सोतीगंज की माया, बस परिचालक से करोड़पति बना मन्नू कबाड़ी
पूरे देश में मेरठ को बदनामी का दाग देने वाले सोतीगंज बाजार में चोरी के वाहनों की खरीद बिक्री और कटान की कमान इन दिनों फरार हिस्ट्रीशीटर मन्नू उर्फ मोइनुद्दीन कबाड़ी के हाथ में है।
मेरठ, जेएनएन। पूरे देश में मेरठ को बदनामी का दाग देने वाले सोतीगंज बाजार में चोरी के वाहनों की खरीद बिक्री और कटान की कमान इन दिनों फरार हिस्ट्रीशीटर मन्नू उर्फ मोइनुद्दीन कबाड़ी के हाथ में है। हालात की गंभीरता का अंदाजा इसी से लगा लें कि मन्नू कबाड़ी समेत तीन लोगों की काली करतूत समेत वाहन कटान और मेरठ की बदनामी आदि को समेटते हुए यहा के सासद राजेंद्र अग्रवाल ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को पत्र भी लिखा है। बहरहाल, बस परिचालक की मामूली जिंदगी जीने वाला मन्नू कबाड़ी वाहनों के इस बदनाम कारोबार के चलते करोड़पति बन चुका है। पुलिस ने मन्नू की संपत्ति का ब्योरा खंगाला तो सभी दंग रहे गए। मन्नू ने अपनी संपत्ति पत्नी, साले, भाईयों और उनकी पत्नी के नाम की हुई है ताकि उसपर पुलिस कभी शिकंजा न कस सके। पुलिस भी यह मान रही है कि हाजी गल्ला के जेल जाने के बाद मन्नू ने ही सोतीगंज की कमान संभाली। सोतीगंज के 84 गंज बाजार में रहने वाले मन्नू कबाड़ी की सदर बाजार थाने में हिस्ट्रीशीट भी खुली हुई है। पूर्व एसएसपी सुभाष चंद्र बघेल के समय में एएसपी अभिषेक सिंह ने हाजी गल्ला को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था। उसके बाद से ही सोतीगंज की कमान संभालते हुए मन्नू ने अपने एक घर को गोदाम बनाकर वहा वाहनों की कटान शुरू कर दी। धीरे धीरे हाल यह हो गया कि सोतीगंज की हर दुकान में मन्नू के गोदाम से ही बिकने के लिए सामान जाने लगा।
केवल 17 बरस में मन्नू बना करोड़पति
मन्नू, मोनू, और आबिद। इन तीन सगे भाईयों में मन्नू सबसे बड़ा है। सन 2003 में मन्नू एक सिटी बस पर परिचालक का काम करता था। सन 2007 में उसने किसी तरह तीन बसें खरीदीं, और दो भाईयों को भी उसी काम पर लगा दिया। मन्नू ने अपने ट्रासपोर्ट के काम को धीरे धीरे आगे बढ़ाया। इसके साथ ही उसने सोतीगंज स्थित घर के अंदर चोरी के वाहनों की कटान शुरू कर दी। उसने सोतीगंज की पियाऊ पर एक खोखा रखा, और वहीं से वाहन पार्ट की बिक्री भी करने लगा। इसी बीच 2015 में एएसपी अभिषेक सिंह ने हाजी गल्ला को पकड़कर जेल भेज दिया। उसके बाद मन्नू ने अपने तीन मंजिला पूरे घर को ही गोदाम बना दिया। वहा चोरी के वाहन काटे जाते, और सोतीगंज की सभी दुकानों में उसकी सप्लाई दी जाती। मन्नू ने, हाजी गल्ला से सामान की खरीदारी करने वाली पंजाब की कई पाíटयों को भी अपने पाले में कर लिया। इसके बाद ट्रासपोर्ट और चोरी के वाहन कटान में मन्नू कबाड़ी आसमान पर पहुंच गया। कोढ़ में खाज यह कि कुछ पुलिसवालों से सेटिंग के चलते कभी उस पर आच नहीं आई, और उसके चोरी के वाहनों की कटान का काम धुआधार चलता रहा।
पुलिस ने खंगाली मन्नू कबाड़ी की संपत्ति
एसएसपी के आदेश पर सदर बाजार पुलिस ने अब मन्नू कबाड़ी की संपत्ति खंगाली है। सन 2007 में तीन बसों का मालिक मन्नू कबाड़ी इस समय 22 बसों को संचालित कर रहा है। ये सभी बसें रोडवेज की अनुबंधित और डग्गामार बसों की श्रेणी में संचालित हो रही हैं। यह ट्रासपोर्ट मन्नू कबाड़ी की पत्नी संचालित करती है। मन्नू कबाड़ी के नाम सिर्फ दो बसें हैं, बाकी बस उसकी पत्नी, दोनों भाईयों की पत्नी और साले के नाम पर हैं। सोतीगंज में एक मकान से मन्नू कबाड़ी के चार मकान और तीन दुकानें हो गईं। ये सभी उसके परिवार व रिश्तेदारों के नाम है। पुलिस उनकी कीमत कई करोड़ मान रही है। पटेल नगर में भी मन्नू की एक अलीशान कोठी है, उसकी कीमत भी कई करोड़ आकी जा रही है। यह कोठी मन्नू के साले के नाम पर रजिस्टर्ड है। सोतीगंज में सख्ती बढ़ने के बाद मन्नू ने शहर के बाहरी क्षेत्र में गोदाम बनाने की जुगत लगाई। उसी क्रम में खरखौदा के अलीपुर में छह बीघा जमीन खरीदी, जिसकी कीमत दो करोड़ रुपये मानी जा रही है। फिलहाल मन्नू इस जमीन पर डेयरी संचालित करता है। पुलिस मान रही है कि डेयरी की आड़ में मन्नू वाहन कटान के लिए गोदाम बना रहा है। इन दिनों वहा निर्माण कार्य चल भी रहा है।
2017 में भी मन्नू की संपत्ति जब्त की गई थी
मन्नू कबाड़ी सदर बाजार थाने का हिस्ट्रीशीटर है। उस पर विभिन्न थानों में 20 से ज्यादा मुकदमें दर्ज हैं। सन 2017 में तत्कालीन एसएसपी मंजिल सैनी ने मन्नू की नामी-बेनामी संपत्ति जब्त करने के आदेश दिए थे। तब मन्नू कबाड़ी के खिलाफ पुलिस ने अभियान चलाया था। उस समय मन्नू पर 25 हजार का इनाम घोषित किया गया था। पुलिस की सख्ती के बाद मन्नू ने कोर्ट में सरेंडर कर दिया था। उसके बाद उसके खिलाफ यदा कदा मुकदमे तो दर्ज हुए, लेकिन अंजान कारणों से उसे गिरफ्तार नहीं किया जा सका। हा, उन दिनों सदर बाजार पुलिस के रिकार्ड में एक बुलेट, चार स्कूटी और दो बाइक को मन्नू की अवैध संपत्ति बताकर सील जरूर किया गया था। साफ था कि कुछ पुलिसवालों की मिलीभगत का लाभ उठाकर मन्नू अपनी बाकी संपत्ति बचा लेने में कामयाब हो गया था। उसके बाद ही मन्नू ने अपनी सभी बसें पत्नी और रिश्तेदारों के नाम की थीं।
इन थानों में वाछित मन्नू कबाड़ी
कोतवाली थाने में मन्नू के खिलाफ वाहन चोरी का मुकदमा दर्ज हुआ। हालाकि चर्चा है कि पुलिस ने सेटिंग कर 41-ए का नोटिस देकर उसे छोड़ दिया था। एक सप्ताह पहले ही नौचंदी थाने में पुलिस पर फायर करते हुए मन्नू कबाड़ी वहा से भाग निकला था। वहा पर मन्नू के खिलाफ जानलेवा हमले का मुकदमा दर्ज हो चुका है। चार दिन पहले टीपीनगर थाने में मन्नू कबाड़ी के खिलाफ लूट का मुकदमा दर्ज हुआ है। मन्नू पर वाहन लूटने का आरोप भी लगा था, उसके बाद सदर बाजार थाने में भी नवनियुक्त एसओ दिनेश चंद्र ने मन्नू को वाहन चोरी में वाटेड कर दिया। इससे पहले मन्नू और उसके भाई आबिद पर पल्लवपुरम थाने में भी वाहन चोरी का मुकदमा दर्ज हुआ था। इन सब मुकदमों में वाछित मन्नू पर एसएसपी अजय साहनी अब इनाम की घोषणा करने जा रहे हैं।
घोषित करेंगे इनाम, जब्त करेंगे संपत्ति
सोतीगंज में वाहन कटान पूरी तरह से बंद है। मुकदमों में वाछित चल रहे मन्नू कबाड़ी और उसके भाई आबिद की धरपकड़ के लिए टीमें बना दी गई हैं। जल्द ही मन्नू की गिरफ्तारी नहीं हुई तो उसपर इनाम घोषित कर दिया जाएगा। मन्नू की नामी-बेनामी संपत्ति की जाच भी सदर बाजार पुलिस कर रही है। जाच के बाद संपत्ति जब्त करने की कार्रवाई की जाएगी।
- अजय साहनी, एसएसपी
नहीं चलने देंगे काला धंधा
सोतीगंज के अलावा मुजफ्फरनगर और हापुड़ में भी चोरी के वाहन कटान को पूरी तरह रोकने के आदेश दिए हैं। चोरी के वाहनों को काटकर उनके उपकरण बेचने के धंधे पर सख्ती से रोक लगाई जा रही है। वाहन कटान पर रोक के बाद वाहन चोरी की घटनाएं कम हुई हैं। कोरोना संक्रमण के दौरान वाहन कटान कम होने से वाहन चोरी का ग्राफ भी गिरा है।
- राजीव सभरवाल, एडीजी जोन
मुख्यमंत्री से की है मन्नू, काला और मोहसिन की शिकायत
सोतीगंज में मन्नू कबाड़ी, इरफान उर्फ राहुल काला, और मोहसिन का बड़ा नेटवर्क है। तीनों के खिलाफ मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से कार्रवाई की शिकायत की गई है। मन्नू कबाड़ी थाने का हिस्ट्रीशीटर भी है। अफसरों से भी उसे पकड़ने और उसकी नामी-बेनामी संपत्ति की जाच के लिए कहा गया है। कप्तान ने मन्नू को पकड़ने के लिए टीम भी लगाई है। उम्मीद है कि मन्नू कबाड़ी जल्द ही पुलिस की पकड़ में होगा। इसके लिए हमें पुलिस को भी समय देना चाहिए। मन्नू को पकड़ने के बाद सोतीगंज में चोरी के वाहनों की कटान काफी हद तक रुक जाएगी। पुलिस को चाहिए कि मन्नू कबाड़ी के नेटवर्क को भी तोड़े। उससे जुड़े अन्य लोगों पर भी पुलिस कार्रवाई करे।
- राजेंद्र अग्रवाल, लोकसभा सदस्य।
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