बागपत में मेघालय के राज्यपाल सत्यपाल मलिक बोले- अग्निपथ योजना जवानों के खिलाफ, पुनर्विचार करे सरकार
Governor Satya Pal Malik मेघालय के राज्यपाल सत्यपाल मलिक ने सेना में भर्ती के लिए केंद्र सरकार की नई अग्निपथ योजना का विरोध किया है। रविवार को बागपत पहुंचे थे राज्यपाल। कहा कि गर्वनर का कार्यकाल पूरा होते ही कश्मीर पर किताब लिखूंगा।

बागपत, जागरण संवाददाता। Governor Satya Pal Malik केंद्र सरकार की नीतियों के खिलाफ अक्सर सार्वजनिक मंच से टिप्पणी करने वाले मेघालय के राज्यपाल सत्यपाल मलिक ने सेना में भर्ती के लिए केंद्र सरकार की नई अग्निपथ योजना का विरोध किया है। उन्होंने कहा कि नई भर्ती योजना अग्निपथ जवानों के खिलाफ है। यह उनकी उम्मीदों के साथ धोखा है। छह माह जवान ट्रेनिंग करेगा, छह माह की छुट्टी, तीन साल की नौकरी करने के बाद जब जवान घर लौट आएगा तो उसका ब्याह भी नहीं होगा।
योजना पर पुनर्विचार करे सरकार
सरकार को इस भर्ती योजना पर पुनर्विचार करना चाहिए। पुरानी पद्धति पर ही सेना में भर्ती होनी चाहिए। यही देश के लिए और देश की युवा पीढ़ी के लिए सही है। बागपत पहुंचे सत्यपाल मलिक ने रिटायरमेंट के बाद सक्रिय राजनीति की इच्छा पर पूछे गए सवाल पर मलिक ने कहा कि उनकी इच्छा कतई राजनीति करने या चुनाव लड़ने की नहीं है। वे बोले, पदमुक्त होते ही कश्मीर पर किताब लिखूंगा। किसानों, जवानों के लिए जहां जरूरी होगा, संघर्ष करूंगा।
मैं अब जवानों की बात आगे रख रहा हूं
क्या रिटायरमेंट के बाद केंद्र सरकार के खिलाफ मुखर होकर आंदोलनों की अगुवाई करेंगे, इस पर उन्होंने कहा कि सरकार के खिलाफ की बात ही नहीं है। जो मैं कह रहा हूं, यह मुद्दा उठा रहा हूं, वह अगर मान लिया जाए तो यह तो सरकार के पक्ष की ही बात होगी। पहले मैंने ऐसे ही किसानों के मुद्दे पर सही बात रखी, अब जवानों की बात आगे कर रहा हूं।
मित्र के बेटे को दिया आशीर्वाद
गवर्नर सत्यपाल मलिक ईस्टर्न पेरीफेरल एक्सप्रेस वे से होते हुए बागपत के खेकड़ा में गजे सिंह दहामा के आवास पर 12:02 मिनट पर पहुंचे। यहां गार्ड ऑफ ऑनर में सलामी के बाद अपने मित्र के फोटो पर पुष्पांजलि अर्पित की। मित्र के बेटे के सिर पर हाथ रखकर आशीर्वाद दिया। इसके बाद अन्य परिजनों को सांत्वना देते हुए हर सुख दुख में साथ देने की बात कही। उन्होंने कहा कि खेकड़ा में गजे सिंह के रहते हुए बेहद मजबूत पकड़ थी जो अब काम हो गई। खेकड़ा में गजे सिंह के साथ बिताए पलों को कभी भूल नहीं सकते। करीब 40 मिनट रुकने के बाद वापस दिल्ली की तरफ लौट गए।
सुरक्षा को पुलिस बल तैनात रहा
डीएम राजकमल यादव, एसपी नीरज कुमार जादौन, एडीएम अमित कुमार, एएसपी मनीष कुमार मिश्र जिले के अधिकांश थाने की फोर्स के साथ मौजूद थे। हर चौराहे और मुख्य मार्ग पर सुरक्षा को पुलिस बल तैनात रहा। गवर्नर के आगमन के समय खेकड़ा पाठशाला मार्ग पीआर कुछ समय के लिए वाहनों का आवागमन रोक दिया गया था। गजे सिंह का आवास गवर्नर के आगमन के समय छावनी में तब्दील रहा। सड़क के साथ आसपास के मकानों की छत पर भी पुलिस के जवान मुस्तैद रहे। रालोद पूर्व जिलाध्यक्ष डा. जगपाल सिंह तेवतिया, पूर्व जिला पंचायत सदस्य दीपक यादव, ब्रह्मपाल सिंह मेंबर, विपिन शर्मा, संजय धामा आदि शामिल रहे।
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