौली थाने का है। कार मिलने का मामला संज्ञान में नहीं है। अगर कार मिली है तो वहीं की पुलिस जांच करेगी। ऐसे में पुलिस की कार्यशैली पर सवाल उठता है कि नानू पुल पर तैनात पुलिसकर्मियों को पहले से ही पता था। लेकिन, प्रभारी निरीक्षक अंजान थे।