एक तो पहले ही इतना प्रदूषण, ऊपर से जल रहा कूड़ा... यूपी के इस जिले में सांस लेना हुआ मुश्किल
मेरठ में वायु प्रदूषण नियंत्रण के प्रयासों के बावजूद कूड़ा जलाने की घटनाएं जारी हैं। मलियाना में जलते कूड़े की तस्वीर वायरल होने पर स्थानीय निवासी पंकज कुमार गुप्ता ने कूड़ा जलने से मुक्ति दिलाने की मांग की है। उनका कहना है कि नगर निगम कूड़ा डलने और जलने से रोकने में विफल है, जिससे लोगों का जीना मुश्किल हो गया है। नगर स्वास्थ्य अधिकारी ने जांच और कार्रवाई का आश्वासन दिया है।

जागरण संवाददाता, मेरठ। वायु प्रदूषण की रोकथाम को लेकर बातें तो बड़ी-बड़ी हो रही हैं, लेकिन कूड़ा जलने की घटनाएं थमने का नाम नहीं ले रही हैं। हर दिन शहर में कूड़ा जलाया जा रहा है। हैरानी की बात ये है कि फील्ड पर रहने वाले निगम के सफाई निरीक्षक, सफाई नायकों को जलता हुआ कूड़ा नजर नहीं आ रहा है।
रात में कूड़े में आग लगाई जाती है, लेकिन सुबह जले हुए कूड़े की राख भी नहीं दिखाई दे रही है। ऐसा ही एक मामला बुधवार को सामने आया है। मलियाना जसवंत शुगर मिल के पास जलते कूड़े से ऊंची उठती आग की लपट की तस्वीर इंटरनेंट मीडिया पर प्रसारित हुई है। स्थानीय निवासी पंकज कुमार गुप्ता ने इसे प्रसारित कर जलते कूड़े से निजात दिलाने की मांग की है।
उनका कहना है कि यहां पर खाली पड़े मैदान में कूड़ा डंप किया जा रहा है। आसपास रहने वाले लोगों का जीना दुश्वार है। नगर निगम द्वारा न तो कूड़ा डलने से रोका जा रहा है और न ही कूड़ा जलने से रोक पा रहे हैं।प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड भी अंजान बना हुआ है। बढ़ते वायु प्रदूषण की रोकथाम की जिम्मेदारी तो क्षेत्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड की भी है। लेकिन प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड की ओर से भी निगरानी नहीं की जा रही है।
क्षेत्रीय सफाई निरीक्षक व सुपरवाइजर को भेजकर इसे दिखवाया जाएगा। कूड़ा जलाने वालों को चिह्नित करके जुर्माना लगाने व एफआइआर दर्ज कराने का निर्देश दिया गया है। -डा. अमर सिंह, नगर स्वास्थ्य अधिकारी।

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