पति-पत्नी में था गहरा प्रेम, मौत भी नहीं कर पाई अलग, एक ही चिता में हुआ दोनों का अंतिम संस्कार
Meerut News : मेरठ के अफजलपुर पावटी गांव में एक दर्दनाक हादसे में पति-पत्नी की करंट लगने से मौत हो गई। पति इन्वर्टर ठीक करते समय करंट की चपेट में आया, बचाने में पत्नी को भी करंट लगा। इस घटना से गांव में शोक की लहर है। दोनों का एक ही चिता पर अंतिम संस्कार किया गया।

प्रमोद और रेखा के फाइल फोटो (सौ. स्वजन)
संवाद सूत्र, जागरण, जानी खुर्द (मेरठ)। करवाचौथ हर दंपती के लिए यादगार दिन होता है। महिलाएं इस दिन के लिए काफी दिनों पहले ते तैयारी करती हैं। पति की दीर्घायु की कामना के लिए व्रत रखती हैं लेकिन गांव अफजलपुर पावटी में एक दर्दनाक हादसे में पति-पत्नी की मौत हो गई। सुबह पति इन्वर्टर में खराबी देखते समय सीढ़ी से राड से बाल्टी में गर्म हो रहे पानी में गिर गया और करंट की चपेट में आ गया। पत्नी ने अपने सुहाग को बचाने का प्रयास किया तो वह भी करंट की चपेट में आ गई। दोनों की मौके पर ही मौत हो गई। स्वजन ने पोस्टमार्टम कराने से इन्कार करते हुए अंतिम संस्कार कर दिया। दोनों का एक ही चिता में अंतिम संस्कार हुआ।
गांव अफजलपुर पावटी निवासी 44 वर्षीय प्रमोद एक कूलर कंपनी में कार चालक थे। गुरुवार तड़के करीब चार बजे वह ड्यूटी पर जाने को उठे और नहाने के लिए बाल्टी में गर्म पानी करने को राड लगा दी। इसी दौरान जीने के ऊपर रखे इनवर्टर में कुछ दिक्कत आ गई। प्रमोद सीढ़ी लगाकर इनवर्टर देखने लगे। उन्हें इनवर्टर का करंट लगा और प्रमोद नीचे रखी राड लगी पानी से भरी बाल्टी के ऊपर गिर गए और करंट की चपेट में आने से उनकी मौत हो गई। 42 वर्षीय पत्नी रेखा नहाकर बाथरूम से बाहर निकलीं तो पति को पानी की बाल्टी के ऊपर पड़ा देख शोर मचा दिया। पति को पकड़कर बाल्टी के हटाने का प्रयास किया तो वह भी करंट की चपेट में आ गईं। स्वजन और ग्रामीण मौके पर पहुंचे और राड को हटाकर दोनों को अस्पताल ले गए यहां चिकित्सकों ने दोनों को मृत घोषित कर दिया।
अफजलपुर पावटी गांव में करंट से दंपती की हुई मौत की घटना ने सभी को झकझोर कर रख दिया। इसके बाद दिन निकलते ही जैसे-जैसे गांव में ग्रामीणों को पता चला तो हर कोई सकते में आ गया। दंपती की एक साथ मौत ने घर ही नहीं, पूरे गांव को गम में डूबो दिया। कई घरों में चूल्हे भी नहीं जले। ग्रामीणों ने बताया कि प्रमोद और रेखा में बहुत गहरा प्रेम था। मौत भी दोनों को अलग नहीं कर पाई। रेखा ने करवाचौथ को लेकर अधिकांश तैयारी पूरी कर ली थी। पर्व को लेकर मुहल्ले में भी खुशी का माहौल था। पर्व से एक दिन पहले ही यह दर्दनाक हादसा हो गया। फिलहाल पति-पत्नी की एक साथ मौत से हर कोई सकते में है। बताया कि रेखा हर पर्व को बड़े उल्लास के साथ मनाती थी। किंतु इस बार नियति को कुछ और ही मंजूर था।
एक ही चिता में हुआ दोनों का अंतिम संस्कार
गांव से जब एक साथ दो शव श्मशानघाट जाने के लिए उठाए गए। इसके बाद पूरा गांव शव यात्रा में शामिल होकर चल दिया। श्मशानघाट में एक ही चिता में दोनों का अंतिम संस्कार किया गया। उधर, बच्चों का रोरोकर बुरा हाल था।
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