UP News : दो बेटे पोक्सो एक्ट में गए जेल, सदमे में पिता की मौत, मुखाग्नि देने भी नहीं आ सके
मेरठ में एक किशोरी के पिता ने गत 18 नवंबर को तुषार व उसके भाई पीयूष पर छेड़छाड़ का मुकदमा दर्ज कराया था। पुलिस ने दोनों को गिरफ्तार कर लिया था। स्वजन ...और पढ़ें

दो बेटों के जेल जाने के बाद पिता की सदमे में मौत (प्रतीकात्मक फोटो)
जागरण संवाददाता, मेरठ। एक किशोरी से छेड़छाड़ के मामले में दो पुत्रों के जेल जाने से सदमे में आए व्यक्ति की शनिवार देर रात में मौत हो गई। पीड़ित स्वजन ने चौकी प्रभारी पर उत्पीड़न का आरोप लगाते हुए हंगामा कर दिया। पुलिस ने किसी तरह पीड़ित परिवार को समझाकर मामला शांत कराया। इसके बाद स्वजन पिता को मुखाग्नि देने के लिए पुत्रों को बुलाने की मांग पर अड़ गए। पुत्रों के नहीं आने पर भतीजे ने मुखाग्नि दी।
टीपीनगर थाना क्षेत्र के मुल्तान नगर निवासी 55 वर्षीय मुनेंद्र के दो पुत्र तुषार व पीयूष पर थाना क्षेत्र निवासी एक किशोरी ने छेड़छाड़ का मुकदमा दर्ज कराया था। पुलिस ने दोनों भाइयों पर पोक्सो एक्ट में मुकदमा दर्ज कर न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया था। स्वजन का कहना है कि दोनों पुत्रों के पोक्सो एक्ट में जेल जाने के बाद से मुनेंद्र सदमे में आ गए थे और उनकी तबीयत बिगड़ गई थी।
तीन दिन पहले मुनेंद्र की तबीयत ज्यादा बिगड़ी तो स्वजन ने उन्हें जिला अस्पताल में भर्ती करा दिया था। शुक्रवार देर रात में अचानक तबीयत और अधिक बिगड़ गई तो चिकित्सकों ने उन्हें मेडिकल कालेज अस्पताल रेफर कर दिया था।
मेडिकल कालेज अस्पताल ले जाते समय रास्ते में ही मुनेंद्र ने दम तोड़ दिया। रविवार सुबह स्वजन ने चौकी प्रभारी पर उत्पीड़न का आरोप लगाते हुए हंगामा कर दिया। सूचना मिलते ही थाना पुलिस मौके पर पहुंची मामला शांत कराया। इसके बाद स्वजन जेल में बंद दोनों भाइयों को पिता को मुखाग्नि देने के लिए बुलाने की मांग पर अड़ गए और उनके जेल से नहीं आने पर शव को सड़क पर रखकर हंगामे की चेतावनी दे दी। जिसके बाद थाना प्रभारी अरुण मिश्रा पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचे और पीड़ित परिवार को किसी तरह समझाया। इसके बाद स्वजन व रिश्तेदारों ने भतीजे के मुखाग्नि दिलाकर शव का अंतिम संस्कार किया।
यह था मामला
पुलिस के अनुसार मुल्तान नगर निवासी तुषार पुत्र मुनेेंद्र का एक किशोरी से प्रेम प्रसंग चल रहा था। किशोरी के स्वजन को इस बारे में पता चला तो उस पर पाबंदी लगा दी थी। गत 11 अक्टूबर को किशोरी घर से ट्यूशन जाने को निकली थी, लेकिन वह वापस नहीं पहुंची। स्वजन ने उसे तलाश किया तो वह मुनेंद्र के घर पर मिली थी। इस दौरान पुलिस ने दोनों पक्षों को थाने बुलाकर समझौता करा दिया था।
बावजूद इसके किशोरी और तुषार ने मिलना बंद नहीं किया। जिसके चलते किशोरी के पिता ने गत 18 नवंबर को तुषार व उसके भाई पीयूष पर छेड़छाड़ का मुकदमा दर्ज करा दिया था। पुलिस ने दोनों भाइयों को गिरफ्तार कर न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया था। तभी से ही मुनेंद्र की तबीयत खराब चल रही थी।

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