UP News: रात होते ही बड़ी हो जाती हैं यहां की सड़कें, अधिकारियों को मिले सख्त निर्देश; गरज सकता है बुलडोजर
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मेरठ के विकास योजना को मंजूरी दी लेकिन शहर में अतिक्रमण एक बड़ी बाधा है। सड़कों पर अवैध पार्किंग और बाजारों में अतिक्रमण के कारण सड़कें संकरी हो गई हैं। नगर निगम ने अतिक्रमण हटाओ अभियान चलाया है लेकिन समस्या अभी भी बनी हुई है। शहर को अतिक्रमण मुक्त करना एक बड़ी चुनौती है।
जागरण संवाददाता, मेरठ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सोमवार को में कमिश्नर समेत अन्य अधिकारियों के साथ बैठक कर मेरठ के इंटीग्रेटेड डेवलपमेंट प्लान को हरी झंडी दी है। निर्देश दिए हैं कि शहर को अतिक्रमण मुक्त भी किया जाए।
इस योजना के तहत 93 परियोजनाओं पर लगभग 18 हजार करोड़ रुपये खर्च होंगे, लेकिन यदि अधिकारियों ने अतिक्रमण को गंभीरता से नहीं लिया तो इस योजना में अतिक्रमण बाधा बनकर उभरेगा। शहर जस का तस रह जाएगा, जो विजन इस योजना का है वह साकार नहीं हो पाएगा।
तमाम सुविधाओं के बाद भी शहर जाम से जूझता रहेगा। शहर को अतिक्रमण मुक्त करने के लिए अधिकारी कब, अपनी कार्ययोजना को मूर्त रूप देंगे, यह तो भविष्य गर्भ में है। फिलहाल शहर का ऐसा कोई बाजार नहीं, सड़क, नाला, फुटपाथ नहीं, जहां पर अतिक्रमण न हो।
दैनिक जागरण ने मंगलवार को शहर की पड़ताल की तो सच्चाई सामने आई। जो सड़कें रात में 80 फुट चौड़ी दिखती हैं, वे दिन में 40 से 50 फुट रह जाती हैं। सड़कों पर अवैध पार्किंग, बाजारों में अतिक्रमण इसका मुख्य कारण हैं। प्रस्तुत है एक रिपोर्ट-
गढ़ रोड
मेडिकल कालेज से हापुड़ अड्डे तक सड़क की चौड़ाई करीब 100 फीट है। जिसमें दोनों तरफ के फुटपाथ और दुकानों के लिए फ्रंट समेत 10-10 फीट जगह को छोड़ दिया जाए तो करीब 40-40 फीट की जगह वाहन चलने के लिए दोनों तरफ बचती है। मगर अतिक्रमण और अवैध पार्किंग के कारण दोनों तरफ 20 फीट पर अतिक्रमण दिनभर रहता है।
खैरनगर
शहर के सबसे प्रमुख खैरनगर दवा बाजार की मुख्य रोड की चौड़ाई 20 से 25 फीट है। मगर यहां सड़क के दोनों तरफ दुपहिया वाहन व ठेले खड़े रहते हैं। इस कारण से मात्र 10 फीट की रोड वाहन चालकों को मिल पाती है।
पीएल शर्मा रोड
शहर के सबसे प्रमुख बाजारों में शामिल पीएल शर्मा रोड की 20 से 30 फीट की चौड़ाई है। मगर दुपहिया व चौपहिया वाहनों की अवैध पार्किंग के कारण यह रोड मात्र दिन में सिमटकर 10 से 15 फीट रह जाती है। दुकानदारों के द्वारा सामान सड़क पर रखना भी कारण है।
कचहरी रोड
मेरठ कालेज, कचहरी, आरजी कालेज, बुक मार्केट जैसे प्रमुख स्थान होने के बाद भी कचहरी रोड दिनभर जाम से जूझती है। यहां सड़क की चौड़ाई 80 से 100 फीट है। यह सड़क भी दिन में अतिक्रमकण के कारण 50 से 60 फुट चौड़ी रह जाती है।
बेगमपुल
बेगमपुल पर दोनों तरफ करीब 80 से 100 फीट की रोड है। ईव्ज चौराहे से बेगमपुल तक सड़क के दोनों तरफ अवैध पार्किंग के चलते इस रोड पर पूरे दिन वाहन रेंगते रहते हैैं। वाहन चालकों के लिए मात्र 30 से 50 फीट सड़क बचती है।
घंटाघर रोड
घंटाघर से लेकर रेलवे रोड चौराहे तक सड़क की चौड़ाई लगभग 30 फुट है लेकिन दिन में अतिक्रमण के कारण यहां की चौड़ाई मात्र 20 फुट रह जाती है। जिस कारण यहां पर आए दिन जाम लगता है।
वाहन पार्किंग नहीं होने से इन बाजारों में लगता है जाम
पार्किंग की सुविधा न होने के कारण खैरनगर, वैली बाजार, सदर बाजार, सराफा बाजार, नील गली, खंदक, सुभाष बाजार, लालकुर्ती, शारदा रोड, कबाड़ी बाजार की सड़कों पर दिन में हमेशा जाम लगा रहता है।
फुटपाथ और नालों का तो पता ही नहीं
शहर की अधिकतर सभी प्रमुख सड़कों के दोनों साइड में पैदल चलने के लिए फुटपाथ है। स्थिति यह है कि फुटपाथ पर अतिक्रमण काबिज हो चुका है। यही हाल नालों का है। नालों पर दुकानदारों का सामान रखा है।
नगर निगम ने चलाया अतिक्रमण हटाओ अभियान
मंगलवार को शहर के गढ़ रोड, भगत सिंह मार्केट, मंगल पांडे नगर आदि स्थानों पर अतिक्रमण हटाओ अभियान चलाया गया। यहां पर दुकानदारों को चेतावनी दी गई है कि यदि फिर से अतिक्रमण किया तो उन पर जुर्माना और मुकदमे जैसी कार्रवाई की जाएगी।
कुछ लोगों की वजह से सभी दुकानदार और व्यापारी अतिक्रमण करने के लिए बदनाम होते हैं। नगर निगम को चाहिए कि सख्ती के साथ अतिक्रमण हटाए। -कैफ कुरैशी, दुकानदार बेगमपुल।
अतिक्रमण के कारण हमारी दुकानदारी पर भी प्रभाव पड़ता है। जाम लगता है और दुकान पर ग्राहक आने से कतराता है। हमे नुकसान होता है। -संभव पटेल, दुकानदार घंटाघर।
अतिक्रमण को लेकर नगर निगम और व्यापारिक संगठनों को आपस में बात करनी चाहिए। बात करने से अतिक्रमण की समस्या हल हो जाएगा। -समीर जैन, व्यापारी नेता
नगर निगम की लापरवाही के कारण अतिक्रमण होता है। यदि सख्ती के साथ अतिक्रमण हटाया जाए तो शहर अतिक्रमण मुक्त हो जाएगा। दुकानदारों को भी परेशानी नहीं होगी। -कुशान गोयल, दुकानदार जली कोठी।
अतिक्रमण को पहले चिह्नित कर लिया जाता है। एक दिन पहले अतिक्रमणकारी व्यक्ति को सूचना दी जाती है। यदि वह नहीं हटाता है तो नगर निगम की टीम द्वारा अतिक्रमण हटाया जाता है। पूरे शहर में अभियान चल रहा है। शहर को जल्द ही अतिक्रमण मुक्त किया जाएगा। -शरदपाल प्रवर्तन प्रभारी, नगर निगम
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