मेरठ नगर आयुक्त ने CTO समेत कई अधिकारियों को क्यों थमाया 'कारण बताओ' नोटिस? अब कटेगा वेतन
मेरठ में गृहकर वसूली की समीक्षा करते हुए नगर आयुक्त ने कम वसूली पर नाराजगी जताई। सीटीओ सहित कई अधिकारियों को कारण बताओ नोटिस जारी किए गए और वेतन रोकने के निर्देश दिए गए। अनुपस्थित निरीक्षकों का वेतन काटा गया। नगर आयुक्त ने दैनिक समीक्षा करने और लापरवाही पर कार्रवाई की चेतावनी दी है।

जागरण संवाददाता, मेरठ। गृहकर वसूली को लेकर नगर आयुक्त सौरभ गंगवार ने शुक्रवार को कैंप कार्यालय पर कर अनुभाग की समीक्षा की। छह महीने में 110 करोड़ के वार्षिक लक्ष्य के सापेक्ष सिर्फ 28 करोड़ गृहकर वसूली होने पर नाराजगी जताई। सीटीओ सहित दो राजस्व निरीक्षक को कारण बताओ नोटिस और दो कर अधीक्षकों का वेतन रोकने का निर्देश दिया है। ड्यटी से अनुपस्थित सात राजस्व निरीक्षकों का एक दिन का वेतन रोकने की कार्रवाई की गई है।
समीक्षा बैठक में नगर आयुक्त से मुख्य कर निर्धारण अधिकारी (सीटीओ ) एसके गौतम से गृहकर वसूली, बिल वितरण, स्वकर पपत्र भरवाने के लिए कैंपों का आयोजन न कराने पर कड़ी नाराजगी जताई। कारण बताओ नोटिस जारी करने व कार्यशैली के संबंध में शासन को अवगत कराने के लिए पत्र भेजने का निर्देश अपर नगर आयुक्त को दिया। कर अधीक्षक विनय कुमार व अतुल कुमार को पर्यवेक्षणीय दायित्वों का सही प्रकार निर्वहन न करने पर वेतन रोकने की कार्रवाई की गई।
वहीं, निर्धारित लक्ष्य के सापेक्ष कम वसूली होने पर राजस्व निरीक्षक श्यामवीर, कृत वर्मा को कारण बताओ नोटिस देने की कार्रवाई की गई। राजस्व निरीक्षक ब्रजेश कुमार को नगर निगम से कार्यमुक्त कर नवीन तैनाती स्थल नगर पालिका परिषद में पिलखुवा के लिए कार्यमुक्त करने का निर्देश दिया।
समीक्षा बैठक में यह बात सामने आई कि बिना अवकाश स्वीकृत कराए राजस्व निरीक्षक योगेश चौहान, नीतू पाल, अंकुश कुमार, नीरज कुमार, तेजपाल मुख्यालय से बाहर चले गए। उनकी एक दिन की वेतन की कटौती करने का निर्देश दिया गया।
नगर आयुक्त ने मुख्य कर निर्धारण अधिकारी को निर्देश दिया कि प्रतिदिन शाम को गृहकर वसूली, बिल वितरण, नये भवनों पर गृहकर लगाने के कार्य की वार्डवार समीक्षा की जाएगी। वसूली में शिथिलता मिलने पर संबंधित राजस्व निरीक्षक के विरुद्ध कार्रवाई से शासन को अवगत कराया जाएगा।
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