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    UP Board: 16 जून से जिलों में पहुंचेंगी यूपी बोर्ड 10वीं और 12वीं की मार्कशीट व सर्टिफिकेट, चल रही तैयारी

    Updated: Wed, 11 Jun 2025 10:22 PM (IST)

    वर्ष 2025 की हाईस्कूल और इंटरमीडिएट परीक्षा के अंकतालिकाएँ 16 जून से जिलों में पहुंचेंगी जहाँ से उन्हें विद्यालयों में वितरित किया जाएगा। क्षेत्रीय बोर्ड कार्यालय के अंतर्गत आने वाले 17 जिलों के अंकतालिकाओं की जाँच चल रही है। यूपी बोर्ड ने अंकतालिकाओं को सुरक्षित और टिकाऊ बनाने के लिए कई कदम उठाए हैं जिनमें इंद्रधनुषी रंग और यूवी वेरिफिकेशन शामिल हैं।

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    16 जून से जिलों में पहुंचेंगी यूपी बोर्ड 10वीं और 12वीं की अंकतालिका व प्रमाणपत्र

    जागरण संवाददाता, मेरठ। वर्ष-2025 की हाईस्कूल व इंटरमीडिएट परीक्षा में शामिल हुए हजारों परीक्षार्थियों की अंकतालिकाएं एवं प्रमाण पत्र 16 जून से जिलों में पहुंचेंगे। वहां से जिला विद्यालय निरीक्षक कार्यालय से इनका वितरण विद्यालयों को किया जाएगा।

    बोर्ड की हाईस्कूल व इंटरमीडिएट परीक्षा का परिणाम गत 25 अप्रैल को घोषित हुआ था। परीक्षा परिणाम घोषित होने के बाद अंकतालिकाएं एवं प्रमाण पत्र तो आ गए थे, लेकिन टेबुलेशन रजिस्टर (गणन पंजिका) नहीं आई थी। इस कारण क्षेत्रीय कार्यालय ने अंकतालिका और प्रमाण पत्र जिलों को नहीं भेजे थी।

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    क्षेत्रीय बोर्ड कार्यालय के तहत मेरठ, सहारनपुर, अलीगढ़ व आगरा मंडल के 17 जिले आते हैं। इन सभी जिलों की अंकतालिका व प्रमाण पत्र की इन दिनों चेकिंग का कार्य चल रहा है। यह कार्य शनिवार तक पूरा हो जाएगा।

    क्षेत्रीय बोर्ड सचिव कमलेश कुमार का कहना है कि सोमवार 16 जून से बोर्ड के तहत आने वाले सभी जिलों को अंकतालिकाएं व प्रमाण पत्र हर जिले के जिला विद्यालय निरीक्षक कार्यालय को वितरण के लिए भेजी जाएगी। जिला विद्यालय निरीक्षक कार्यालय से विद्यालयवार इनका वितरण किया जाएगा। इसके करीब एक सप्ताह बाद अंकतालिका व प्रमाण पत्र विद्यार्थियों को वितरित किए जाएंगे।

    सुरक्षित व टिकाऊ रहेगी अंकतालिका

    यूपी बोर्ड ने वर्ष-2025 की परीक्षा से अंकतालिका को विशेष रूप से सुरक्षित व टिकाऊ बनाया है। यह अंकतालिका पानी व धूप से प्रभावित नहीं होगी। साथ ही यह इंद्रधनुषी रंगों में होगी। इन इंद्रधनुषी रंगों ने अंकतालिका को आकर्षक व सुरक्षित बनाया गया है। यही नहीं फर्जीवाड़े से बचने के लिए अंकतालिका में पहली बार यूवी (अल्ट्रावायलेट वेरीफिकेशन) लगाया गया है, जो इसे और भी अधिक विश्वसनीय बनाता है।