मेरठ वासियों के लिए अच्छी खबर: अप्रैल 2024 तक पांच नए राजमार्गों से जुड़ जाएगा मेरठ
अप्रैल 2024 तक मेरठ पांच नए राजमार्गों के जरिए पड़ोसी जिलों एवं राज्यों से जुड़ जाएगा। ज्यादातर पर पचास प्रतिशत से ज्यादा काम हो चुका है। मेरठ से गुजर रहे पांच नए हाइवे 4764 करोड़ का खर्च। औद्योगिक गलियारों से व्यापार को मिलेगी नई रफ्तार।

मेरठ, संतोष शुक्ल। अगर सड़कें विकास की पहली गारंटी हैं तो मेरठ इस रेस में तेजी से आगे निकल रहा है। अप्रैल 2024 तक मेरठ पांच नए राजमार्गों के जरिए पड़ोसी जिलों एवं राज्यों से जुड़ जाएगा। ज्यादातर पर पचास प्रतिशत से ज्यादा काम हो चुका है। राजमार्गों के किनारे नए औद्योगिक गलियारे बनेंगे। आयात-निर्यात एवं विकास को फर्राटा भरने का नया रनवे मिलेगा। मेरठ से नई दिल्ली के बीच एक्सप्रेस-वे बन चुका है। देश की पहली रैपिड रेल बन रही है, जो 2025 तक संचालित होगी। डेडीकेटेड फ्रेट काेरीडोर बन रहा है, जिससे माल ढ़लाई काफी सुगम हो जाएगी। प्रदेश सरकार ने मेरठ को उड़ान योजना में शामिल कर संभावनाओं की नई खिड़की को खोला है। लेकिन इस बीच मेरठ से पांच राजमार्गों का निर्माण प्रगति पर है।
इसमें मेरठ-बागपत राष्ट्रीय राजमार्ग 31 मई 2022 तक पूरा होना है। यहां पर खेलकूद, केमिकल, पेपरमिल, कृषि यंत्र, फूड, कैंची, दवा उपकरण बनाने का बड़ा कारोबार है, ऐसे में नए राजमार्गों को आर्थिक तंत्र की रीढ़ माना जा रहा है।
ये हैं जल्द पूरे होने वाले हाइवे नाम कहां से कहां दूरी बजट प्रगति कब तक बन जाएगा
334-बी मेरठ-बागपत 43.7 किमी 371 करोड़ 94 प्रतिशत 31 मई 2022709 ए मेरठ-शामली 83.7 किमी 798.95 करोड़ 49.7 प्रतिशत 31जन.2023119 मेरठ-नजीबाबाद 53.95किमी 412 करोड़ 30.18 प्रतिशत मार्च 2023709ए मेरठ-गढ़ 50.25किमी 2069 करोड़ निर्माण शुरू अप्रैल 2024एनएच 235 मेरठ-दिल्ली 14.60किमी 14.26 करोड़ निर्माण शुरू 29 मार्च 2024
इनका कहना है...
कनेक्टिवटी आर्थिक तंत्र को मजबूत करने की पहली शर्त है। मेरठ, गाजियाबाद, बुलंदशहर, मुजफ्फरनगर से लेकर सहारनपुर तक कारोबारी शहर हैं। उद्योगों को हाइवे के साथ ही तेज रेलमार्ग मिल रहे हैं, ऐसे में उद्योगों को नई ताकत मिलेगी। विदेशी ग्राहकों का मेरठ आना सरल होगा।
- राकेश कोहली, चेयरमैन, स्टैग इंटरनेशनल
इन्वेस्टर्स समिट में लक्ष्य से ज्यादा निवेश का एमओयू साइन किया गया। पश्चिम उप्र में रेल माल ढुलाई ट्रैक एवं कई नए हाइवे बनने से बड़ी संख्या में औद्योगिक इकाइयां निवेश कर रही हैं। कनेक्टीविटी से बाजार बड़ा होगा। उत्पादों का आयात-निर्यात आसान होगा। निर्यात प्रोत्साहन नीति को बड़ी ताकत मिलेगी। 2024 तक मेरठ बड़ा औद्योगिक हब बनेगा।
- शैलेंद्र सिंह, सहायक आयुक्त, जिला उद्योग केंद्र

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