UP Dengue Case: सात माह की बच्ची समेत चार लोगों में डेंगू की पुष्टि, 3 महीनों तक अलर्ट रहने की जरूरत
मेरठ में डेंगू का प्रकोप बढ़ रहा है जहाँ सात महीने की बच्ची समेत चार नए मामलों की पुष्टि हुई है। स्वास्थ्य अधिकारियों ने बताया कि डेंगू का लार्वा नम वातावरण और ठहरे हुए पानी में पनपता है। चिकित्सकों ने लोगों को मच्छरों को घर और आसपास न पनपने देने की सलाह दी है। बुखार और शरीर में दर्द होने पर तुरंत जांच कराने को कहा गया है।

जागरण संवाददाता, मेरठ। नम वातावरण और ठहरे हुए पानी में डेंगू का लार्वा पनप रहा है। यह बात बुधवार को चार मामलों की पुष्टि के साथ स्पष्ट हो गई है। सीएमओ कार्यालय ने सात माह की बच्ची समेत चार लोगों में डेंगू की पुष्टि की है।
एक सप्ताह के भीतर डेंगू के मामलों में वृद्धि हुई है। विशेषज्ञ चिकित्सकों की माने तो डेंगू का प्रकोप हर साल सितंबर से नवंबर तक रहता है। सलाह दी है कि लोग मच्छरों को घर या घर के बाहर न पनपने दें।
सीएमओ कार्यालय ने जानकारी दी है कि जानी गेझा गांव की निवासी 32 वर्षीय युवक डेंगू पाजिटिव पाया गया है। उसे लोकप्रिय अस्पताल में भर्ती कराया गया है। दौराला के भराला गांव के रहने वाले 11 साल के छात्र को डेंगू हो गया है।
वह विजडम ग्लोबल स्कूल में पढ़ता है। घर पर ही उपचार चल रहा है। हर्रा निवासी सात महीने की बच्ची में डेंगू की पुष्टि की गई है। लाला लाजपत राय मेडिकल कालेज के बच्चा वार्ड में भर्ती है। ब्रह्मपुरी मास्टर कालोनी निवासी मिस्त्री का कार्य करने वाले 55 वर्षीय व्यक्ति डेंगू की चपेट में है।
सीएमओ डा. अशोक कटारिया ने बताया कि ये सभी मरीज तेज बुखार के साथ उपचार के लिए पहुंचे थे। डेंगू के बढ़ते मामलों को देखते हुए मच्छरों से बचाव के उपाय अपनाए को कहा है।
डेंगू के लक्षण व बचाव
-डेंगू में तेज बुखार, सिरदर्द, आंखों के पीछे दर्द, मांसपेशियों और जोड़ों में दर्द। त्वचा पर चकत्ते हो सकते हैं।
-डेंगू का मच्छर साफ पानी में पनपता है। कूलर, गमले, छत पर रखे टायर में पानी न भरने दें। मच्छर से बचाव के उपाय करें।
विशेषज्ञ चिकित्सक ने कहा कि...
सितंबर से नवंबर तक डेंगू का प्रकोप बढ़ता है। सिरदर्द, तेज बुखार, कमर में दर्द, भूख लगना कम होना ऐसे लक्षण प्रतीत हों तो तुरंत डेंगू की जांच कराएं। सीरोलाजी जांच कराई जाती है। डेंगू होने पर आराम करने की जरूरत होती है। पैरासीटामाल गोली इसमें ली जाती है। स्वयं से दर्द निवारक गोली का सेवन न करें। दर्द की दवा खाने से प्लेटलेट्स गिरने का खतरा रहता है। बचाव के लिए मच्छरदानी का प्रयोग करें। डा. तनुराज सिरोही, वरिष्ठ फिजिशियन।

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