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    Mahapanchayat: नहीं बनी बात, नाराज किसान मजदूर संगठन 11 अक्‍टूबर को फिर करेगा महापंचायत, सीएम से वार्ता पर अडिग

    By Prem Dutt BhattEdited By:
    Updated: Sun, 03 Oct 2021 01:30 PM (IST)

    Mahapanchayat किसान मजूदर संगठन एक बार फिर मेरठ में महापंचायत का आयोजन करेगा। शनिवार को हुई महापंचायत में बात नहीं बन पाई। वहीं नोटिस जारी करने पर भी किसानों के भीतर गुस्‍सा है। संगठन मांगों को लेकर सीएम से वार्ता पर अडिग है।

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    मेरठ में प्रशासन की चूक से बढ़ गई किसानों की महापंचायत।

    मेरठ, जागरण संवाददाता। किसान मजदूर संगठन की महापंचायत एक बार फिर मेरठ के कमिश्नरी पार्क में होगी। इसके लिए शनिवार को हुई महापंचायत में निर्णय हुआ और किसानों ने सर्वसम्मति से 11 अक्टूबर का दिन निर्धारित कर लिया। यह दोनों महापंचायत प्रशासन की चूक के कारण निर्धारित हुई। सहारनपुर से दिल्ली के लिए यात्रा लेकर निकले किसान मजदूर संगठन के किसानों की मांग है कि कमिश्नर के माध्यम से उनकी वार्ता मुख्यमंत्री से सुनिश्चित कराई जाए।

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    16 सूत्रीय समस्याओं रखेंगे

    मुख्यमंत्री से वार्ता के दौरान किसान मजदूर संगठन का प्रतिनिधिमंडल किसानों की 16 सूत्रीय समस्याओं को उनके समक्ष रखेगा। 26 सितंबर को किसान मजदूर संगठन ने कमिश्नरी पार्क में धरना प्रदर्शन शुरू किया था। संगठन के राष्ट्रीय अध्यक्ष ठाकुर पूरन सिंह ने पहले ही दिन यह मांग प्रशासन के अधिकारियों के समक्ष व्यक्त की। लेकिन अधिकारियों की नजरअंदाजी से मामला बढ़ गया। इतना ही नहीं, पुलिस ने ठाकुर पूरन सिंह व उनके सहयोगियों को 149 सीआरपीसी के तहत नोटिस देते हुए कार्रवाई कर दी।

    नोटिस का मामला उठाया

    पुलिस की नोटिस की कार्रवाई से किसान पूरी तरह से उखड़ गए। शनिवार की महापंचायत में नोटिस का मामला काफी उठा। किसान एकतरफा इस कार्रवाई से नाराज दिखाई पड़े। राष्ट्रीय प्रवक्ता ललित राणा व राष्ट्रीय उपाध्यक्ष अनु मलिक ने मंच से कहा कि पुलिस ने किसानों को नोटिस देकर उनका अपमान किया है। इसका जवाब अगली महापंचायत में जरूर मिलेगा। मुख्यमंत्री से वार्ता कराने से पहले वह अपनी मांग पर अडिग हैं। मांग पूरी होने तक कमिश्नरी पार्क मेरठ में धरना-प्रदर्शन जारी रहेगा।

    12 जिलों से आए थे किसान

    गौरतलब है कि शनिवार को कमिश्नरी पार्क में हुई महापंचायत में मेरठ समेत पश्चिमी उप्र के 12 जिलों के किसान शामिल हुए थे। हाईकोर्ट बेंच स्थापना केंद्रीय संघर्ष समिति ने भी महापंचायत को समर्थन दिया। मांगें पूरी नहीं होने पर सात अक्टूबर को प्रदेश में सभी जिला मुख्यालयों पर ज्ञापन सौंपने और 11 अक्टूबर को दोबारा कमिश्नरी पार्क में बड़ी महापंचायत करने का फैसला लिया गया। 26 सितंबर से किसान कमिश्नरी पार्क में धरना-प्रदर्शन कर रहे हैं।

    सरकार को बनाना और हटाना जानते हैं किसान

    महापंचायत को किसान मजदूर संगठन के राष्ट्रीय अध्यक्ष ठाकुर पूरण सिंह, राष्ट्रीय उपाध्यक्ष अनु मलिक, राष्ट्रीय प्रवक्ता ललित राणा, राष्ट्रीय संरक्षक ओमीलाल शर्मा, हरियाणा प्रदेश अध्यक्ष नरपत सिंह राणा व प्रदेश प्रवक्ता गोगाजी आदि ने संबोधित किया। गन्ना मूल्य, गन्ना भुगतान, बिजली की दरें व डीजल आदि किसानों की समस्याओं को लेकर केंद्र व प्रदेश सरकार पर निशाना साधा था। इस दौरान बड़ी संख्‍या में पुलिस बल भी यहां पर तैनात रहा। प्रशासन ने इसके लिए पहले से ही तैयारी कर रखी थी।

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