मेरठ के जंगल में मिली खोपड़ी और अन्य अवशेष, 8 महीने पहले तंत्र क्रिया में मारे गए बच्चे के होने की आशंका
मेरठ के एक जंगल में खोपड़ी और कुछ अन्य अवशेष पाए गए हैं, जिससे क्षेत्र में दहशत फैल गई है। आशंका है कि ये अवशेष आठ महीने पहले एक तांत्रिक क्रिया में मारे गए बच्चे के हो सकते हैं। पुलिस मामले की गंभीरता से जांच कर रही है और जल्द ही खुलासे की उम्मीद है।
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जागरण संवाददाता, सरधना। नगला रोड के जंगल में शुक्रवार को खोपड़ी व अन्य अवशेष मिले, जिसके बाद क्षेत्र में सनसनी फैल गई। सूचना पर आसपास के ग्रामीण मौके पर पहुंचे। जहां पर ग्रामीण ने आठ माह पूर्व तांत्रिक क्रिया में मारे गए उसके 11 वर्षीय बेटे की खोपड़ी होने की आशंका जताई। उधर, पुलिस मौके पर पहुंची और खोपड़ी व अन्य अवशेष को ग्रामीणों की सहायता से जंगल में ढूंढकर कब्जे में ले लिया। साथ ही पीड़ित परिवार को जांच कर कार्रवाई का आश्वासन दिया।
कई माह पहले एक गांव निवासी तांत्रिक असद पुत्र इकरामुद्दीन ने तंत्रक्रिया करने के लिए अपनी ही गली के 11 वर्षीय बालक व 15 वर्षीय किशोर की अपहरण कर हत्या कर दी थी। आरोपित ने तंत्र क्रिया व हत्या से पहले दोनों से दुष्कर्म भी किया था। इसके बाद पुलिस ने आरोपित की निशानदेही पर किशोर का शव बरामद कर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया था। साथ ही स्वजन से पांच लाख रुपये की फिरौती भी मांगी थी। उस दौरान दूसरे बालक का शव नहीं मिला था।
 
इसके बाद पुलिस ने कई बार नगला रोड के पास जंगल में शव की तलाश भी की थी। लेकिन झाड़ियां बड़ी होने के चलते पता नहीं चला था। शुक्रवार को जंगल में घसियारे घास कांट रहे थे। तभी उन्हे वहां पर किसी की खोपड़ी व अन्य अवशेष मिले। जिसके बाद क्षेत्र में सनसनी फैल गई और आसपास के ग्रामीणों की भीड़ जुटनी शुरू हो गई। इस बीच स्वजन भी पहुंच गए। उन्होंने बताया कि बीती चार अप्रैल को घर के बाहर खेल रहा बेटा लापता हो गया था। जिसकी बाद में तंत्र क्रिया में हत्या हुई थी।
आशंका जताई कि यह उन्ही के बेटे की खोपड़ी व अन्य अवशेष है। उधर, सीओ आशुतोष कुमार व प्रभारी निरीक्षक दिनेश प्रताप सिंह मौके पर पहुंचे और खोपड़ी व अन्य अवशेष को ग्रामीणों की सहायता से एकत्र कर कब्जे में ले लिया। सीओ ने बताया कि लैब में जांच के लिए भेजा जाएगा। साथ ही डीएनए टेस्ट भी करवाया जाएगा। रिपोर्ट आने के बाद अग्रिम कार्रवाई की जाएगी।
तीन माह पहले जहां से मिली थी बालक की पैंट, वहीं से ही आसपास मिले अवशेष
स्वजन ने बताया कि आरोपित को रिमांड पर लेने के बाद तीन माह पहले पुलिस जंगल में पहुंची थी। किंतु उस समय झाड़ियां काफी बड़ी थी। उस दौरान बालक की पेंट मिली थी। अब खोपड़ी व अन्य अवशेष मिले हैं। बताया कि आरोपित तांत्रिक ने हत्या के बाद शव जंगल में बने गड्ढे में डाल दिया था और उसके ऊपर झाड़ियां डाल दी थी। इस बीच एक कपड़ा भी बरामद हुआ। जिसे आरोपित के पावरलूम का ही बताया जा रहा है।
स्वजन व ग्रामीणों में जगी न्याय की आस
जंगल से खोपड़ी व अन्य अवशेष बरादम होने के बाद स्वजन और ग्रामीणों में एक बार फिर पुलिस से न्याय की आस जग गई। जिस पर पीड़ित परिवार और ग्रामीणों ने सीओ को पूरा मामला बताकर आरोपित पर सख्त कार्रवाई की मांग की।
11 बच्चों की बलि देकर तांत्रिक प्राप्त करना चाह रहा था महाकाल की सिद्धी
तंत्र क्रियाओं के दौरान दो किशोरों की निर्मम हत्या के मामले का राजफाश होने के बाद उस समय सामने आया था। आरोपित तांत्रिक 11 बच्चों की बलि देकर महाकाल की सिद्धी प्राप्त करना चाह रहा था। जिसमें आरोपित एक बालिका को भी मौत के घाट उतारता। लेकिन, उससे पहले ही तांत्रिक का राजफाश हो गया था। शव की बरादगी को लेकर आरोपित के घर खोदाई भी हुई थी। किंतु पुलिस के हाथ कुछ नहीं मिला था।
ग्रामीणों ने बताया था कि तांत्रिक के पास दूर-दराज से लोग आते थे। आरोपित इतना चालबाज था कि लोगों को ठगने में अव्वल था। परेशान लोगों को अपने जाल में फंसाकर उसके पास आने के लिए एक सिगरेट का पूरा पैकेट अपने साथ लाने की बात कहता था। इसके बाद सिगरेट पीकर लोगों को ठगते हुए इधर-उधर की बात करता था। हर काम के आरोपित ने रुपये निर्धारित कर रखे थे। जिसमें वह लोगों से 11 सौ रुपये से लेकर11 हजार रुपये तक की मांग करता था।

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