Meerut Metro: खत्म होने वाला है इंतजार, मेरठ रैपिड और मेट्रो को लेकर आया लेटेस्ट अपडेट; जून से पहले मिलेगी सौगात
मेरठ में देश की पहली आरआरटीएस परियोजना के तहत नमो भारत ट्रेन का संचालन मेरठ साउथ से शताब्दीनगर तक शुरू होने वाला है। खास बात यह है कि इसी ट्रैक पर मेरठ मेट्रो भी दौड़ेगी जो सेमी हाईस्पीड ट्रेन पर मेट्रो संचालन का पहला उदाहरण होगा। छह मेट्रो स्टेशनों का उद्घाटन जल्द संभावित है। प्रधानमंत्री मोदी और मुख्यमंत्री योगी के कार्यक्रम में आने की उम्मीद जताई जा रही है।

जागरण संवाददाता, मेरठ। देश के पहले रीजनल रैपिड ट्रांजिट सिस्टम (आरआरटीएस) के मेरठ साउथ यानी भूड़बराल स्टेशन से शताब्दीनगर तक नमो भारत ट्रेन का यात्रियों के लिए संचालन शुरू होना है। बड़ी बात यह है कि इसी कारिडोर पर मेरठ मेट्रो भी दौड़ेगी। ऐसा पहली बार हो रहा है जब किसी सेमी हाईस्पीड ट्रेन की पटरी पर मेट्रो भी दौड़ेगी।
केंद्र व प्रदेश सरकार मेट्रो परियोजनाओं का विस्तार भी करती जा रही है, ऐसे में यह तय माना जा रहा है कि मेरठ में इस हिस्से पर हरी झंडी दिखाने के लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ अवश्य आएंगे।मेरठ में कुल 23 किमी हिस्से में 13 स्टेशनों पर मेट्रो दौड़ेगी, जिसमें से छह स्टेशनों पर मेट्रो संचालन का उद्घाटन भी इसी के साथ हो जाएगा। इससे संबंधित सीएमआरएस जांच एक-दो सप्ताह में पूर्ण हो सकती है।
नमो भारत हो या कोई भी मेट्रो परियोजना उसके लिए सुरक्षा आयुक्त मेट्रो रेलवे (सीएमआरएस) जांच आवश्यक होती है। सुरक्षा आयुक्त की टीम विधिवत जांच के बाद ही संचालन की अनुमति देती है। उसी के बाद उद्घाटन की तिथि निर्धारित होती है। इस जांच में सभी आपातकालीन सेवाएं, प्रवेश व निकास द्वार आदि जांच होती है। सब कुछ सही मिलने पर सुरक्षा प्रमाण पत्र मिल जाता है।
तैयारी पूरी, किसी भी दिन मोदीपुरम तक शुरू हो सकता है ट्रायल
नमो भारत ट्रेन का ट्रायल वर्तमान में शताब्दीनगर स्टेशन तक किया जा रहा है। वहीं मेरठ मेट्रो का ट्रायल मेरठ सेंट्रल फुटबाल चौक स्टेशन तक किया जा रहा है। अब इन दोनों ट्रेनों का ट्रायल विस्तार मोदीपुरम तक होने वाला है। इससे संबंधित तैयारी पूरी कर ली गई है।
उम्मीद है कि इस सप्ताह में ही ट्रायल शुरू कर दिया जाएगा। गौरतलब है कि जून 2025 तक 82 किमी लंबी इस परियोजना पर ट्रेन संचालन का लक्ष्य रखा गया था। उसी के अंतर्गत एनसीआरटीसी तैयारी में जुटा है। ऐसे में अब ढाई या तीन महीने के ट्रायल के बाद मोदीपुरम तक संचालन शुरू करने की तैयारी है।
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