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    अंग्रेजों के जमाने के स्कूल हैं ये... जर्जर हो गए तो क्या, कायाकल्प होगा और चमकेंगे कुछ इस तरह

    By Sarvendra Pundir Edited By: Praveen Vashishtha
    Updated: Wed, 19 Nov 2025 07:22 PM (IST)

    मेरठ जिले के 1068 प्राथमिक और उच्च प्राथमिक विद्यालयों में से 131 जर्जर स्कूलों की सूची तैयार की गई है। इन जर्जर भवनों को नीलाम करके ध्वस्त किया जाएगा और फिर इनका नवीनीकरण किया जाएगा। छात्रों की पढ़ाई के लिए वैकल्पिक व्यवस्था की जाएगी। अंग्रेजी शासनकाल में बने कुछ विद्यालय भी शामिल हैं, जिन्हें तोड़कर नए भवन बनाए जाएंगे।

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    मेरठ जिले के 1068 प्राथमिक और उच्च प्राथमिक विद्यालयों में से 131 जर्जर स्कूलों की सूची तैयार की गई है। इन जर्जर भवनों को नीलाम करके ध्वस्त किया जाएगा। (प्रतीकात्मक फोटो)

    जागरण संवाददाता, मेरठ प्रदेश सरकार के आदेश पर जनपद के 1068 प्राथमिक और उच्च प्राथमिक विद्यालयों में से बेसिक शिक्षा विभाग ने 131 जर्जर विद्यालयों की सूची तैयार कर ली है। वर्ष 1935 से 2008 तक बने विद्यालयों में से जर्जर विद्यालय चिह्रित किए हैं। इन भवनों के ध्वस्तीकरण के लिए नीलामी की जाएगी। कुछ विद्यालय पूरी तरह तोड़े जाएंगे। बाकी में कुछ हिस्सों को तोड़कर नए सिरे से बनाया जाएगा। जिला प्रशासन जनप्रतिनिधियों, ग्राम प्रधानों, पार्षदों की मदद से इनमें सौंदर्यीकरण आदि काम कराए जाएंगे।

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    पीडब्ल्यूडी इंजीनियरों ने घोषित की थीं जर्जर इमारतें
    सीडीओ नुपूर गोयल ने बताया कि जर्जर भवनों को चिह्रित करने के लिए लोक निर्माण विभाग के इंजीनियरों की एक टीम बेसिक शिक्षा विभाग की टीम के साथ लगाई थी। टीम ने जांच के आधार पर तय किया कि भवनों की उम्र कितनी है। जिन भवनों की मियाद तीन से पांच साल शेष थी, उन्हें जर्जर घोषित किया गया है।

    पढ़ाई के लिए होगी वैकल्पिक भवन की व्यवस्था
    जब इन विद्यालयों के भवनों को तोड़ा जाएगा तो यहां पढ़ने वाले बच्चों की पढ़ाई के लिए धर्मशाला, ग्राम पंचायत भवन, ग्राम सचिवालय आदि में वैकल्पिक भवन की व्यवस्था की जाएगी। शासन के आदेश हैं कि नए भवनों के निर्माण के दौरान बच्चों की पढ़ाई प्रभावित नहीं होनी चाहिए।

    अंग्रेजी हुकूमत में बने तीन विद्यालय भी चिह्रित
    अंग्रेजी शासन में वर्ष 1935 में दौराला में उच्च प्राथमिक विद्यालय बना था। यह विद्यालय वर्तमान में आठवीं तक है। वर्ष 1940 में सराय बहलीम में प्राथमिक विद्यालय और 1940 में गांव फाजलपुर में बने उच्च प्राथमिक विद्यालय को भी तोड़कर नया भवन बनाया जाएगा।

    किस क्षेत्र में कितने विद्यालय चिह्रित

    विकास खंड चिह्रित विद्यालय
    दौराला                   11
    मवाना                    06
    माछरा                    06
    हस्तिनापुर                12
    जानी                      18
    सरधना                    11
    परीक्षितगढ़               16
    सरूरपुर                  12
    मेरठ                      13
    खरखौदा                  06
    रोहटा                     17
    रजपुरा                    03

    38 स्कूल पूरे टूटेंगे, कुछ में कक्ष और मुख्य भवन
    चिह्रित किए 131 स्कूलों में से 38 को पूरा तोड़ा जाएगा। बाकी विद्यालयों में से किसी में कक्ष और कुछ में मुख्य भवन आदि ही तोड़े जाएंगे। जिन स्कूलों को पूरा बनाया जाएगा, उनमें आधुनिक नये भवन बनेंगे। वाशरूम से लेकर रसोई तक निर्माण किया जाएगा।