मेरठ में 41 वर्ष बाद होगी मलियाना पुल की मरम्मत, 1980 में हुआ था पुल का निर्माण
बागपत रोड स्थित मलियाना पुल की मरम्मत 41 वर्ष बाद होगी। रेलवे ओवर ब्रिज के रूप में मलियाना पुल का निर्माण 1980 में किया गया था। सड़क से 25 सेमी उपर बनाया जाएगा मलियाना पुल का फुटपाथ। एक्सपेंशन ज्वाइंट व बीयरिंग में ग्रीस डालने से मिलेगी मजबूती।

मेरठ, जेएनएन। बागपत रोड स्थित मलियाना पुल की मरम्मत 41 वर्ष बाद होगी। रेलवे ओवर ब्रिज के रूप में मलियाना पुल का निर्माण 1980 में किया गया था। तब से इसकी मरम्मत नहीं हो पाई थी। लोक निर्माण विभाग का कहना है कि निर्माण के बाद से सात बाद इसकी सड़क का नवीनीकरण हुआ। जिससे पुल के उपर अनावश्यक तौर पर वजन और फुटपाथ व सड़क के बीच का फासला खत्म होते चला गया।
फुटपाथ व सड़क के बीच दूरी खत्म होने के कारण वाहनों के लिए दुर्घटना की आशंका बढ़ती गई। पिछले साल रेलिंग को तोड़ते हुए ट्रक पुल से नीचे गिर गया था। अभियंताओं का कहना है कि फुटपाथ की ऊंचाई समाप्त होने के कारण वाहन अक्सर रेलिंग तक पहुंच जाते हैं। मरम्मत के दौरान अब मुख्य तौर फुटपाथ व सड़क के बीच लगभग 25 सेमी का अंतर होगा। ट्रैफिक पुलिस ने लोक निर्माण विभाग को 10 जून की रात दस बजे से अगले 15 दिनों के लिए मलियाना पुल पर वाहनों की आवाजाही बंद करने की अनुमति दे दी है।
इस दौरान मलियाना पुल पर पैदल, साइकिल, दुपहिया, चार पहिया वाहनों या किसी भी प्रकार का आवागमन पूर्ण रूप से बंद रहेगा। अनहोनी से बचने के लिए मुसीबत झेलना ठीकलोक निर्माण विभाग के अधिशासी अभियंता अरविंद कुमार ने बागपत रोड से प्रतिदिन गुजरने वाले लोगों से अपील की है कि वह पुल की मरम्मत के दौरान संयम से काम लें। रूट डायवर्जन के कारण 15 दिनों के लिए मुसीबत जरूर झेलनी पड़ेगी। लेकिन भविष्य में किसी अनहोनी से बचने के लिए पुल की मरम्मत कराना बेहद जरूरी है।
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