9 करोड़ की जीएसटी चोरी में एमडी और चीनी महिला गिरफ्तार, 2019 में बिजनेस वीजा पर भारत आई थी ली टेंग ली
मेरठ में जीएसटी चोरी के मामले में ग्रेटर नोएडा की टेंटेक इलेक्ट्रॉनिक प्राइवेट लिमिटेड के निदेशक विनय कुमार और अकाउंटेंट चीनी महिला एलिस ली को गिरफ्तार किया गया। दोनों पर नौ करोड़ से अधिक की जीएसटी चोरी का आरोप है। जांच में पता चला कि कंपनी उपकरणों पर कम जीएसटी दर लगाकर चोरी कर रही थी और हवाला के माध्यम से चीन रकम भेज रही थी।
जागरण संवाददाता, मेरठ। जीएसटी चोरी में ग्रेटर नोएडा की टेंटेक इलेकट्रॉनिक प्राइवेट लिमिटेड के निदेशक विनय कुमार और अकाउंटेंट चीनी महिला एलिस ली उर्फ ली टेंग ली को गिरफ्तार कर बुधवार को कोर्ट में पेश किया गया। दोनों को न्यायिक हिरासत में एक सितंबर तक के लिए जेल भेज दिया गया। दोनों को ग्रेटर नोएडा से गिरफ्तार किया गया था।
ग्रेटर नोएडा में टेंटेक इलेक्ट्रोनिक प्राइवेट लिमिटेड और टेंटेक एलईडी डिस्पले प्राइवेट लिमिटेड कंपनियां हैं। टेंटेक इलेक्ट्रोनिक कंपनी के निदेशक विनय कुमार, हु ली और टेंग काई हैं, जबकि टेंटेक एलईडी के निदेशक सुरेंद्र कुमार और हु ली एवं टेंग ली हैं। 2019 में दोनों कंपनियां स्थापित हुईं। टेंटेक इलेक्ट्रोनिक में चीन की महिला एलिस ली उर्फ ली टेंग ली अकाउंटेंट हैं। कंपनी के निदेशक विनय के साथ मिलकर एलिस ली ने नौ करोड़ 19 हजार 87 की जीएसटी चोरी की।
जांच में सामने आया कि 2019 से कंपनी के उपकरणों पर 28 प्रतिशत जीएसटी लगता है। योजनाबद्व तरीके से उक्त उत्पाद पर 18 प्रतिशत जीएसटी दी गई। दस प्रतिशत जीएसटी की चोरी की गई है। टेंटेक इलेक्ट्रोनिक कंपनी में 51 प्रतिशत का शेयर विनय का है, जबकि 49 प्रतिशत शेयर में चीन की महिलाएं हु ली और टेंग ली निदेशक हैं। जीएसटी टीम ने विनय और एलिस ली के खिलाफ नोएडा में मुकदमा दर्ज कराया।
इसकी विवेचना इंटेलीजेंस की इंस्पेक्टर श्रुति सचान को दी गई है। मंगलवार को एलिस ली और विनय को गिरफ्तार कर नोएडा पुलिस मेरठ आ गई थी। बुधवार को दोनों को स्पेशल सीजेएम दुर्गेश नंदनी की अदालत में पेश किया गया। एलिस ली 2019 को बिजनेस वीजा पर भारत आई थी। उसके वीजा की सीमा 2020 में समाप्त हो चुकी है। उसके बाद भी भारत में रहकर नोएडा की कंपनी में काम कर रही थी। जांच में यह भी सामने आया कि हवाला के माध्यम से टैक्स चोरी करके रकम चीन भेजी जा रही थी। कंपनी में निदेशक चीन की महिलाएं हैं। अधिवक्ता ने बताया कि पांच करोड़ से ज्यादा के ऐसे अपराध में जमानत का प्रविधान नहीं होता है। इसलिए दोनों को जमानत नहीं मिली है।
केएफसी का चिकन और मिनरल वाटर दिया
एलिस ली को रात में महिला थाने में रखा गया था। एलिस ने थाने का खाना खाने से इनकार कर दिया। उसने केएफसी का चिकन और मिनरल वाटर मांगा। एलिस के सहयोगी ने चिकन और मिनरल वाटर लाकर दिया। थाना प्रभारी सीता सिंह का कहना है कि महिला इंस्पेक्टर श्रुति सचान की देख रेख में एलिस को रखा गया था। खाना देने की जिम्मेदारी भी उनकी थी।
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