प्रदूषण के कारण मेरठ से छिने संतोष ट्रॉफी के मैच, पहली बार मिली थी मेजबानी
संतोष ट्राफी मैचों की पहली बार मेजबानी कर रहा मेरठ प्रदूषित हवा के कारण मुश्किल में पड़ गया है। 79वीं सीनियर पुरुष राष्ट्रीय फुटबॉल चैंपियनशिप ...और पढ़ें

जागरण संवाददाता, मेरठ। संतोष ट्राफी मैच की मेजबानी करने में जुटे मेरठ के अरमान प्रदूषित हवा में घुट गए। पहली बार जिले को संतोष ट्राफी फुटबाल मैचों की मेजबानी मिली थी। 79वीं सीनियर पुरुष राष्ट्रीय फुटबाल चैंपियनशिप यानी संतोष ट्राफी के ग्रुप-बी मैचों का आयोजन 16 से 20 दिसंबर तक स्वामी विवेकानंद सुभारती विश्वविद्यालय के मैदान पर होना था।
अब भारतीय फुटबाल संघ ने देश में सर्वाधिक प्रदूषित शहरों में शुमार मेरठ के हिस्से के मैचों की मेजबानी आगरा को दे दिया है। वहीं, मेरठ में आने वाले दिनों में प्रस्तावित क्रिकेट मैचों के आयोजन की उम्मीद भी धुंधला गई है। जिला फुटबाल संघ के सचिव ललित पंत ने कहा कि हम पिछले 20 दिनों से दिन-रात तैयारी में जुटे थे।
मैच छिन जाने से लगा झटका
अब प्रदूषण के कारण मैच छिन जाने से झटका लगा है। संतोष ट्राफी के ग्रुप-बी मैचों में उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, हरियाणा और चंडीगढ़ टीमों के बीच छह मैच खेले जाने थे। उच्चतम न्यायालय ने एनसीआर में 31 दिसंबर तक प्रदूषण की वजह से सभी बाहरी खेलकूद गतिविधियों पर रोक लगा दी है। इसे देखते हुए जिला फुटबाल संघ की ओर से इन मैचों की मेजबानी जनवरी के पहले सप्ताह में करने की पेशकश की गई, लेकिन राष्ट्रीय संघ ने यह तर्क रखा कि प्रतिबंध की तिथियां फिर आगे बढ़ने से बाद में भी मैचों को स्थानांतरित करनी पड़ सकती है।
उत्तर प्रदेश फुटबाल संघ के सचिव शाहिद अहमद ने कहा कि इस तरह की प्रतियोगिता के आयोजन से खेल और खिलाड़ियों के साथ ही शहर को भी लाभ मिलता है। बताया कि प्रदेश की टीम पिछले 15 दिनों से जमकर इसी मैदान पर अभ्यास कर रही है। अब प्रतियोगिता के दो दिन पहले स्थान बदलने से खिलाड़ियों के प्रदर्शन पर भी असर पड़ सकता है।

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