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    युवक से ट्रेडिंग के नाम पर 41 लाख की ठगी, साइबर ठगों के चक्‍कर में आकर पीड़ि‍त ने छोड़ दी आइटी कंपनी की नौकरी

    By Sushil Kumar Edited By: Praveen Vashishtha
    Updated: Tue, 16 Dec 2025 06:20 AM (IST)

    Meerut News : मेरठ में एक युवक को ट्रेडिंग के नाम पर 41 लाख रुपये की ठगी का शिकार होना पड़ा। इससे पहले एक माह में 20 लाख का मुनाफा होने पर नितिन ने गु ...और पढ़ें

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    युवक से ट्रेडिंग के नाम पर 41 लाख की ठगी (प्रतीकात्‍मक फोटो)

    जागरण संवाददाता, मेरठ। साइबर ठगों ने आइटी कंपनी से नौकरी कर रहे युवक का कैरियर ही चाैपट कर दिया। आनलाइन ट्रेडिंग में पांच लाख लगाने पर पहले 20 लाख का मुनाफा दिखाया। तभी आइटी कंपनी से युवक ने नौकरी छोड़ दी। उसके बाद युवक से 41 लाख की रकम और लगवा ली। युवक के रकम लगाने के बाद साइबर ठगों ने अपने मोबाइल बंद कर दिए। तब पीड़ित को पता चला कि उसके साथ साइबर ठगी हो गई। पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी।

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    परतापुर थाने के उप्लैहड़ा गांव निवासी नितिन कुमार नोएडा की एक आइटी कंपनी में काम करते थे। नितिन के वाट्सएप नंबर पर अक्टूबर में एक लिंक आया। लिंक पर एक बुक का शुभारंभ करने की बात कही गई थी। नितिन ने उक्त लिंक को ज्वानिंग कर लिया। उसके बाद मुंबई से अनुरभ ठाकुर नाम के व्यक्ति का काल आया।

    बताया कि एलायंस तीन श्रेणी में ट्रेडिंग कर रही है। ए श्रेणी में एक से 50 लाख तक ट्रेडिंग कर सकते है। बी श्रेणी में 50 लाख से दो करोड़ तक और सी श्रेणी में दो करोड़ से पांच करोड़ तक की रकम लगा सकते है। उसके लिए मेबरिक कैंप की वेबसाइट पर जाकर अपना खाता बनाएंगे।

    नितिन ने मेबरिक ऐप डाउनलोड किया। उसके बाद वेबसाइट पर जाकर अपना खाता खोला। गुरुग्राम स्थित अपने एचडीएफसी बैंक खाते से बेवसाइट पर बनाए खाते में पांच लाख की रकम ट्रांसफर की। एक महीने में ही ट्रेडिंग से उनके खाते में 20 लाख की रकम हो गई।

    एक ही माह में 20 लाख का मुनाफा होने पर नितिन ने गुरुग्राम की आइटी कंपनी से नौकरी छोड़ दी। तब एलायंस से अनुरभ ठाकुर की काल आई। बताया कि नितिन का काम अच्छा होने पर उन्हें ए श्रेणी से बी श्रेणी में करने जा रहे है। उक्त श्रेणी में कई बड़े शहरों के कारोबारी जुड़े है।

    तभी नितिन को बताया कि वह 40 लाख की रकम अपने खाते में और डाले। ताकि खाते का बैलेंस 50 लाख से अधिक हो सकें। नितिन ने 26 नवंबर को तीन किश्तों में वेबसाइट वाले खाते में 41 लाख की रकम डाल दी। उसके बाद से उनका मेबरिक एप से उनका खाता ही बंद कर दिया गया।

    तब नितिन को पता लगा कि उसके साथ साइबर ठगी हो गई है। नितिन ने साइबर थाने में मामले की जानकारी दी। इंस्पेक्टर महेश राठौर ने बताया कि नितिन की तहरीर पर साइबर ठगी का मुकदमा दर्ज कर लिया है।