Meerut Crime: कर्ज चुकाने के लिए टप्पेबाज बन गया अंडर-19 टीम का खिलाड़ी, छेड़छाड़ का आरोप लगाकर करता था लूट
कानपुर अंडर-19 टीम के खिलाड़ी इम्तियाज ने आर्थिक तंगी के चलते टप्पेबाजी शुरू कर दी। वह लोगों पर छेड़छाड़ का आरोप लगाकर डराता और कीमती सामान लूट लेता था। मेरठ पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लूटा गया कड़ा और तमंचा बरामद किया। इम्तियाज पहले भी गाजियाबाद बागपत मुजफ्फरनगर में ऐसे मामलों में जेल जा चुका है। पुलिस से बचने के लिए वह घर से दूर रहता था।
जागरण संवाददाता, मेरठ। कानपुर अंडर-19 टीम का खिलाड़ी इम्तियाज चोटिल हुआ तो वह टीम से बाहर हो गया। घर वापसी पर आर्थिक संकट गहराया तो उसने टप्पेबाजी शुरू कर दी। लोगों को बहन व रिश्तेदार से छेड़छाड़ का आरोप लगाकर वह डराता था।
इसके बाद उनका कीमती सामान झांसा देकर लेकर फरार हो जाता था। एक के बाद एक उसने सात घटनाएं मेरठ, बागपत, मुजफ्फरनगर व गाजियाबाद में की। पुलिस उसे दबोचने को परेशान हो गई। मेरठ में उसने पूठा के पास वारदात की।
लंबे होमवर्क के बाद पुलिस ने टप्पेबाज चोटिल क्रिकेटर को दबोच लिया। उससे लूटा गया सोने का कड़ा व तमंचा बरामद किया।
सीओ सौम्या अस्थाना ने बताया, 18 अगसत 25 को नौंचदी के शास्त्रीनगर निवासी आर्यन गोयल अपने दोस्त संग दिल्ली से कार से घर लौट रहा था।वह वेदव्यासपुरी में पूठा रेलवे स्टेशन के पास पहुंचे। फाटक बंद हो गया। इसी दौरान एक युवक उसके पास आया।
आरोप लगाया, दोनों ने उसकी बहन को छेड़ा है। आर्यन व दोस्त ने इंकार किया। इस पर युवक उसे पुलिस व बहन के पास चलने को कहने लगा। दोनों कार लाक कर उसके साथ चले। कुछ दूर जाकर युवक ने कहा, वह सोने का कड़ा पहने है।
अगर मारपीट हो गई तो इसे उसके स्वजन छीन सकते हैं। कड़ा गाड़ी में रखने को कहा। आर्यन उसके झांसे में आ गया ओर कडा कार के डेसबोर्ड में रख दिया। कुछ दूर चलने पर युवक ने उन्हें यही रुकने व कार की चाबी देने को कहा।
वह चाबी लेकर कार क पास गया ओर कडा लेकर फरार हो गया। थाना टीपीनगर पर आर्यन घटना की रिपोर्ट दर्ज कराई। इंस्पेक्टर अरूण मिश्रा ने बताया, सीसीटीवी कैमरे की फुटेज लेकर जांच पड़ताल शुरू की गई तो पता चला, टप्पेबाजी करने वाला युवक 34 वर्षीय इम्तियाज पुत्र लियाकत अली निवासी ग्राम पाली थाना बागपत कोतवाली बागपत है। पुलिस ने उसकी घेराबंदी लेकिन वह हाथ नहीं आया। काफी प्रयास के बाद पुलिस ने उसे गिरफ्तार किया। उसके पास से लूटा गया कडा व तमंचा बरामद किया गया।
\\Bपैर में चोटिल लगने पर टीम से हो गया था बाहर\\B
सीओ सौम्या अस्थाना ने बताया, इम्तियाज का वर्ष 2014 में अंडर-19 क्रिकेट कानपुर टीम में चयन हो गया था। चोट लगने पर उसे टीम से बाहर होना पड़ा। इसके बाद घर की आर्थिक स्थिति बिगड़ गई। उसने प्रधानी का चुनाव लड़ा। इससे उस पर भारी कर्ज हो गया।
कर्ज उतारने को ही उसने अपराध की दुनिया में कदम रखा ओर चोरी-चकारी के साथ धोखाधड़ी करने लगा। उन्होंने बताया, वह लोगों पर बहन, रिश्तेदार से छेड़छाड़ का झूठा आरोप लगा देता था। उन्हें डराता था और फिर उनसे कीमती सामान व रुपये हड़प लेता था। गाजियाबाद, बागपत, मुजफ्फरनगर से वह ऐसे मामलों में जेल जा चुका है।
पुलिस से बचने को नहीं सोता था घर
इम्तियाज को पकड़ने वाले इंस्पेक्टर अरुण मिश्रा ने बताया, इम्तियाज शातिर किस्म का बदमाश है। वह घटना करने के लिए ही बागपत से दूसरे जिले में जाता था। वहां वह आते जाते लोगों को देखता था। जिसके पास कीमती सामान व जेवरात होते थे, वह उन्हें निशाना बनाता था।
वह उन पर छेड़छाड़ का आरोप लगाता था। हालांकि न तो उसके साथ बहन होती थी न ही रिश्तेदार। वह अकेला ही घटना को अंजाम देता था ओर सामान लेकर फरार हो जाता था। उसे पता था, पुलिस उसके घर दबिश देगी। ऐसे में वह घर पर सोता नहीं था।
आकर खाना खाकर या लेकर चला जाता था। उन्होंने बताया, पुलिस को उसे गिरफ्तार करने को कई दिनों तक गांव में डेरा डालना पड़ा।
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।