मेरठ का एक ऐसा चौराहा गोद लेने की तैयारी जिसमें मेट्रो बाधा न बने
एमडीए व नगर निगम अधिकारियों व आइआइए पदाधिकारियों की बैठक की जाएगी जिसमें ऐसे चौराहे का चयन किया जाएगा।
जागरण संवाददाता, मेरठ। शहर का एक चौराहा जल्द ही मॉडल के रूप में विकसित किया जाएगा। ऐसे चौराहे की तलाश की जा रही है जिसे विकसित करने में मेट्रो, रैपिड या फ्लाईओवर जैसे प्रोजेक्ट बाधा न बनें। जल्द ही इसके लिए एमडीए व नगर निगम अधिकारियों व आइआइए पदाधिकारियों की बैठक की जाएगी जिसमें ऐसे चौराहे का चयन किया जाएगा।
दैनिक जागरण के माय सिटी माय प्राइड अभियान के तहत कुछ समय पूर्व राउंड टेबल कांफ्रेंस की गई थी। इसमें इंफ्रास्ट्रक्चर पिलर के अंतर्गत यह तय किया गया था शहर के कम से कम एक चौराहे को मॉडल चौराहे के रूप में विकसित किया जाए। चौराहे को विकसित करने के लिए सीएसआर (कंपनी सोशल रेस्पांसिबिलिटी) वर्ग में इसे रखा गया था। शहर का एक चौराहा गोद लेने की जिम्मेदारी ली थी आइआइए के मंडलीय अध्यक्ष अतुल भूषण गुप्ता ने। इसके बाद आइआइए की ओर से कई चौराहों को विकल्प के रूप में चुना गया लेकिन शहर के काफी चौराहे ऐसे हैं जो मेट्रो, रैपिड या किसी प्रस्तावित फ्लाईओवर से प्रभावित हो सकते हैं।
ऐसे में अभी किसी एक चौराहे को अंतिम रूप से चुना नहीं जा सका। इस समस्या का हल निकालने के लिए जल्द ही आइआइए पदाधिकारियों की बैठक एमडीए व नगर निगम के अधिकारियों के साथ कराई जाएगी ताकि एक चौराहा आइआइए को दिया जा सके। दरअसल कौन सा चौराहा किस प्रोजेक्ट से प्रभावित है और किस चौराहे पर एमडीए या निगम स्वयं कोई प्रस्ताव तैयार कर रहा है इसकी जानकारी हो सकेगी। इस संबंध में संबंधित कागजी कार्यवाही भी जल्द पूरी की जाएगी ताकि जल्द से जल्द एक चौराहा एक नया स्वरूप ले सके।