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    मेरठ में गेल गैस आपूर्ति ठप होने पर परेशान नहीं होगा पूरा शहर, PNG सप्लाई को नया सिस्टम तैयार 

    By Jagran News Edited By: Praveen Vashishtha
    Updated: Mon, 13 Oct 2025 01:25 PM (IST)

    Meerut news: गेल गैस लिमिटेड ने मेरठ शहर में पीएनजी आपूर्ति को सुचारू करने के लिए 11 डिस्ट्रिक्ट रेगुलेशन सिस्टम (डीआरएस) स्थापित किए हैं, जिससे स्टील पाइप लाइन का रिंग बन गया है। 1500 वर्ग किमी एमडीपीई लाइन बिछाई गई है, जिससे पाइप लाइन क्षतिग्रस्त होने पर केवल कुछ कालोनियां ही प्रभावित होंगी। अन्य क्षेत्रों में आपूर्ति दूसरे डीआरएस से जारी रहेगी।

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    मेरठ में गेल गैस पाइप लाइन का डीआरएस स्थापित करने में जुटे श्रमिक व अभियंता। सौ. गेल

    जागरण संवाददाता, मेरठ। गेल गैस लिमिटेड ने पूरे शहर को सुचारू रूप से पीएनजी आपूर्ति करने के लिए 11 डिस्ट्रिक्ट रेगुलेशन सिस्टम (डीआरएस) स्थापित करके स्टील पाइप लाइन की रिंग बना दी है। इस आपूर्ति सिस्टम से सभी जगह पीएनजी पहुंचाने के लिए 1500 वर्ग किमी मीडियम डेंसिटी पालीएथलीन पाइप (एमडीपीई) लाइन बिछाई जा चुकी है। इससे लाभ यह होगा कि अब यदि कहीं पाइप लाइन क्षतिग्रस्त होती है तो पूरा शहर या कोई क्षेत्र नहीं बल्कि अधिक से अधिक एक-दो कालोनी ही प्रभावित होगी। बाकी क्षेत्रों को दूसरे डीआरएस से आपूर्ति शुरू कर दी जाएगी।
    गेल गैस लिमिटेड की ओर से किला रोड पर स्टील पाइपलाइन का विस्तार किया गया है, जिससे किला रोड पर देहात से मेरठ शहर को आने वाले एवं मेरठ शहर से किला रोड पर देहात को जाने वाले सभी सीएनजी वाहनों को सीएनजी की आपूर्ति सुगमता से उपलब्ध होने से राहत मिलेगी। गंगानगर डीआरएस से मंगल पांडे नगर डीआरएस तक एमडीपीई पाइपलाइन नेटवर्क को मेडिकल कालेज डीआरएस से जोड़ा गया है। गेल गैस लिमिटेड के मेरठ क्षेत्र के महाप्रबंधक विनय कुमार ने बताया कि रविवार को मेडिकल कालेज के पास 11वां डीआरएस स्थापित किया। सभी डीआरएस इकाइयों को आपस में जोड़कर रिंग बना दिया गया है।

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    जल्द तैयार होगी स्टील पाइप लाइन की आउटर रिंग

    गैल गैस स्टील पाइपलाइन का आउटर रिंग बनाने की योजना पर भी काम कर रही है। यह पाइप लाइन निर्माणाधीन आउटर रिंग रोड यानी हाईवे के कनेक्टर के साथ-साथ बिछाई जाएगी। इन सभी बदलावों से मेरठ शहर में गैस आपूर्ति बाधित होने की आशंका बहुत ही कम हो जाएगी। यह है डीआरएस और एमडीपीई पाइप लाइन: स्टील की गैस की उच्च दबाव वाली ट्रांसमिशन पाइप लाइनों को डिस्ट्रिक्ट रेगुलेशन सिस्टम (डीआरएस) तक लाया जाता है। डीआरएस से कम दबाव वाली गैस को मीडियम डेंसिटी पालीएथलीन पाइप (एमडीपीई) लाइन से आवास, वाणिज्यिक संस्थानों व उद्योगों तक पहुंचाई जाती है। स्टील पाइप लाइन में गैस का दबाव बहुत अधिक होता है, डीआरएस के माध्यम से 22 किग्रा के प्रवाह वाली गैस को एमडीपीई पाइपलाइन में तीन किग्रा प्रवाह वाली गैस में परिवर्तित किया जाता है।

    ये हैं डीआरएस इकाइयां

    वेदव्यासपुरी, पल्लवपुरम, शीलकुंज, डिफेंस एनक्लेव, रोहटा रोड, गंगानगर, मंगल पांडेनगर, गढ़ रोड मेडिकल कालेज, लोहियानगर, श्रीराम पैलेस व शताब्दीनगर