यूपी के इस हाईवे पर जरा संभलकर, इस वजह से एक सप्ताह में ही तीन लोगों की हो गई मौत
मेरठ-करनाल हाईवे पर तेज रफ्तार से एक हफ्ते में दो हादसे हुए जिनमें तीन लोगों की जान गई। सरूरपुर में एक मजदूर अर्जुन की ट्रक से कुचलकर मौत हो गई क्योंकि उसका ट्राला खराब हो गया था। एक अन्य घटना में पिता-पुत्र की भी सड़क हादसे में मौत हो गई। पुलिस अब तेज रफ्तार वाहनों पर नकेल कसने के लिए अभियान चलाने की तैयारी कर रही है।

संवाद सूत्र, रोहटा। सरूरपुर थाना क्षेत्र के मेरठ-करनाल हाईवे पर तेज रफ्तार के चलते एक सप्ताह में दो हादसे हो चुके है, जिनमें तीन की लोगों मौत हो गई। तब भी पुलिस हाईवे पर तेज रफ्तार वाहनों पर लगाम नहीं लगा पा रही है। सरूरपुर निवासी 30 वर्षीय अर्जुन पुत्र मंगतराम प्रजापत मजदूरी करता था।
वह बीते शुक्रवार को ईंटों से भरे ट्राले पर सवार होकर मेरठ जा रहा था। जब वह मेरठ-करनाल हाईवे पर गोटका गांव के सामने पहुंचा। उसी दौरान ट्राला खराब हो गया था। इसके बाद ट्रैक्टर- ट्राले को सड़क किनारे खडी करके वह उसके पास खड़ा हो गया था।
उसी दौरान शामली की ओर से तेज रफ्तार ट्रक ने ट्राले में टक्कर मार दी थी और पास में खडे अर्जुन को कुचल दिया था। इस हादसे में अर्जुन की मौके पर दर्दनाक मौत हो गई थी। उधर, चालक ट्रक को मौके पर छोड़कर फरार हो गया था। वहीं मेरठ-करनाल हाईवे पर बुधवार देर रात सड़क हादसे में पिता-पुत्र की दर्दनाक मौत हो गई। ग्रामीणों का कहना है कि दोनों ही हादसों का कारण तेज रफ्तार है।
मेरठ-करनाल हाईवे पर दिन और रात के समय अभियान चलाया जाएगा। जिसमें तेज रफ्तार वाहनों पर नजर रखी जाएगी और कानून के अंतर्गत नियमानुसार कार्रवाई की जाएगी। -अजय शुक्ला, थानाध्यक्ष, सरूरपुर थाना।
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