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    पुलिस पर पथराव करने वाले 11 आरोपियों की शाम 5 बजे जेल से रिहाई, मेरठ के दादरी गांव में मचाया था हुड़दंग

    Updated: Tue, 30 Sep 2025 01:29 PM (IST)

    मेरठ के दौराला में गुर्जर स्वाभिमान महापंचायत के दौरान पथराव के 11 आरोपी जेल से रिहा हुए। समर्थकों ने नारेबाजी और फूल मालाओं से स्वागत किया। बिना अनुमति के महापंचायत आयोजित करने पर पुलिस ने 22 लोगों पर मुकदमा दर्ज किया था जिन्हें बाद में जमानत मिल गई। सुरक्षा के लिए जेल परिसर में पुलिस बल तैनात किया गया था।

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    दादरी में पुलिस पर पथराव के 11 आरोपितों की शाम पांच बजे जेल से हुई रिहाई

    जागरण संवाददाता, मेरठ। दौराला के दादरी गांव में गुर्जर स्वाभिमान महापंचायत को लेकर पुलिस पर पथराव करने वाले 11 आरोपितों को शाम पांच बजे जेल से रिहा कर दिया गया। हुड़दंग को देखते हुए चार थानों की पुलिस जेल परिसर से लेकर चुंगी तक लगाई गई। जेल रोड पर सुबह ही बैरियर भी लगा दिए थे। उसके बाद भी आरोपितों के समर्थकों ने कारों में सवार होकर जेल चुंगी तक नारेबाजी की। आरोपितों के गले में फूल मालाएं डालकर स्वागत किया।

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    21 सितंबर को बिना अनुमति के दादरी के स्वामी विरजानंद इंटर कालेज में गुर्जर स्वाभिमान महापंचायत का ऐलान किया गया। दादरी निवासी अभिनव मोतला भारी संख्या में लोगों के साथ नारेबाजी करते हुए बैरिकेडिंग तोड़ते हुए दादरी की तरफ जा रहे थे। पुलिस ने गांव में जाने से रोका तो हाईवे पर जाम लगा दिया। उसके बाद उग्र भीड़ ने पुलिस पर पथराव कर दिया।

    पथराव में दारोगा विकास निषाद और सिपाही सोनू कुमार घायल हो गए थे। पुलिस ने मौके से अभिनव मोतला निवासी दादरी समेत सहारनपुर, मुजफ्फरनगर और गौतमबुद्धनगर के 22 लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया। शुक्रवार को न्यायालय अपर मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट कोर्ट संख्या छह सोनिका वर्मा की अदालत ने सभी 22 अारोपितों को जमानत दे दी।

    11 आरोपित शुक्रवार को ही जेल से रिहा हो गए। 11 के कागजात अधूरे होने की वजह से उनका परवाना शुक्रवार को नहीं पहुंच पाया था। सोमवार को परवाना पहुंचने पर शाम पांच बजे 11 आरोपितों को भी रिहा कर दिया।

    शाम के समय जेल परिवार से लेकर जेल चुंगी तक पुलिस बल लगाया गया था। उसके बावजूद भी आरोपितों के जेल से छूटने के बाद उनके समर्थकों ने पहले जेल परिसर में नारेबाजी थी। उसके बाद कारों में सवार होकर जेल चुंगी तक पुलिस के सामने नारेबाजी करते हुए निकल गए। इंस्पेक्टर शैलेश यादव का कहना है कि जेल परिसर से सभी कार में सवार होकर निकल गए थे।