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    यूपी में भूमिगत केबिल डालने के लिए बिना परमिशन के शुरू कर दी खोदाई, निगम के पास पहुंची रिपोर्ट तो...

    Updated: Sat, 20 Dec 2025 05:37 PM (IST)

    मेरठ में रेलवे स्टेशन रोड पर बिजली विभाग द्वारा बिना अनुमति के भूमिगत केबिल डालने का कार्य नगर निगम ने रुकवा दिया। यह कार्य पेयजल लाइन डालने के प्रस्त ...और पढ़ें

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    बिजली की भूमिगत केबिल डालने के लिए रेलवे रोड किनारे खोदाई की जानकारी पर पहुंची जलकल की टीम। सौ निगम।


    जागरण संवाददाता, मेरठ। समन्वय बनाकर काम करने के कमिश्नर के निर्देशों की अवहेलना विभाग किस कदर कर रहे हैं। इसका उदाहरण रेलवे स्टेशन रोड पर देखने को मिला। बिना नगर निगम की अनुमति लिए बिजली विभाग के अधिकारियों ने 11 केवी की भूमिगत केबिल डालने के लिए खोदाई का काम शुरू कर दिया।

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    जहां केबिल डाल रहे थे, वहीं पर पहले से पेयजल लाइन डालने का प्रस्ताव है। मामला पूर्व पार्षद व संयुक्त व्यापार संघ के अजय गुप्ता के संज्ञान में आया तो उन्होंने नगर आयुक्त को अवगत कराया। जिसके प्रभारी महाप्रबंधक जल ने बिजली विभाग के अधिशासी अभियंता को तत्काल कार्य रोकने के लिए पत्र जारी किया है।

    वार्ड 42 अंतर्गत रेलवे स्टेशन रोड पर रेलवे रोड चौराहे से जैन मंदिर तक पुरानी जर्जर पेयजल लाइन को हटाकर उसके स्थान पर नई लाइन डाली जानी है। इसके लिए 15 वें वित्त आयोग के मद से करीब 60 लाख रुपये की स्वीकृति हुए छह महीने हो गए हैं। लेकिन यह काम अभी शुरू नहीं हुआ है।

    पूर्व पार्षद ने आपत्ति जताई है कि यह कार्य प्रस्तावित होने के बाद भी बिजली विभाग ने पुरानी लाइन के ऊपर ही 11 केवी की बिजली केबिल डालने का काम शुरू कर दिया है। प्रस्तावित कार्य की जानकारी होते हुए नगर निगम से यह अनुमति बिजली विभाग को कैसे दे दी गई। इस कार्य के बाद पुरानी पेयजल लाइन हटाना और नई लाइन डालना मुश्किल होगा।

    पेयजल लाइन मरम्मत करने के दौरान बिजली केबिल होने से दुर्घटना का खतरा होगा। इस आपत्ति के बाद नगर निगम के जलकल अनुभाग में खलबली मच गई है।

    मामले में अपर नगर आयुक्त व प्रभारी महाप्रबंधक जल पंकज कुमार सिंह ने अधिशासी अभियंता विद्युत नगरीय वितरण खंड वाणिज्य प्रथम, पश्चिमांचल विद्युत वितरण निगम लिमिटेड को पत्र लिखकर तत्काल कार्य रुकवाने के लिए कहा है। तकनीकों मानकों के अनुरूप सुरक्षित दूरी,दूसरा विकल्प निकालते हुए यह कार्य किया जाना उचित होगा।

    बिजली केबिल डालने की जानकारी बिजली अधिकारियों ने नहीं दी थी। न ही इसकी निगम से अनुमति दी गई है। जानकारी मिलने पर टीम भेजी गई थी। यह कार्य रुकवाया गया है। प्रस्तावित पेयजल लाइन के समीप भूमिगत केबिल डालना उचित नहीं है। मरम्मत के दौरान परेशानी होगी। दुर्घटना का खतरा रहेगा। -पंकज कुमार सिंह, अपर नगर आयुक्त व प्रभारी महाप्रबंधक जल।

    नगर निगम के प्रोजेक्ट की जानकारी होने पर यह कार्य रोक दिया गया है। जब तक पेयजल लाइन नहीं डल जाती तब तक ओवर हेड लाइन ले जाएंगे। बाद में भूमिगत करने का काम किया जाएगा। -सूरज सिंह, एसडीओ,नगरीय विद्युत वितरण खंड,घंटाघर।