Meerut News: गुप्ता ब्रदर्स के घर और ऑफिस समेत तीन स्थानों पर आयकर का सर्वे, आईटीआर में गड़बड़ी का शक!
मेरठ में आयकर विभाग ने गुप्ता ब्रदर्स के घर ऑफिस और एकाउंटेंट ज्योति अग्रवाल के आवास पर सर्वे किया। आरोप है कि वे टीडीएस और जीएसटी रिटर्न के लिए आईटीआर दाखिल करते थे। गुप्ता ब्रदर्स की आईडी से दो हजार से ज्यादा आईटीआर भरी गई हैं जिनमें गड़बड़ी की आशंका है। टीम कंप्यूटर और अन्य जानकारी जुटा रही है। CA ने इस करवाई का विरोध किया है।

जागरण संवाददाता, मेरठ। आयकर की टीम ने गुप्ता ब्रदर्स के घर और आवास और एकाउंटेंट ज्योति अग्रवाल के आवास समेत चार स्थानों पर एक साथ सर्वे किया। आरोप है कि उक्त फर्म टीडीएस और जीएसटी रिटर्न कराने के लिए आईटीआर दाखिल करती थी।
गुप्ता ब्रदर्स की आईडी से ही दो हजार से ज्यादा आईटीआर भरी जा चुकी हैं। उक्त आईटीआर में गड़बड़ी का मामला सामने आने के बाद सर्वे किया जा रहा है। सुबह छह बजे से आयकर की टीम सभी स्थानों पर कंप्यूटर से लेकर अन्य जानकारी जुटा रही है।
ब्रह्मपुरी थाना क्षेत्र में दिल्ली चुंगी गैस गोदाम के पास संजय गुप्ता का परिवार रहता हैं। उनके बेटे निखिल गुप्ता चार्टर्ड एकाउंटेंट हैं, जबकि छोटे बेटे प्रियम गुप्ता कंपनी सेक्रेटरी हैं। उनके यहां पर काम करने वाली ब्रह्मपुरी की एकाउंटेंट ज्योति अग्रवाल ने अपनी अलग फर्म खोलकर आईटीआर भरनी शुरू कर दी।
बताया जाता है कि गुप्ता ब्रदर्स और ज्योति टीडीएस और जीएसटी रिटर्न कराने के लिए दो हजार से भी ज्यादा लोगों की आईटीआर भर चुके हैं। उनकी आईडी और लैपटाप के आइपी ऐड्रस से रिटर्न फाइल करने के लिए आईटीआर भरी जा चुकी है।
आयकर की टीम ने देशभर में फर्जी आईटीआर भरकर रकम वापस लेने के मामले की जांच की। इसके बाद एक साथ दो सौ स्थानों टीम सर्वे के लिए पहुंची। इसी कड़ी में निखिल गुप्ता और प्रियम गुप्ता के ऑफिस एवं आवास तथा ज्योति अग्रवाल के आफिस पर एक साथ चार स्थानों पर सर्वे किया।
सुबह छह बजे से रात साढ़े नौ बजे तक कार्रवाई जारी रही। ज्योति भी गुप्ता ब्रदर्स की फर्म पर ही अपने काम करती थी। उसके बाद उन्होंने ब्रह्मपुरी में अपनी अलग फर्म बनाकर रिटर्न फाइल करनी शुरू कर दी। सभी स्थानों पर गड़बड़ी सामने आने के मामले आए हैं। टीम देर रात तक विस्तार से जांच कर रही थी।
सीए ने किया कार्रवाई का विरोध
शहर के कई सीए ने ब्रह्मपुरी में पहुंचकर इस कार्रवाई का विरोध किया है। भारतीय चार्टर्ड एकाउंटेंट्स संस्थान (आईसीएआई) के रीजनल काउंसिल के सदस्य राजीव गुप्ता ने कहा कि किसी भी तरह की वित्तीय गड़बड़ी के मामले में सीधे चार्टर्ड अकाउंटेंट्स को निशाना बनाया जाना गलत है।
इसके सीधे लाभार्थी कोई और होते हैं और जांच के दायरे में उनको पहले लाया जाना चाहिए। इसी विरोध को दर्ज कराने के लिए 70 से अधिक काउंसिल सदस्यों ने एसएसपी से मुलाकात कर अपनी बात कही।
उन्होंने बताया कि वह कार्रवाई के दौरान आयकर टीम के साथ सीए निखिल गुप्ता से भी मिले। उन्होंने कहा कि इस मामले में देश भर में हुए आईटीआर रिटर्न फाइल में गलती के मामले में छापेमारी की जा रही है।
चार्टर्ड अकाउंटेंट अपनी प्रोफेशनल सेवाएं देते हैं। इन मामलों में सीधे लाभार्थी को पकड़ा जाए और सही जांच की जाए। इस दौरान आइसीएआइ चेयरमैन अजय गुप्ता, सीए नितिन, आलोक, सुशांत गुप्ता, अनुज गोयल, प्रदीप सिंघल उपस्थित रहे।
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