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    यूपी के इस जिले में थम नहीं रहा आवारा कुत्तों का आतंक, गहरे घाव को जिला अस्पताल में नहीं है एंटी रेबीज सीरम

    By Sarvendra Pundir Edited By: Praveen Vashishtha
    Updated: Thu, 23 Oct 2025 03:40 PM (IST)

    Meerut News : मेरठ में कुत्तों का आतंक है। रोजाना बड़ी संख्या में लोगों को कुत्ते काट रहे हैं। जिला अस्पताल में एंटी रेबीज वैक्सीन तो उपलब्ध है, लेकिन एंटी रेबीज सीरम का स्टाक समाप्त हो चुका है। इससे कुत्ता काटने के गहरे जख्म होने की स्थिति में लोगों को मेडिकल स्टोर से यह महंगा इंजेक्शन खरीदने को मजबूर होना पड़ रहा है। 

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    मेरठ में आवारा कुत्तों का आतंक जारी (प्रतीकात्मक फोटो)

    सर्वेंद्र पुंडीर, जागरण, मेरठ। जिले में आवारा कुत्तों का आतंक जारी है। यह जिला अस्पताल, सीएचसी-पीएचसी के आंकड़े बता रहे हैं। सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद भी कुत्तों को लेकर जिला प्रशासन और नगर निगम गंभीर नहीं है। जिला अस्पताल में कुत्ता काटने पर होने वाले गंभीर घाव के मरीजों को वापस किया जा रहा है, क्योंकि इसके लिए जरूरी रेबीज सीरम जिला अस्पताल में नहीं है। केवल एंटी रेबीज वैक्सीन ही लगाई जा रही है।

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    जिला अस्पताल के कमरा नंबर-16 में रोजाना लगभग 190 मरीजों को कुत्तों के काटने के इंजेक्शन लगाए जा रहे हैं। इसी तरह से प्रत्येक सीएचसी-पीएचसी में औसतन रोजाना पांच मरीज पहुंच रहे हैं। जनपद में 32 सीएचसी 27 पीएचसी है। कुल 59 है। प्रत्येक में पांच मरीज आ रहे हैं तो रोजाना लगभग 300 मरीजों को वैक्सीन लगाई जा रही है। यह केवल सरकारी आंकड़ा है। अनुमान है कि इतने ही मरीज निजी स्तर पर भी वैक्सीन लगवाते होंगे। 

    एआरवी इंजेक्शन की कमी नहीं, एआरएस खत्म हो चुके

    जिला अस्पताल में एंटी रेबीज वैक्सीन (एआरवी) की कोई कमी नहीं है। चिकित्सा अधीक्षक डा. बीपी कौशिक ने बताया कि यह इंलेक्शन पेट से नीचे काटने पर मामूली रूप से घायल को लगाया जाता है। एंटी रेबीज सीरम (एआरएस) इंजेक्शन जिला अस्पताल में खत्म हो चुका है। यह इंजेक्शन पेट से ऊपर काटने वाले को गंभीर घाव होने पर लगाया जाता है। यदि गंभीर घाव पैर में है तो भी यहीं इंजेक्शन लगाया जाता है।

    खरखौदा ड्रग वेयर हाउस भेजी है डिमांड : डा. बीपी कौशिक
    जिला अस्पताल के चिकित्सा अधीक्षक डा. बीपी कौशिक का कहना है कि एआरएस इंजेक्शन 26 सितंबर को जिला अस्पताल में खत्म हो गया था। 27 सितंबर को ही खरखौदा स्थित ड्रग वेयर हाउस में डिमांड भेज दी गई थी, लेकिन वहां पर भी इंजेक्शन नहीं है। जिस कारण उन्हें इंजेक्शन नहीं मिल रहा है। उनका कहना है कि छुट्टी के बाद दोबारा से रिमाइंडर भेजा जाएगा।

    गुरुवार को दो घंटे में लग चुके थे 84 लोगों को इंजेक्शन

    जिला अस्पताल के कमरा नंबर 16 में कुत्ते के काटने से घायल लोगों को इंजेक्शन लगाए जाते हैं। यह कमरा सुबह आठ बजे खुल जाता है। यहां पर सुबह से ही भीड़ लगनी शुरू हो जाती है। दोपहर के दो बजे तक खुला रहता है। गुरुवार को सुबह आठ बजे से लेकर साढ़े 11 बजे तक 84 लोगों को इंजेक्शन लग चुके थे।

    कुत्ते के शिकार लोगों ने सुनाई आपबीती

    मैं उत्तर प्रदेश पुलिस विभाग में हवलदार हूं। बुधवार की रात को ड्यूटी खत्म करके घर लौट रहा था। कैंट के हनुमान मंदिर के समीप मेरी बाइक पर कुत्तों ने हमला कर दिया। मेरे पैर को बुरी तरह से नोंच दिया।
    सतीश कुमार, रुड़की रोड
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    मैं ब्रह्मपुरी में रहता हूं। मेरी गली में बड़ी संख्या में कुत्ते हैं। बुधवार को घर से किसी काम के लिए निकला था। थोड़ी देर हो गई। रात के करीब 11 बजे वापस लौटा तो मुझे कुत्ते ने जांघ पर काट लिया।
    मनोज कुमार, ब्रह्मपुरी