'पति एक जिले में टीचर, पत्नी दूसरे में, इससे बहुत परेशानी है,' मेरठ में MP अरुण गोविल से समस्या समाधान की गुहार
Meeurt News : बेसिक शिक्षा परिषद के कई शिक्षक दंपतियों को अलग-अलग जिले में नियुक्ति के चलते परेशानी हो रही है। उनका कहना है कि पति-पत्नी के अलग-अलग जिलों में कार्यरत होने से उन्हें पारिवारिक, सामाजिक और मानसिक कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है और उनकी कार्यक्षमता पर भी असर पड़ रहा है।

अंतरजनपदीय स्थानांतरण की मांग को लेकर सांसद अरुण गोविल से मिलने पहुंचे शिक्षक। सौ. संघ
जागरण संवाददाता, मेरठ। बेसिक शिक्षा परिषद के कई शिक्षक दंपतियों को बड़ी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। पति और पत्नी की नियुक्ति अलग-अलग जिलों में है। अंतरजनपदीय स्थानांतरण को लेकर परिषदीय विद्यालयों के ऐसे कई शिक्षकों ने सांसद अरुण गोविल से गुहार लगाई। साथ ही अपनी मांग को लेकर ज्ञापन भी सौंपा।
दंपती शिक्षकों ने अवगत कराया कि प्रदेश में बेसिक शिक्षा परिषद के अधीन परिषदीय विद्यालयों में कार्यरत अनेक शिक्षक-शिक्षिकाएं ऐसे हैं, जहां उनके जीवन साथी भी सरकारी सेवा में होते हुए भी भिन्न-भिन्न जिलों में कार्यरत हैं।
अलग-अलग जिलों में सेवा दे रहे ऐसे शिक्षक दंपतियों को पारिवारिक, सामाजिक तथा मानसिक स्तर पर अनेक प्रकार की कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है।
'निजी जीवन, कार्यक्षमता, मनोबल एवं शैक्षणिक योगदान पर पड़ रहा प्रभाव'
शिक्षकों ने कहा कि अलग-अलग जिलों में नियुक्ति होने से इसका प्रभाव न केवल उनके निजी जीवन पर पड़ता है, बल्कि उनकी कार्यक्षमता, मनोबल एवं शैक्षणिक योगदान पर भी प्रतिकूल असर डालता है। विभिन्न स्तर पर दंपती शिक्षकों द्वारा बार-बार निवेदन किए जाने के बाद भी अभी तक शिक्षकों को आवेदित जिले या गृह जनपद में स्थानांतरण संभव नहीं हो सका है।
मुख्यमंत्री, शिक्षा मंत्री व संबंधित विभागीय अधिकारियों के समक्ष मांग उठाने का अनुरोध
उन्होंने मांग की कि मुख्यमंत्री, शिक्षा मंत्री तथा संबंधित विभागीय अधिकारियों के समक्ष उठाने का अनुरोध किया। सांसद ने सकारात्मक आश्वासन दिया। कहा कि वे उनकी न्यायोचित मांग को मुख्यमंत्री के संज्ञान में लाएंगे। इस मौके पर प्रदेश संयुक्त मंत्री विपुल आनंद, दिनेश राय, राजीव लोचन त्यागी, मोनित कुमार, मणिंद्र, विवेक जैन व नमन मौजूद रहे।

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