Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    CCS University ने बदल दिया है पंजीकरण का तरीका, छात्रों को हुई परेशानी तो कॉलेजों ने की आसान प्रक्रिया की मांग

    Updated: Tue, 27 May 2025 04:04 PM (IST)

    मेरठ के चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय में स्नातक पाठ्यक्रमों के पंजीकरण में छात्रों को कई परेशानियाँ आ रही हैं। स्ववित्तपोषित महाविद्यालय महासंघ ने विश्वविद्यालय से पंजीकरण प्रक्रिया को आसान बनाने का आग्रह किया है। समर्थ पोर्टल पर तकनीकी समस्याएँ कॉलेज चयन में सीमाएँ और विवरण भरने में दिक्कतें आ रही हैं। विश्वविद्यालय ने कॉलेजों की शिकायतों पर कार्रवाई करने का आश्वासन दिया है।

    Hero Image
    पंजीकरण में उलझे विद्यार्थी, कालेजों ने लगाई गुहार

    जागरण संवाददाता, मेरठ। चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय की ओर से शुरू किए गए स्नातक पाठ्यक्रमों में प्रवेश के लिए पंजीकरण में विद्यार्थियों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ा है। छात्रों को हो रही परेशानियों पर स्ववित्तपोषित महाविद्यालय महासंघ ने विश्वविद्यालय ने परेशानियों को ठीक कर पंजीकरण प्रक्रिया को सहज बनाने की मांग की है।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    कालेजों की ओर से विश्वविद्यालय को भेजे गए पत्र के अनुसार समर्थ पोर्टल पर पंजीकरण में आ रही दिक्कतों का समाधान समय से नहीं हो पा रहा है। पहले यह समस्याएं विश्वविद्यालय स्तर पर ही हो जाती थी लेकिन अब समर्थ टीम को भेजना पड़ता है।

    संगठन के राष्ट्रीय अध्यक्ष एडवोकेट नितिन यादव ने बताया कि पहले जहां पंजीकरण में तीन कालेजों का चयन होता था वहीं इस वर्ष केवल एक ही कालेज का पंजीकरण हो पा रहा है। अंतिम रूप से शुल्क भुगतान तक संशोधन होना चाहिए जो नहीं हो पा रहा है।

    गलती ये भी यदि छात्र किसी कालेज का चयन कर ले रहे हैं तो उसे पंजीकरण प्रक्रिया के दौरान भी संशोधित नहीं कर पा रहे हैं। साथ ही पिछले वर्षों तक छात्रों का इंटरमीडिएट का अनुक्रमांक डालने पर उनका पूरा विवरण आ जाता था लेकिन इस बार ऐसा नहीं हो पा रहा है।

    विद्यार्थियों को पूरा विवरण अंक व प्रतिशत सहित भरना पड़ रहा है जिससे उनके गलती करने की संभावना अधिक बढ़ गई है। इसमें सुधार कर बोर्ड का ही डाटा लाक करने की व्यवस्था करने की मांग की गई है। बताया कि नए पोर्टल पर संस्थानों में संचालित सीट मेट्रिक्स विषयवार निर्धारित नहीं है।

    इससे विषय की सीटों पर अनुपातिक अंतर बड़े स्तर पर होगा और इसके कारण किसी संस्थान में प्रवेश कम होंगे तो किसी में अधिक हो जाएंगे। समर्थ के लिए कालेजों को अभी तक लागिन पासवर्ड नहीं दिया है। कालेज यह देखने में सक्षम नहीं हो पा रहे हैं कि उनके कालेज में कितने पंजीकरण हो चुके हैं।

    प्रवेश पोर्टल पर अभी भी काफी कालेजों के नाम प्रदर्शित नहीं होने से छात्र और संस्थान दोनों ही परेशान हैं। प्रवेश समन्वयक प्रोफेसर भूपेंद्र सिंह राणा ने कहा कि कालेजों की ओर से भेजी गई शिकायतों पर मंगलवार को समर्थ टीम से बात कर उन्हें दुरुस्त करने की कोशिश करेंगे।